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Sardar Singh Rathor

वंदे मातरम सुजलाम सुफलाम मलयज शीतलाम #nojotophoto

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 वंदे मातरम सुजलाम सुफलाम मलयज शीतलाम

NEERAJ SIINGH

#neerajwrites #yqbaba #yqdada मलयज - चंदन

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तेरी राहतों का शब्द हूँ मैं
तेरी चाहतों की नब्ज हूँ मैं
तेरी उधेड़ बुन को शांत करता " वक़्त हूँ " मैं
हज़ार जख्मों की चुभन को 
शीतलता से ढकता " मलयज " हूँ मैं  #neerajwrites #yqbaba #yqdada मलयज - चंदन

Bharat Bhushan pathak

#छंदज्ञान #मलयज मलयज छंद:- शिल्प-८ लघु प्रति चरण चार चरण समतुकांत। युवक भटक मत। कर मत छटपट।। मनुज प्रखर बन। विकल कर न मन।। #कविता

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मलयज छंद:-
शिल्प-८ लघु प्रति चरण
चार चरण समतुकांत।
युवक भटक मत।
कर मत छटपट।।
मनुज प्रखर बन।
विकल कर न मन।।

©Bharat Bhushan pathak #छंदज्ञान #मलयज 
मलयज छंद:-
शिल्प-८ लघु प्रति चरण
चार चरण समतुकांत।
युवक भटक मत।
कर मत छटपट।।
मनुज प्रखर बन।
विकल कर न मन।।

Neha Gulati Sabrang

सूर्यास्त बोलते हैं! हिला हिला कर पतले दरख़्तों की कलाइयाँ कुम्हलाए सुमन-गुच्छों की गंध से अपमानित क्षितिज खोलते हैं! #कविता

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सूर्यास्त बोलते हैं! 

हिला हिला कर पतले दरख़्तों की कलाइयाँ 

कुम्हलाए सुमन-गुच्छों की गंध से 

अपमानित क्षितिज खोलते हैं!

©Neha Gulati Sabrang सूर्यास्त बोलते हैं! 

हिला हिला कर पतले दरख़्तों की कलाइयाँ 

कुम्हलाए सुमन-गुच्छों की गंध से 

अपमानित क्षितिज खोलते हैं!

Vandana

प्रातः काल की बेला में चलो कर लेते हैं मन को शांत,,,,,,,,,, जब बाहर इतनी शांति बह रही हो मलयज पवन चल रही हो,,,,,,,,,,, हर ओर ताजगी बिखेर र #GoodMorning #सुप्रभातबेला

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सुप्रभात प्रातः काल की बेला में
चलो कर लेते हैं मन को शांत,,,,,,,,,,

जब बाहर इतनी शांति बह रही हो
मलयज पवन चल रही हो,,,,,,,,,,,

हर ओर ताजगी बिखेर र

Nishtha Srivastava

नव वर्ष की पूर्व संध्या पर , "सृष्टि विधान " ढल जाएगी सांझ गोधूलि होगी फिर निशा, अकेली कल होगा, फिर नया विहान . . . नव वर्ष

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Happy New Year नव वर्ष की पूर्व संध्या पर ,  
         "सृष्टि  विधान "
ढल जाएगी 
सांझ गोधूलि 
होगी फिर 
निशा, अकेली 
कल होगा, फिर  नया  विहान . . . 
नव वर्ष के  शुभागमन 
पर, पक्षी  करेंगे  स्वागतगान 
पंख पसारे  मनचले  विहग 
का, होगा  सारा  आसमान . . . 
निज आंचल में,  किरणें 
लेंगी  झपकी 
विस्मृत  कर  देंगी, 
सारी  संसृति 
कल  होगा, फिर नया  प्रकाश . . . 
बहेगी  फिर  बयार,  अविरल 
निर्झरिंणी  नित,  करेगी कल - कल 
भव्य  भविष्य की ओर  
हो, आने  वाला कल ,
आने वाला  पल ,
शुभ  संचित  इस  संध्या 
में,  सब कुछ  बने  सुमंगल 
फिर होगा, मलयज संसार
आएगा ,  फिर नया प्रकाश !!!
                                  "  निष्ठा " नव वर्ष की पूर्व संध्या पर ,
         "सृष्टि  विधान "
ढल जाएगी 
सांझ गोधूलि 
होगी फिर 
निशा, अकेली 
कल होगा, फिर  नया  विहान . . . 
नव वर्ष

Vandana

एक सुबह ढूंढ रही थी मुझको चुपके से कह रही थी कानों में,,,,, भोर भई अब नैन खोलो आकर हमसे मिलो,,,,,,, देखो बाहर कितना सुंदर दृश्य छाया है पं #Happiness #सुप्रभातम

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 सुप्रभात एक सुबह ढूंढ रही थी मुझको
चुपके से कह रही थी कानों में,,,,,

भोर भई अब नैन खोलो
आकर हमसे मिलो,,,,,,,

देखो बाहर कितना सुंदर दृश्य छाया है
पं

Vandana

एक सुबह जो चुपके से आती है,,,कानों में कुछ कहती है सहसा मेरी पलकें खुल जाती हैं,,,मन मस्तिष्क में चेतना भर जाती है,,, मेरी आज कि सुबह कुछ ख #GoodMorning

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एक सुबह तेरी एक सुबह मेरी,
 एक सुबह जो चुपके से आती है,,,कानों में कुछ कहती है
सहसा मेरी पलकें खुल जाती हैं,,,मन मस्तिष्क में चेतना भर जाती है,,,

मेरी आज कि सुबह कुछ ख

Vandana

मनमोहक छवि नव नीरज नव चंचल किरणें धरा में अठखेलियां करती,,, संचय कर लूं हथेली के पोरो से छू लूं किरणों को ह्रदय को विस्मित करती मलयज पवन मन #Happiness #GoodMorning #प्रेम_पराग #प्रातः_अभिवादन

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मनमोहक छवि नव नीरज नव चंचल किरणें
धरा मैं अठखेलियां करती,,सुंदर प्रातः काल की बेला मन को हर लेती,,, मनमोहक छवि नव नीरज नव चंचल किरणें
धरा में अठखेलियां करती,,,

संचय कर लूं हथेली के पोरो से छू लूं किरणों को
ह्रदय को विस्मित करती मलयज पवन
मन

Ashok Mangal

सुंदर प्रकृति चारों ओर खिल उठी है रवि के दर्शन से अद्भुत छटा बिखरी है,,, प्रातः काल की बेला में कुसुम का आलिंगन किया स्वर्ण रश्मि ने अलसाई #GoodMorning #YourQuoteAndMine #beautifullife #beautifulsoul #beautifulworldofwriting

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विलक्षण होता है प्रकृति के हर क्षण का नज़ारा ।
जी भर के अवलोकन करना चाहता ये जग सारा ।।

प्रकृति की ही कृति है हर जीव हर पौध ।
अफ़सोस हम में से कई रखते नहीं इसका बोध ।।

जाने अनजाने प्रकृति प्रदूषित करने के जारी रखते उपक्रम ।
ना जाने कौन से विकास का पाले बैठे हैं हम सब भ्रम ।। सुंदर प्रकृति चारों ओर खिल उठी है
रवि के दर्शन से अद्भुत छटा बिखरी है,,,

प्रातः काल की बेला में कुसुम का आलिंगन किया
स्वर्ण रश्मि ने अलसाई
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