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Madhav Jha
जब एक दिन वो चली जाती किसी और घर की हो जाती फिर यही याद कर वो रो जाती फिर बाद में फिर कभी नही वो आती पर फिर भी दिल से दुआ वो दे जाती अपने दुख दर्द को वो छुपाती पर सांझा सिर्फ मुझसे ही कर पाती फिर मुझे वो बुलाती अपने गले से लगाती याद बड़ी वो आती आप सभी को रक्षाबंधन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं🙂🌼🌺 ईश्वर से यही प्रार्थना है कि दुनियां की हर बहन सुरक्षित रहे और किसी भाई की कलाई सुनी न रह
Umesh Rathore
परिवर्तन की ओर जीवन शैली (अनुशीर्षक 👇) Please give your precious comments and suggestions आवश्यकताओं से लेकर विलासिता में लिपटी जीवन शैली यथार्थ ही परिवर्तन प्रकृतिक संसाधनों का नियम रहा है इसमें मनुष्य की संस्कृति व जीवनशैली आधार
Shalini Sahu
जब जाती है एक लड़की घर की दहलीज को लांघकर, वो लांघती है, समाज के तुच्छ विचारों के दायरों को, ना की कुचलती है अपने पिता के सम्मान को वो तोड़ती है जाति-धर्म की बेड़ियों को, ना की अपनी माँ के विश्वास को.. वो खोलती है अपने पर अक्सर प्रेम और स्वंत्रता की दुनिया में उड़ने के लिए ना की और लड़कियों को बाँधने के लिए.. मगर अपनी विचारों को गंगा मानकर डुबकी लगाए बैठे रहते हैं हम और तुम जिसे सब कुछ अपवित्र लगता है.. हम नहीं समझ पाते ना समझा पाते हैं स्वयं को और अपने समाज और परिवार को, यदि आज वो ना लांघती ये धर्म जाति की बेड़ियाँ तो उसका जीवन उस बाती की तरह हो जाता जो दूसरों की राहों में तो उजाला कर देती मगर स्वयं जीवनपर्यन्त जलती रहती... यदि ना खोलती वो अपने पर तो बांध लेती किसी और को भी ख़ुद में जिससे उसे नाम मात्र का प्रेम भी नहीं बचा लिया उसने स्वयं और किसी और का जीवन.. मगर अफ़सोस हम समझ नहीं पाते और उसे भी अफ़सोस रह जाता है अपने परिवार का प्रेम ना पा पाने का पर शायद वो दो ज़िन्दगियों को बचा लेने की बात सोचकर संतुष्ट रह लेती होगी.. जब जाती है एक लड़की घर की दहलीज को लांघकर, वो लांघती है, समाज के तुच्छ विचारों के दायरों को, ना की कुचलती है अपने पिता के सम्मान को वो तोड़त
Nadbrahm
भारत जैसे विविधताओं से भरे देश मे हिन्दी एक सम्पर्क भाषा के रूप में बहोत उपयोगी सिद्ध होगी। गोस्वामी तुलसीदास राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में राजभाषा विकाश मंच के तत्वावधान में आयोजित हिन्दी दिवस समारोह में सहभाग किया। विद्यार्थियों का ऊर्जा प्रभावित करने वाला था। अपने संबोधन में युवाओं को शक्ति का नियम व मानव व्यवहार के बारे में बताते हुए उनसे भाषा विकाश में योगदान देने का साधारण नियम बताया । इसी क्रम में मैन कहा कि मैं मिथिला क्षेत्र से हूँ और मेरी मातृभाषा मैथिली है और मेरा मानना है कि हिन्दी या किसी भाषा संस्कृति का उत्कर्ष उनके अनुयायियों के उत्कर्ष से जुड़ा है। यदि आज के युवा चाहते हैं कि हिन्दी अपने उत्कर्ष को प्राप्त करे तो आवश्यक है कि ये लोग जीवन के हर आयाम में सफल हो उत्कृष्ठ आदर्श प्रस्तुत करें ताकि दुनिया उनका अनुकरण करे। दुनियां हमेशा विजेताओं व शक्ति सम्प्पन व्यक्तियों का अनुकरण करती है अतः भाषा संस्कृति के विकाश का एक साधारण तरीका है कि आप अपने जीवन मे आदर्श प्रस्तुत करें ताकि दुनिया आपकी भाषा संस्कृति का अनुकरण करे। हिन्दी को किसी पर थोपने से हिन्दी का नुकसान मात्र होगा फायदा नही। भाषा भाव जगत से जुड़ी होती है व भाषा मात्र संवाद का माध्यम है ना कि विवाद का। सभी भारतीये भाषा फोनेटिकली बहोत उन्नत हैं उनके आपसी सामंजस्य व उनके सहयोग से हीं हिन्दी भी प्रतिष्टित होगी। ©BK Mishra भारत जैसे विविधताओं से भरे देश मे हिन्दी एक सम्पर्क भाषा के रूप में बहोत उपयोगी सिद्ध होगी। गोस्वामी तुलसीदास राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्याल
Hariom
Swarima Tewari
लोगों ने पूछा अपनी bucket list बनायी? सुनकर हमारे अंदर भी कौतूहल की लहर छायी, सर खुजाते हुए सोचा अब ये क्या बला है, घर में कितने प्रकार की बाल्टियां उपयोग में लाते, शायद इसी की सूची बनाते, जल्दी जल्दी गूगल को प्रणाम किया और bucket list का नाम डाल दिया, परिणाम आया तो पता चला ये तो कुछ और ही माजरा है, अजब कहानी थी, ज़िन्दगी में जो चीजें अनुभव करना चाहते हो, उसकी लिस्ट बनानी थी, सो हमने भी दिमाग को तरोड़ा मरोड़ा और लिस्ट में सिर्फ एक काम जोड़ा, पानी की bucket पूरी भरते ही नल झट से बंद कर देंगे, अमाँ यार!प्रथ्वी पर पानी कम है और जल ही जीवन है, जीवन ही नहीं होगा तो ख़ाक कुछ अनुभव करेंगे, इसलिए एक बूंद भी पानी की बरबाद ना होने देंगे!🙅 Bucket list ~ a list of experiences one wants to have before one dies पानी कहीं फैलता हुआ दिखता है तो मेरे दिलो दिमाग में अजीब सी बैचैनी छा
अभिलाष सोनी
कोरा काग़ज़ Premium Challange-18 विषय 2 :- भारतीय परंपरा (चिंतन) (कृपया अनुशीर्षक में पढ़ें) कोरा काग़ज़ Premium Challange-18 विषय 2 :- भारतीय परंपरा (चिंतन) भारतीय परंपरा में, भारतीय संस्कृति एवं धर्म का बहुत महत्व है। भारत एक समृद्ध
2novicity
दुनिया के वीराने पथ पर जब जब नर ने खाई ठोकर दो आँसू शेष बचा पाया जब जब मानव सब कुछ खोकर मै आया तभि द्रवित होकर मै आया ज्ञान दीप लेकर भूला भटका मानव पथ पर चल निकला सोते से जगकर पथ के आवर्तोंसे थककर जो बैठ गया आधे पथ पर उस नर को राह दिखाना ही मेरा सदैव का दृढनिश्चय हिन्दु तन मन हिन्दु जीवन रग रग हिन्दु मेरा परिचय॥ अटल थे जिनके इरादे, नमन उनको कर बाँधे... #अटलबिहारीवाजपेयी (25 दिसम्बर 1924 - 16 अगस्त 2018) हिन्दु तन मन हिन्दु जीवन रग रग हिन्दु मेरा पर
LifeGyan MS
 ( 1 ) "लक्ष्य खुद बनायें"-------- छोटा हो या बड़ा लक्ष्य खुद बनायें। हमें दुनियाँ में हमसे बेहतर कोई नहीं जानता। कोई आपसे गणित में अच्छा
दि कु पां
हिंदू तन मन.... मैं शंकर का वह क्रोधानल कर सकता जगती क्षार-क्षार। डमरू की वह प्रलय-ध्वनि हूं जिसमें नचता भीषण संहार। रणचण्डी की अतृप्त प्यास, मैं दुर्गा का