Find the Latest Status about स्पॉइलर साधन from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, स्पॉइलर साधन.
Rishika Srivastava "Rishnit"
Divya Joshi
मेरे ख़यालात.. (Jai Pathak)
जो साधन को साधना सीख गया वो जीना सीख गया और जो साधन का साध्य हो गया उसका भगवान भी चाह के भला नहीं कर सकते। ©मेरे ख़यालात.. (Jai Pathak) #साधन
Bhairav Dey
पैसा केवल खुश रहने का साधन है.... पैसा होने से कोई खुश हो ऐसा जरूरी नहीं है.... ©Bhairav Dey #शुभविचार पैसा केवल खुश रहने का साधन है.... पैसा होने से कोई खुश हो ऐसा जरूरी नहीं है....
Anil Ray
कब रोक पाया जिस्मावरण रूह मिलन को ग़र दिल की वादियों को, इश्क़ हो जाता है। लिबास और लहज़ा खूबसूरत लगे इश्क़ में सूरदास को भी प्रेम में प्रिय नज़र आता है। ©Anil Ray 🌺 प्रेम प्रदर्शन नही अद्भुत दर्शन समझना 🌺 ढ़के हुए जिस्मावरण में रूहानी रूह का एहसास प्रेमी तुम महसूस करो! प्रेम में है बेहद ही खास। बाजारो
Jiyalal Meena ( Official )
Anil Ray
🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟 🌟🌟 🌟 🌟🌟✨✨बागबां अकेला अंतिम मोड़ पर✨✨🌟🌟🌟 🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟 🌟 तुम जहां में जहाँ भी रहो खुश रहो बेटा मेरा क्या कोई पूछेगा तो व्यस्त है! कहकर मान बचा लेंगे। हाथ-पैर में जान रही तो कुछ दिन रहेंगे जगत में धन जरूरी है भविष्य में, हम सम्मान निभा लेंगे। रहो चाहे जहाँ बेटा बहू को रखना सदा खुशहाल बिना जीवनसंगिनी मेरा है बहुत ही खराब हाल। मेरा क्या है बेटा शायद कुछ सांसें ही शेष है अब जरूरत रहे तो बोलना, मैं अब भी लूंगा संभाल। सुख-साधन बहुत कमाया, पर यंत्रों में सुख कहाँ श्रवण-पुत्र अब कहाँ है?जो नही जाये छोड़कर। अपने लहू से सींचा ताउम्र घरबाग छाया के लिए परिंदे उड़ चले, बागबां अकेला अंतिम मोड़ पर। प्रिय बेटा क्या मालूम, अब सांसें रहे नही रहे मेरी पर याद रहे जिंदगी वही जो स्वजनसंग रहती है। एक समय स्वर्ण-मृग के लिए, लालायित है सीता स्वर्णलंका में भी वही सीता हाय! राम कहती है। ❣️❣️❣️❣️❣️❣️❣️❣️❣️❣️❣️❣️❣️❣️❣️❣️❣️❣️❣️ 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 ©Anil Ray 🌺🌺 बागबां अकेला अंतिम मोड़ पर🌺🌺 तुम जहां में जहाँ भी रहो खुश रहो बेटा मेरा क्या कोई पूछेगा तो व्यस्त है! कहकर मान बचा लेंगे। हाथ-प
Nadbrahm
Mili Saha
// नई पीढ़ी का विकास हमारा कर्तव्य // बहुत विश्वास और उम्मीद के साथ कुदरत देती है, हाथ हमारे हाथों में, नई पीढ़ी के पूर्ण विकास का, नई पीढ़ी को सही मार्ग दिखाना, है ये हमारा कर्तव्य, मान रखना है हमें सदैव, कुदरत के इस विश्वास का, बाल रूप होता है अबोध, निर्दोष सब सरल लगे जिसे, हमें ही तो बोध कराना है उन्हें,नैतिकता के एहसास का, पूर्वजों के आदर्शों, संस्कारों को नई पीढ़ी बोझ ना समझें, इसलिए पल-पल महत्व समझाना है हमें इनके उजास का शिक्षा के माध्यम से नई पीढ़ी को सिखा सकते हैं जीने की कला, बस आवश्यकता है हमारी शिक्षा प्रणाली में एक नए बदलाव का, शिक्षा का अर्थ केवल किताबों से कुछ ज्ञान प्राप्त कर लेना नहीं है, शिक्षा को साधन बना सकते हैं हम संस्कृति,संस्कारों से जुड़ाव का, शिक्षित करने के साथ-साथ उन्हें पूर्वजों की गाथा से जोड़े रखना है, समाज, देश के लिए हमें आगाज़ करना होगा एक सार्थक प्रयास का, भविष्य की आशा है नई पीढ़ी, इन्हें बचाना, संजोना है हमारा कर्तव्य, समझाना है उन्हें ये चकाचौंध तो बस है पिंजरा, अंधकार के ग्रास का, जीवन में एक नींव का कार्य करते हैं बाल्यकाल में दिए गए संस्कार, समय रहते निर्माण करना होगा हमें चरित्र और सर्वांगीण विकास का, अक्सर कई वजह से नई पीढ़ी पुरानी पीढ़ी को स्वीकार नहीं कर पाती, आपसी तालमेल से ही अंत हो पाएगा पीढ़ियों में अंतर के, इस द्वंद का, पुरानी पीढ़ियों को भी बदलते परिवेश की चुनौतियों को समझना होगा, तभी तो एक सुगम मार्ग प्रशस्त हो पाएगा, इस नई पीढ़ी के विकास का, कभी जिद कभी नादानियों का वहन कर उन्हें समझना, समझाना होगा, ताकि आधुनिकता की होड़ में भी, महत्व समझें संस्कारों के प्रभाव का। ©Mili Saha बहुत विश्वास और उम्मीद के साथ कुदरत देती है, हाथ हमारे हाथों में, नई पीढ़ी के पूर्ण विकास का, नई पीढ़ी को सही मार्ग दिखाना, है ये हमारा कर्