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Anand creation
जब भी रुकने का मन करे तो याद करना की शुरु क्यों किया था ©sakchi कभी रुकना नहीं चाहिए।
AJAY NAYAK
मेरा मौन मैं हस रहा हूं, इसका मतलब यह नहीं है कि रोना नहीं जानता हूं। मैं रुका हुआ हूं इसका मतलब यह नहीं है कि चलना नही जानता हूं। मैं भाग रहा हूं इसका मतलब यह नहीं है कि रुकना नहीं जानता हूं। मैं चुप हूं इसका मतलब यह नहीं है कि बोलना नहीं जानता हूं। मैं क्रोधी हूं इसका मतलब यह नहीं है कि प्यार नहीं जानता हूं। मैं सब कुछ जानता हूं, मै मौन को जान लिया हूं जिसने मुझे समझा दिया है, किसी भी परिस्थिति मे शांत रहना ही दुनिया का सबसे बड़ा ज्ञान है। इसकी आवाज़ सुनाई नही देती है जिसे जब जरूरत पड़ती है उसके धड़कनो को गुंजायमान कर जाती है। –अjay नायक ‘वशिष्ठ’ ©AJAY NAYAK #मौन #शांत मेरा मौन मैं हस रहा हूं, इसका मतलब यह नहीं है कि रोना नहीं जानता हूं। मैं रुका हुआ हूं इसका मतलब यह नहीं है कि
Prashant Chaturvedi
रुकना हमे आता नही झुकना हमे आता नही और जो लोग हमारे देश को झुकाएगे उन्हें छोड़ना हमे आता नही ©Prashant Chaturvedi रुकना हेम आता नही 🙂🙂♥️🙏🙏
Kushal - कुशल
Ashutosh Mishra
==बढ़ती जिंदगी== बिना कुछ कहे बिना कुछ सुने बढ़ती जा रही है जिंदगी मैंने आवाज़ देकर रोकना चाहा। उसने मुड़कर नहीं देखा, बोली रुकना मेरे बस में नहीं, मैं तो साथी हूं समय की,, बेकार ना मुझसे उलझ। मैं हैरान,,समय से इसका क्या नाता,,,, समय जो मेरे मुझसे थोड़ा आगे चल रहा था बोला, मैं नदी ये मेरी धारा है, मैं कसी का इंतजार नहीं करता, लो मेरा इंतजार करते हैं। समझ सकता है तो समझ,नासमझ के लिए कोई सहारा नहीं। करना है जो कल उसे आज कर ले,कल का कोई भरोसा नहीं। अल्फ़ाज़ मेरे ✍️🙏🏻🙏🏻 ©Ashutosh Mishra #BadhtiZindagi बिना कुछ कहे बिना कुछ सुने बढ़ती जा रही है जिंदगी। मैंने आवाज देकर रोकना चाहा। उसने मुड़कर नहीं देखा,, बोली रुकना मेरे बस मे
Neelam Modanwal
Rishi Priya Vaishnavi
Nisheeth pandey
रफ़्तार चाहे कितनी भी हो लोकल ट्रेन या बुल्लेट ट्रैन की ....... रुकना हर हाल में है हर एक पड़ाव पर वरना दुर्धटना तय है ...... #निशीथ ©Nisheeth pandey #Raftaar रफ़्तार चाहे कितनी भी हो लोकल ट्रेन या बुल्लेट ट्रैन की ....... रुकना हर हाल में है हर एक पड़ाव पर वरना दुर्धटना तय है ...... #न
shamawritesBebaak_शमीम अख्तर
मेरे किस्सा ए*हिजरत का अपना मकाम है इबादतो में *एतकाफ का भी अपना मकाम है//१ बारहा यूं तो दीद हुईं कई दफा ख्वाबो,ख्यालों में, मगर दिलों के"वस्ल की बात का भी अपना मकाम है//२ मर्तबा रखता है,काबा में उमरा ए तवाफ,के घरों में वालिदेन से काबिल ए *एहतराम का भी अपना मकाम है//३ जिस्म की नुमाइशे शैतानी महफिल का मकाम है, रूह की परदेदारी में*गिलाफ का भी अपना मकाम है//४ खताकार है,सियाकार है,सब कुछ है मगर है तो,तेरे नामलेवा, या रब हमपे तेरी *मगफिरात का भी अपना मकाम है//५ सभी तो है*पैरोकार नफ्सा नफ्सी के फेर में,के"शमा" रोजे हश्र में*मकतूले_ एतराफ का भी अपना मकाम है//६ shamaaritesBebaak ©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर #hausla मेरे किस्सा ए*हिजरत का अपना मकाम है,इबादतो में *एतकाफ का भी अपना मकाम है//१ *स्थानतरित *मस्जिद में इबादत की नियत से ठहरना/रुकना बार