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Chintoo Choubey
चाहना इस पर निर्धारित नहीं होनी चाहिए कि, सामनेवाला तुम्हें कितना चाहता है कुछेक बात
कुछेक बात
read moreGumnaam
परवरिश, तो इस हद तक भी हुई है कि जब भूखी रातो मे नींदे बिखर रही होती है तब मां...आज भी दो रोटिया लिए सपनो मे आ जाती है.. और इत्तेफ़ाक तो इस कदर भी हुआ है कि अगली सुबह ही नसीब मेहरबा हो जाती है फिर दो नही चार रोटियां मिल जाती है.. शायद, मां की दुआए, वहां से भी काम करती है... "हम ठहरे उसी दहलीज पर जहां से हर कोई निकला चार रोटिया संग खूब दुआए तो सिर्फ मां लेकर आयी"। फ़रिश्ते, तो कहानियों मे होते ही है पर कुछेक से जमीनी मुलाकात होते रहती है। #yqbaba #yqdidi #maa
Arsh
मुझे चाँद पर ले चलो तारे दिखा दो मुझे शम्मा सी मैं जल रही हूँ आओ बुझा दो मुझे Thanks #CTK For This Extraordinary Wallpaper. किसी गाने की कुछेक पंक्तियाँ, #arsh #love #lust #desire #erotic #passion #tear #dream #pain #
शशांक गौतम
'अर्धांगनी' तुमसे वज़ूद तुम सृष्टि हो,तुम कामनायों की जननी हो, 'शिव' भी रहें अधूरा सत्य,जो तुमसी ना कोई 'ग़ौरी' हो, तुम अर्धागिनी हो ! तुमसे वज़ूद है कण-कण का,रूप-स्वरूप में देवी हो, मैं अक्षर में उलझा रहूँ,तुम प्रेम की जागती मूरत हो, तुम अर्धागिनी हो ! मैं राम समान न बन पाया,तुम जानकी को जीती हो, तुम क्षमादान में महान प्रिये,तुम मर्यादा की वेदी हो, तुम अर्धागिनी हो ! मैं सत्यवान सा मूर्छित पड़ा,तुम जीवन की डोर हो, विवश करो महाकाल को, तुम काली का रूप हो, तुम अर्धागिनी हो ! कविता का शीर्षक है 'अर्धागिनी' यानी अधूरे जीवन का पूरा सत्य 😊✍🏻 मेरे जीवन की कुछेक बेहतरीन लेखनी में से एक शायद...ये तो आप बेहतर बता पाएँगे
Samrat Verma
अक्सर, कुछेक लोग पूछ ही लेते हैं मुझसे.. "लेखक कैसे बनूँ। अभिनेता बनना हो तो लोग अभिनेताओं का सानिध्य लेते हैं, निर्देशक बनना हो तो उन्हें अस्सिटेंट करते हैं। मैं क्या करूँ, क्या आप मुझे लेखन सिखाएंगे?" मेरा जवाब लोगों को बड़ा अजीब लगता है। मैं कहता हूँ प्रेम कर लीजिए। जी हाँ प्यार। प्यार कर लीजिए। आप वो सब लिख पाएंगे जो आप महसूस करते हैं, आप जब प्रेम में बह रहे होते हैं तो करुणा, हास, श्रृंगार इत्यादि रस आपकी ज़ुबां पर होते हैं। लोग समझते नहीं हैं और वे फिर प्रश्न करते हैं - " प्रेम करें किससे?" - आपका सम्राट अक्सर, कुछेक लोग पूछ ही लेते हैं मुझसे.. "लेखक कैसे बनूँ। अभिनेता बनना हो तो लोग अभिनेताओं का सानिध्य लेते हैं, निर्देशक बनना ह
अक्सर, कुछेक लोग पूछ ही लेते हैं मुझसे.. "लेखक कैसे बनूँ। अभिनेता बनना हो तो लोग अभिनेताओं का सानिध्य लेते हैं, निर्देशक बनना ह #SamratVerma
read morevishnu prabhakar singh
कहाँ है कोना,विस्तृत गगन का जहाँ रोता है समय,काल के कंगाल पर कहाँ है युवा देश,सोलह सिंगार का यौवन छटक नहीं रहा कुरुक्षेत्र,देश के व्यपार पर कहाँ है निर्मित विधान,योगदान का कर कृषि नहीं फल रहा,किसानों के हजार पर कहाँ है पृष्ठ भूमि,जनसँख्या के उबार का लोगों का तंत्र,समभाव चुप्पी के दरबार पर कहाँ है विनिवेश,मूल-मंत्र का सुधा रस एकल खिड़की के मानसिकता के बघार पर कहाँ है अनिवार्य शिक्षा,विकासशील समाज का संघीय सौतेला पन,भ्र्ष्टाचार नकल के कगार पर कहाँ है नव भारत,आशा की किरण स्वीकार नहीं जो,ऐतिहासिक विडम्बना के आधार पर! मतदान पश्चात कुछेक शेष! कहाँ है कोना,विस्तृत गगन का जहाँ रोता है समय,काल के कंगाल पर कहाँ है युवा देश,सोलह सिंगार का यौवन छटक नहीं रहा कुर
PRIYA SINHA
🙏🏻😔💔🙏🏻"ऐ जिंदगी"🙏🏻💔😔🙏🏻 ऐ जिन्दगी यूँ मेरे सब्र का तू इम्तिहान ना ले; रह-रहकर इस कदर अब मेरी तू जान ना ले; गर किसी भ्रम में हीं खुश हूँ तो र
read moreअज्ञात
पेज-14 कुछेक हास्यास्पद गुदगुदाती घटनाओं को कथाकार समयानुसार दिखाने सुनाने का अपना अधिकार सुरक्षित रखते हुये आपको सीधे जोड़ता है उस संयोग से जो मानक के परिवार और उसको दुलार देने वाली बहनों की दुआओं से प्रार्थनाओं से ईश्वर को विवश होकर निर्मित करना पड़ा.. एक तो रत्नाकर कालोनी में हर किसी को मानक की माँ की ख्वाहिश और उनकी फिक्र का इल्म हो चुका था, सो सभी अपने अपने स्तर से मानक के लिये सुयोग्य जीवनसाथी तलाशने में पूरी सिद्द्त से जुटे हुये थे.. इसी दौरान एक दिन अचानक.. दोपहर को एक सज्जन का राकेश कुमार के पास कॉल आया... पढ़िए ये वार्तालाप.. 📱-------------------------------------📱 Unknow- hello.... can I talk to mr. Rakesh kumar..? Rakesh - yes please.. speaking.. ! Unknow- ओह्ह.. ! जय सियाराम जी.. थैंक गॉड आपने फोन अटेंड कर लिया.. बहुत खुशी हुई आपसे बात हो रही है... ! राकेश-जी, श्रीमान आपने जय सियाराम कहा तो मुझे भी अपनत्व का भान हुआ.. कहिये जी मैं क्या सहायता कर सकता हूं आपकी.. ! आगे पेज-15 ©R. Kumar #रत्नाकर कालोनी पेज -14 कुछेक हास्यास्पद गुदगुदाती घटनाओं को कथाकार समयानुसार दिखाने सुनाने का अपना अधिकार सुरक्षित रखते हुये आपको सीधे जोड़
Vikas Sharma Shivaaya'
📖✒️जीवन की पाठशाला 📙🖋️ जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की लोग बहुत अच्छे बन जाते हैं जब आपका वक़्त अच्छा होता है और इन्हीं लोगों के लिए आप बहुत बुरे और असफल हो जाते हैं जब आपका वक़्त आपके खिलाफ होता है ..., जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की हर व्यक्ति अपने अपने कार्य क्षेत्र में कुशल होते है परन्तु कुछेक लोग पैसे के गुमान में उन्हें हमेशा कम आंकते हैं और अक्सर उन्हें अपने को उनसे सर्वश्रेष्ठ होने का अहसास दिलाते रहते हैं ..., जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की सच्चे -अच्छे -स्पष्ट -ईमानदार और दिल के साफ़ व्यक्ति अमूमन अकेले ही पाते हैं अपने आप को और चालबाज -झूठे -मक्कार -षड्यंत्रकारी व्यक्ति बुरे अकेले ही काफी होते हैं पानी तक में आग लगाने के लिए ..., आखिर में एक ही बात समझ आई की सबके साथ रहते हुए ,सबके पास होते हुए भी इंसान अगर शांति और सुकून की तलाश में भटकता रहे तो उससे बड़ा दर्द और कोई नहीं होता ...! बाकी कल ,खतरा अभी टला नहीं है ,दो गई की दूरी और मास्क 😷 है जरूरी ....सावधान रहिये -सतर्क रहिये -निस्वार्थ नेक कर्म कीजिये -अपने इष्ट -सतगुरु को अपने आप को समर्पित कर दीजिये ....! 🙏सुप्रभात 🌹 आपका दिन शुभ हो विकास शर्मा'"शिवाया" 🔱जयपुर -राजस्थान 🔱 ©Vikas Sharma Shivaaya' 📖✒️जीवन की पाठशाला 📙🖋️ जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की लोग बहुत अच्छे बन जाते हैं जब आपका वक़्त अच्छा होता है और इन्हीं लोगों के लिए आप बहुत बुर
📖✒️जीवन की पाठशाला 📙🖋️ जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की लोग बहुत अच्छे बन जाते हैं जब आपका वक़्त अच्छा होता है और इन्हीं लोगों के लिए आप बहुत बुर #समाज
read moreVikas Sharma Shivaaya'
✒️जीवन 📖की पाठशाला 🖋️ जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की दुनिया की भीड़ में एक दिन समय चक्र की विपरीत परिस्तिथियों में कुछेक अपने भी दुनियादारी का हिस्सा बन जाते हैं ..., जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की अगर हकीकत में कोई साथ देने वाले हैं तो वो हालात नहीं देखते और जो हालातों पर ध्यान देते हैं वो साथ नहीं देते ..., जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की जीवन में इंसान को निरंतर प्रयास करते रहना चाहिए ,अगर आप सफल हो गए तो आपके परिवार को ख़ुशी मिलेगी और असफल हो गए तो नाते -रिश्तेदार -अड़ौसी पडौसी हैं ही खुशियां मनाने और दोहरे चेहरे के साथ मगरमच्छ के आंसू बहाने के लिए ..हाँ एक बात और असफलता पर जितने कपडे परिजन उतारेंगे और कोई नहीं ..., आखिर में एक ही बात समझ आई की जीवन में जिंदगी जिसे खुशियां नहीं देतीं उन्हें अनगिनत तजुर्बे देती है वो भी ऐसे ऐसे की इंसान कतरा कतरा होकर बिखरता जाता है ...! बाकी कल ,खतरा अभी टला नहीं है ,दो गई की दूरी और मास्क 😷 है जरूरी ....सावधान रहिये -सतर्क रहिये -निस्वार्थ नेक कर्म कीजिये -अपने इष्ट -सतगुरु को अपने आप को समर्पित कर दीजिये ....! 🙏सुप्रभात 🌹 आपका दिन शुभ हो विकास शर्मा'"शिवाया" 🔱जयपुर -राजस्थान 🔱 ©Vikas Sharma Shivaaya' ✒️जीवन 📖की पाठशाला 🖋️ जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की दुनिया की भीड़ में एक दिन समय चक्र की विपरीत परिस्तिथियों में कुछेक अपने भी दुनियादारी का
✒️जीवन 📖की पाठशाला 🖋️ जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की दुनिया की भीड़ में एक दिन समय चक्र की विपरीत परिस्तिथियों में कुछेक अपने भी दुनियादारी का #समाज
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