Find the Latest Status about कोलकाता शहर में rickshaw puller है, वो व्यक्ति जो रिक्शा में बैठा है और रिक्शा जो पुल कर रही है, वो उसकी प्यारी बेटी है, जिसने उनकी इस कमाई से पढ़ाई करके current ias topper बनी है। उस प्यारी बेटी ने अपने इस सफलता पर अठfrom top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, कोलकाता शहर में rickshaw puller है, वो व्यक्ति जो रिक्शा में बैठा है और रिक्शा जो पुल कर रही है, वो उसकी प्यारी बेटी है, जिसने उनकी इस कमाई से पढ़ाई करके current ias topper बनी है। उस प्यारी बेटी ने अपने इस सफलता पर अà¤.
Krishna Rai
प्रथमेश
Naveen
मेरी हर कोशिश बे-असर हो रही है.., उसकी यादों ने मुझे मिटाना शुरू कर दिया ! #Forget_me_jerry ©Naveen मेरी हर कोशिश बे-असर हो रही है.., उसकी यादों ने मुझे मिटाना शुरू कर दिया !
Krishna Deo Prasad. ( Advocate ).
Autumn पैसा वही है ,जो पास में है, ताकत वही है, जो हाथ में है और अपने वही है, जो साथ में है ©Krishna Deo Prasad. ( Advocate ). #पैसा वही है जो पास में है ताकत वही है जो हाथ में है और अपने वही है जो साथ में है
Arun Mahra
Life Like गम नहीं किस बात का जो जिंदगी में लिखा है वही होगा खुशबू रही तो चेहरा खिलेगा हम रहेंगे तो फिर मिलेंगे ©Arun Mahra ज्यादा सोचो मत जो किस्मत में है वो मिलेगा जो नही है वो नहीं मिलेगा
Shivkumar
हर एक वो महिला, अपने जीवन की कहानी तो उनके साहस से भरी , और हौसला से भरा पडा है । समाज की सीमाओं को तोड़ती, उड़ती उनकी पंख वो है वो अद्भुत महिला है उनकी जंग तो यू ही सदा बनी रहेगी ।। ©Shivkumar #womeninternational #happywomensDay #womansDay हर एक वो #महिला , अपने #जीवन की कहानी तो , उनके #साहस से भरी , और #हौसला से भरा पडा है
Shivkumar
उस किसान को मैं योद्धा मानता हूँ जो मुसीबत में भी मुस्कुराता है l जो भूख-गरीबी से लड़कर जो अपने खेतों में अनाज उगाता है ।। ©Shivkumar #wholegrain #Nojoto उस #किसान को मैं #योद्धा मानता हूँ जो #मुसीबत में भी #मुस्कुराता है l जो #भूख -गरीबी से #लड़कर जो अपने #खेतों
vikas maurya
वो अपने सपनों को अपनी बेटी में देखा करती है वो रख कर उसको छाँव में खुद को धूप में सेंका करती है लड़ती है पूरी दुनिया से कि एक दिन नाज़ करेगी वो जब बात अगर तेरी हो वो खुद को अनदेखा करती है ©vikas maurya वो अपने सपनों को अपनी बेटी में देखा करती है वो रख कर उसको छाँव में खुद को धूप में सेंका करती है लड़ती है पूरी दुनिया से कि एक दिन नाज़ करेगी