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Sunil Sharma...
White वो जीवन का सब से खूबसूरत वक्त होता है.!! जब इंसान को नया नया इश्क़ होता हैं...!! ©Sunil Sharma... #love_shayari नया नया इश्क़ होता है...!!!
#love_shayari नया नया इश्क़ होता है...!!! #Love
read moreSenty - Poet
रिमझिम रुनझुन बरसन लागे, पिया मिलन को तरसन लागे, कोयल पपिहा काग सुनो सब, प्रेम की धारा सरसन लागे। साज बजाए अतरंगी फिर, गीत सुनाए सतरंगी फिर, मन फूहड़ सुने छंद बहार, सावन लाया सजन श्रृंगार। बरसो मेघा, राग मल्हार । ©Senty - Poet #Barsaat #poem #गीत #hindi #कविता
Praveen Jain "पल्लव"
White पल्लव की डायरी पौह फटेगी अब,अंधकार भागेगा उदयाचल की और बढ़ गया सूरज अपनी किरणों से धरती को चूमेगा होगी सुबह जीवन सरपट भागेगा कलरव करते पक्षी आसमान में घोसलों से दाना चुनने भागेगा आधार जीवन का प्रकृति ही है हवा पानी सब इसके दायरे में है विकृतियां तो मानव ने पैदा की है लालच उसका नही जाता है रोगो के हवाले जिंदगी कर दी फिर वेक्सीन और दवा बनाता है खतरे में सबको करके झूठे विकास के गीत गाता है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #sunset_time आधार जीवन का प्रकृति ही है झूठे गीत विकास के गाता है #nojotohindi
#sunset_time आधार जीवन का प्रकृति ही है झूठे गीत विकास के गाता है #nojotohindi #कविता
read moreArora PR
White मै चाहता हु मेरे इस नए गीत के लिए नए छंद . असमान से ऊतरे लेकिन मेरा गीत मेरी इस बात से राज़ी नही.... क्योंकि उसे धरती के साथ. चिपके रहना ज्यादा पसंद हैँ ©Arora PR नया गीत
नया गीत #कविता
read moreGurudeen Verma
White शीर्षक - क्यों आज हम याद तुम्हें आ गये ------------------------------------------------------------- क्यों आज हम याद तुम्हें आ गये। क्यों आज तुम मिलने हमें आ गये।। कल तो नहीं थी तुम्हें मिलने की फुर्सत। क्यों आज तुम मिलने हमें आ गये।। क्यों आज हम याद-----------------------।। देख रहा हूँ तुम्हारी कहाँ हैं निगाहें। मेरा महल देख क्यों भरते हैं आहे।। छूने से डरते थे तुम मुझको कल तो, क्यों आज मिलाने हाथ तुम आ गये।। क्यों आज हम याद------------------।। कल तक की थी तुमने बुराई हमारी। करते हो आज सबसे तारीफ हमारी।। नहीं पूछते थे तुम कल हाल हमारा। क्यों आज बिछाने फूल तुम आ गये।। क्यों आज हम याद------------------।। नहीं था कबूल कल क्यों साथ हमारा। गैरों की बाँहों में था कल हाथ तुम्हारा।। तोड़ा था क्यों तुमने कल ख्वाब हमारा। क्यों आज बनाने साथी तुम आ गये।। क्यों आज हम याद-------------------।। शिक्षक एवं साहित्यकार गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान) ©Gurudeen Verma #गीत