Find the Latest Status about जबीन-ए-नियाज़ का अर्थ from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, जबीन-ए-नियाज़ का अर्थ.
Deepak "New Fly of Life"
रोते रोते मुस्कुराने का, हुनर सीख लेते हैं, ये औरतें हैं जनाब, सब कुछ सह लेते हैं। न जाने कहाँ से मिली, इन्हें ये ताकत है, जिसे बस रोने में जाया कर देते हैं। अगर पहचान लें ये, और समझ लें, खुद के अपने ज़ज़्बात को, तो ये काली माँ से कम नहीं होते हैं। रोते रोते मुस्कुराने का, हुनर सीख लेते हैं, ये औरतें हैं जनाब, सब कुछ सह लेते हैं। ©Deepak "New Fly of Life" शक्ति ए औरत
शक्ति ए औरत #शायरी
read moreLõkêsh
नजारे , नजरो के सामने कई नजर आते है , कमबख्त नजर बस तेरी नजर को तरस जाती है । ऐसी लगी नजर जमाने की , तेरी याद तो आती है , लेकिन तू नजर नहीं आती है । ©Lõkêsh नजर , शब्द एक अर्थ अनेक 😂
नजर , शब्द एक अर्थ अनेक 😂 #Shayari
read moreRakesh Kumar Das
White कोई अर्थ नहीं रहता व्यर्थ लगता है जीवन जब संघर्षों से जब टूट चुका होता अन्तर्मन, तब कोई अर्थ नहीं रहता आनंद शब्द भी तब सूखे समुंद्र सा प्रतीत होता है। बार - बार , न जाने कई बार , ठोकर मारकर जब अपने हमदर्दी का स्वांग रचाकर हाल - चाल पूछते हैं , तब कोई अर्थ नहीं रहता । उचित समय पर सहारा देनेवाले ही गिरगिट- सा रंग बदल लेते हैं, तब उन संबंधों का कोई अर्थ नहीं रहता । सबके होने पर भी , जब कोई अकेलापन महसूस करें तब उन लोगों का उसके लिए होना , कोई अर्थ नहीं रहता। ©Rakesh Kumar Das #Sad_Status कोई अर्थ नहीं रहता
#Sad_Status कोई अर्थ नहीं रहता #कविता
read moreDeepak "New Fly of Life"
White बचपन से तैयारी कर लो, लक्ष्मी, सरस्वती संग, दुर्गा, काली बनने की भी दीक्षा ले लो। लाचारी, कोमलता, सहारा, सब छोड़ो, मन, हृदय, देह को अब, वज्र कर लो। भूलो मत, तुम नारी हो, जन्म है तुम में समाया, वक़्त है, अब मृत्यु को भी धारण कर लो। कब तक सहोगे हिंसा, बलात्कार, बन के वीरांगना सर को धड़ से, अलग करने की कला सीख लो। बचपन से तैयारी कर लो, लक्ष्मी, सरस्वती संग, दुर्गा, काली बनने की भी दीक्षा ले लो। ©Deepak "New Fly of Life" #तैयारी ए हिफाज़त
Arshu....
उसने तस्वीर भेज कर इंतेज़ार का इज़हार किया हैं .. अजब ख़ूबसूरत मेरे सुख़नवर का अंदाज़ ए बयाँ हैं !! ©Arsh.... उसने तस्वीर भेज कर इंतेज़ार का इज़हार किया हैं .. अजब ख़ूबसूरत मेरे सुख़नवर का अंदाज़ ए बयाँ हैं !!
उसने तस्वीर भेज कर इंतेज़ार का इज़हार किया हैं .. अजब ख़ूबसूरत मेरे सुख़नवर का अंदाज़ ए बयाँ हैं !! #Shayari
read moreIrfan Saeed
White मैं तो बेज़ार हूं मिस्मार बना फिरता हूं दश्त ए इश्क़ में बीमार बना फिरता हूं अब्र ने आब से संधि कर ली फ़सील ए दिल में हूं कुम्हार बना फिरता हूं शिकस्ता हूं मैं अजी शाद का चेहरा बनकर दिल में अहवाल का बाज़ार बना फिरता हूं मुहब्बत थी उससे उसने ही मारा मुझको सहरा ए इश्क़ कलमकार बना फिरता हूं मस्कन ए दिल को हर बार उसने तोड़ा है बाब ए इश्क़ हूं ग़म-ख़्वार बना फिरता हूं ©Irfan Saeed बेज़ार- नाराज़, नाखुश, खफा मिस्मार - बर्बाद, तबाह दश्त ए इश्क़ - इश्क़ का रेगिस्तान अब्र - बादल, घटा आब - पानी फ़सील ए दिल- दिल की मुंडेर,द
बेज़ार- नाराज़, नाखुश, खफा मिस्मार - बर्बाद, तबाह दश्त ए इश्क़ - इश्क़ का रेगिस्तान अब्र - बादल, घटा आब - पानी फ़सील ए दिल- दिल की मुंडेर,द #Shayari #Sad_shayri
read moreMurtaza Ali
लाल हुई जब ज़मीं ए कर्बला खूं ए शब्बीर से, खाक बन गई शिफा खूँ ए शब्बीर से।। सदा ये आती है ’मोहसिन’ खूं ए शब्बीर से, मातम है हक़ मेरा हुकुम ए नबी से।। ✍️✍️मुर्तजा ’मोहसिन’ ©Murtaza Ali #मातम ए शब्बीर
ASHIS RAWAT
White तेरे शहर की यादें मुझमें कुछ यूं घर कर गईं हैं.. जैसे ही पैर रखता हूं शहर में तेरे लगता है तू यहीं है.. तू यहीं है... ©ASHIS RAWAT शहर ए इश्क
शहर ए इश्क #शायरी
read more