Find the Latest Status about आसन्न पक्षों from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, आसन्न पक्षों.
Vinod Mishra
अनिता कुमावत
सोचती हूँ जब लिपि और भाषा विकसित नहीं हुई थी तब भी लोग समझ लेते थें एक दूसरे की बात आज जब हमारे पास विचारों को संप्रेषित करने के कई संसाधन हैं तो क्यों नहीं समझते कुछ लोग बातों को आधुनिक युग से तो वो पाषाण युग अच्छा था ना ...!!! बातें चाहें दो लोगों के मध्य हो या दो पक्षों के सामंजस्य की कमी हुई जा रही ... कोई समझना नहीं चाहता ... 🙏 कुछ ख़याल यूँ ही 😊 #yqdidi
Atul Sharma
*✍🏻“सुविचार"*📝 🌫️*“20/7/2021”*🌫️ 🌥️*“मंगलवार”*⛅ कहते है कि इस “संसार” में हर “रोग” का “उपाय” है,यदि आप अपने “शरीर से प्रेम” करते है तो “व्यायाम” किजिए, यदि आप “स्वास्थ से प्रेम” करते है तो “प्रणायाम” किजिए, यदि आप अपनी “आत्मा से प्रेम” करते है तो “ध्यान” किजिए, किंतु यदि आप अपने “जीवन” से,“परमात्मा से प्रेम” करते है तो सबसे “प्रेम” करते रहिए,ये “अत्यंत महत्वपूर्ण” और “आवश्यक” है, इस “प्रेम” से अच्छी न कोई “औषधि” है न कोई “आसन्न”, इससे अच्छा न कोई “व्यायाम” है न कोई “प्रणायाम”, ये “प्रेम” बड़ी से बड़ी “समस्या का हल” निकाल सकता है,ये “प्रेम” बड़े से बड़े “संकट” को आपसे दूर कर सकता है, ये “प्रेम” आपको “जीवन” जीना सीखाता है, क्योंकि ये “प्रेम” ही “जीवन का वास्तविक सार” है, *“अतुल शर्मा 🖋️📝* ©Atul Sharma *✍🏻“सुविचार"*📝 🌫️*“20/7/2021”*🌫️ 🌥️ *“मंगलवार”*⛅ #“संसार” #“रोग”
writervinayazad
✍️✍️ सभा है कोई भी शामिल नहीं है उजाला है मगर झिलमिल नहीं है मेरे सीने में क्या तुम तोड़ लोगे मेरे सीने में कोई दिल नहीं है जो मेरे लफ्ज को पढ़कर भी पढ़ ले कोई इतना भी तो काबिल नहीं है दोनों पक्षों में एक मशवरा है दोनों पक्षों को कुछ हासिल नहीं है हर एक लहजे में एक तप्सरा है कौन है जो यहां बातिल नहीं है मेरी सीने में ही कातिल है विनय मेरी मंजिल तो है साहिल नहीं है ©writervinayazad ✍️✍️ सभा है कोई भी शामिल नहीं है उजाला है मगर झिलमिल नहीं है मेरे सीने में क्या तुम तोड़ लोगे मेरे सीने में कोई दिल नहीं है जो मेरे लफ्ज को
ओम भक्त "मोहन" (कलम मेवाड़ री)
माँ की गोद मे बैठना बडे नसीब की बात होती है,उनसे पुछो जरा,जिनके माँ नही होती है,,,omj माँ की गोद ,,,,,,बडे नसीब वालो को मिलती है,,,,,उनको पुछो जिनके माँ नही होती है,,,,,,,,,,,हर बच्चा अपनी माँ की गोद मे राजा होता है,,,,,उसे लग
Ravendra
pooja yadav
आज का ज्ञान please read in caption.... ©pooja yadav #Life #Knowledge #lesson #possible #positive #thought #Hindi फैसला:- आपके फैसले के दो पक्ष मिलेंगें हमेशा एक वो जो आपके पक्ष में होगा जो
Sagar Raj Gupta
मैं हिन्दू हूँ वो मुसलमान है.. By:- Sagar Raj Gupta. मै गीता हूँ उनके लफ़्ज़ों की वो मेरे लफ़्ज़ों की कुरान है, प्यार हुआ है उस लड़की से मै हिन्दू हूँ वो मुसलमान है। वो मेरे लिए सावन की पावन मास और हम उनके लिए माह-ए-रमज़ान है, मै हूँ महाकाल भक्त भगवाधारी और वो भी बुरके की शान है, वो आरती है मेरे मंदिर की और हम उनके मस्जिद की अज़ान है, प्यार हुआ है उस लड़की से मै हिन्दू हूँ वो मुसलमान है। वो मेरी ग़म को अपने सीने में दफ़न करती और हम उनकी यादों की शमशान है, उनके बिना मेरी धड़कने भी रूठ जाती है इसकदर चढ़ा मुझपे इश्क़ का परवान है, मैं कुछ हूँ ही नहीं उनके बिना, जहाँ जाती वो वही जाती मेरी कारवां है, प्यार हुआ है उस लड़की से मै हिन्दू हूँ वो मुसलमान है। हूँ उड़ान उनके पंखो की, और वो मेरे पंखो की आसमान है, मै उनकी दिल को ठंढक देता और वो मेरी नजरों की जलपान है, हम तो नाममात्र के फूल है उनके जिंदगी की और वो मेरी साँसों की गुलिस्तां है, प्यार हुआ है उस लड़की से मै हिन्दू हूँ वो मुसलमान है। जान है हम गंगा सागर की और वो भी मदीने की आन है, मैं तो पूरी दुनिया हूँ उनकी और वो भी मेरी पूरी जहान है, ना हम अगल है ना वो अगल है, दोनों मिलकर हिंदुस्तान है, प्यार हुआ है उस लड़की से मै हिन्दू हूँ वो मुसलमान है। ©Sagar Raj Gupta यह कविता मैंने किसी धर्म विशेष के दिल कों आहत करने के लिए नहीं लिखी है। बस आप लोग इस कविता कों एक आशिक़ समझकर पढ़े तथा दिल से महसूस करें।एक मा
cursedboon
सही और गलत...... मतभेद सही और गलत के प्रश्न के साथ उत्पन्न होते हैं... जब दो या अधिक पक्षों में किसी भी प्रकार का आपसी संपर्क स्थापित होता है तब उनमें विभेद
Ravi Shankar Kumar Akela
धारा 498A के प्रभाव धारा 498A के अन्तर्गत कानूनी कार्रवाई के परिणामस्वरूप दोषी पाए जाने पर पति और ससुरालवासी न्यायिक निकाय के आदेश के अनुसार सज़ा का सामना कर सकते हैं। इससे महिलाओं को समाज में सुरक्षित रखने का एक महत्वपूर्ण प्रयास किया गया है। धारा 498A भारतीय दंड संहिता में महिलाओं की सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण क़दम है। धारा 498A के तहत ज़मानत का प्रावधान भी है, जिससे दोषी पाए जाने पर गिरफ्तारी के बाद भी व्यक्ति अदालत के आदेश अनुसार बाहर निकल सकता है। धारा 498A के तहत सज़ा और ज़मानत का प्रावधान भारतीय कानून के अनुसार तय किया जाता है, जिससे दोनों पक्षों को न्याय मिलता है । ©Ravi Shankar Kumar Akela #Mulaayam धारा 498A के प्रभाव धारा 498A के अन्तर्गत कानूनी कार्रवाई के परिणामस्वरूप दोषी पाए जाने पर पति और ससुरालवासी न्यायिक निकाय के आदे