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Hemant Pathak
Musafir
चार बूदों में गिर जाओगे चीन की दीवार थोड़े ही हो। तमाम मिटे बैठे हैं मोहब्बत में तुम अकेले शिकार थोड़े ही हो। अभी भी कुछ नहीं बिगड़ा हट जाओ इन रास्तों से बच जाओगे नया-नया रोग लगा है पैदाइशी बीमार थोड़े ही हो। #Bloom # #नया नया रोग है पैदाइशी बीमार थोड़े ही हो## Maharajsingh poswal Kaml Gujjar King RAHUL KUMAR Arshad Ali Sumit alone Raj maykash
HITESH DABHI
चाहे आप कितनी भी उलफ़त करलो, कोई लोग पैदाइशी ही फ़रेबी होते हैं। ©HITESH DABHI #Dhund #Farebi #ulafat #pyaar #Nafarat @hiteshdabhi #hiteshdabhi #hittuspoetry #hittusshayari चाहे आप कितनी भी उलफ़त करलो, कोई लोग पैदाइश
Satish Chandra
I'm so single that even If fingers could speak, My ring finger would still be a born DUMB. #FreakySatty #fingers (Read it in hindi below, dard jyada behtar mehsus hoga) 😬😬😂😬😬 #YQbaba And there you go Abhishek with one more entry
विवेक ठाकुर 'शाद'
BlAcK CiGaReTtE
#DearZindagi NAZM -"कमीनी साँसें" ये मुसलसल चलती हुयी साँसें क़तरा क़तरा दिन रात का जमा करके उम्र का एक लम्बा पहाड़ बनाती हैं। हम सब इसी पहाड़ के पेड़ हैं देवदार और सनोबर के। सदियों से आँखों मे धूप भरते भरते धीरे-धीरे बड़े होते हैं। जब हम पलकों पे बर्फ़ लिये ओस भरी नज़रों से दूर किसी गिरते हुए झरने को देख रहे होते हैं, या जब रात की टिमटिमाती हुयी गहराईयों के सन्नाटों में खोये हुये होते हैं, तब उस वक़्त साँसें काट रही होती हैं हमारी जड़ों को। साँसें पैदाइशी कमीनी हैं। ये हमें पालने के साथ-साथ हमें काट भी रही हैं। एक मुकाम पर अपने ही बनाये पहाड़ पर अपने ही पेड़ को काट कर गिराती हैं ये साँसें। साँसें पैदाईशी कमीनी होती हैं। Written by-"NISHANT" #nojotopoetry #nojotomusic #nojotoshayari #nojotoquotes #nojotoghazal NAZM -"कमीनी साँसें" ये मुसलसल चलती हुयी साँसें क़तरा क़तरा दिन रात क
Anita Saini
अनु शीर्षक में पढ़े ।।कर्म करते चलो।। कर्म करते चलो, कर्मों से ही बनती सबकी अपनी पहचान है.. 8 अरब की आबादी में, बताओ बिना कर्म के कितनो चमका नाम है.. कर्मों से ही टाटा, बिड़ला,
Ejaz Ahmad
सूदखोर हूँ, नमक हराम हूँ मैं नये दौर का हुक्मरान हूँ मैं क़ातिल हूँ अपनी जात का बलात्कारी हूँ, बेईमान हूँ मैं नये दौर का हुक्मरान हूँ मैं
Vandana
कहते हैं कि पाप से नफरत करो पापी से नहीं, बुराई से नफरत करो बुरे से नहीं, मगर समाज हीन भावना से देखता है पापी को बल्कि ऐसा कोई व्यक्ति नहीं जिसने पाप ना किया हो.... अपनी पूरी जिंदगी की जर्नी में कभी कोई झूठ बोलता