Find the Latest Status about एकलव्य की गाथा from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, एकलव्य की गाथा.
Rohit Tiwari Raja baba
श्री श्री 1008 श्री संत शिरोमणि श्री साधु बाबा जी की जीवन गाथा..... #भक्ति
read moreNeema Pawal
White तू कितनी अनमोल है, मां, ये तो मैं जानती हूं। पर तेरे जाने के बाद , अहसास हुआ, की तेरी कीमत, दुनिया की बदलती नज़रें, हर पल मुझे, बताती हैं। ©Neema Pawal #mothers_day मां की की कीमत।
#mothers_day मां की की कीमत। #विचार
read moreसिद्धार्थ मिश्र स्वतंत्र
जीवन खुद ही गाथा है Life Poetry कविता शायरी Shayar स्वतंत्र hunarbaaz
read moreSonal Panwar
अतुलनीय स्नेह से परिपूर्ण है नारी , सादगी,त्याग और सहनशीलता की मूरत है नारी ! धारा-सी रिश्तों को एकसाथ बांधे हुए बहती है नारी , रब के समान नवजीवन की जननी है वो नारी ! णमोकार और गायत्री मन्त्रों-सी पावनता लिए कभी तो नाश करती है दुष्टों का वो माँ दुर्गा बनकर कभी ! रिश्तों को एक माला में पिरोए रखती है नारी , या फिर ये कहें कि हर नारी में छिपी है एक असाधारण नारी ! ©Sonal Panwar नारी शक्ति की गाथा💪👍दुर्गा मां🪔🌹🙏 #Nari #narishakti #durga #DurgaMaa #Women #womenempowerment #Poetry #hindiwritings #Nojoto #nojotohindi
नारी शक्ति की गाथा💪👍दुर्गा मां🪔🌹🙏 #Nari #narishakti #durga #DurgaMaa #Women #womenempowerment #Poetry #hindiwritings #nojotohindi
read moreMAHENDRA SINGH PRAKHAR
कुण्डलिया :- नवदुर्गा माता के नव रूप का , दर्शन का सौभाग्य । पाया जो वागीश ये , लिखने बैठा काव्य ।। लिखने बैठा काव्य , जगत जननी की गाथा । देख शारदे मातु , झुका चरणों में माथा ।। माँ अम्बें की आज , आरती जन-जन गाता । होकर खुश वरदान , दिए भक्तों को माता ।। १२/०४/२०२४ - महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR कुण्डलिया :- नवदुर्गा माता के नव रूप का , दर्शन का सौभाग्य । पाया जो वागीश ये , लिखने बैठा काव्य ।। लिखने बैठा काव्य , जगत जननी की गाथा ।
कुण्डलिया :- नवदुर्गा माता के नव रूप का , दर्शन का सौभाग्य । पाया जो वागीश ये , लिखने बैठा काव्य ।। लिखने बैठा काव्य , जगत जननी की गाथा । #कविता
read moreRohan Roy
White सम्मान की गाथा युगों युगों तक, पूरे संसार में फैली होती हैं। और जो निंदा का पात्र है। उसका चरित्र कुछ लोगों और समाज तक ही, सीमित रह जाता है। क्योंकि नदियों की प्रवाह और उसकी पवित्रता, हमेशा बहते रहने में है। जो नदियां बहना छोड़कर, स्थिरता को प्राप्त करती हैं। उसका जल अशुद्ध होकर, अयोग्य तक सीमित रह जाता है। ©Rohan Roy सम्मान की गाथा युगों युगों तक, पूरे संसार में फैली होती हैं | #RohanRoy | #dailymotivation | #inspirdaily | #motivation_for_life | #rohanroy
सम्मान की गाथा युगों युगों तक, पूरे संसार में फैली होती हैं | #RohanRoy | #dailymotivation | #inspirdaily | #motivation_for_life | #RohanRoy #Motivational #rohanroymotivation
read moreAnuj Ray
सुबह की चाय की चुस्की" एक तुम्हारी चाह जैसे, सुबह की चाय की चुस्की बना देती है दिन मेरा, किरण हो जैसे सूरज की। बिना मांगे ही मिल जाते , अनमोल सागर के खिले मोती काश ! छू करके तुम्हें ,महसूस कर पाता, असल की ज़िन्दगी होती। ©Anuj Ray सुबह की चाय की चुस्की"
सुबह की चाय की चुस्की" #कविता
read more