Find the Latest Status about आसानी से from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, आसानी से.
motivated_by_amruddin_khan
Indian Kanoon In Hindi
Indian Kanoon In Hindi
Sarfaraj idrishi
आसानी से नहीं मिलता ये शौहरत का जाम. काबिल-ए-तारीफ़ होने के लिए वाकिफ़-ए-तकलीफ़ होना पड़ता है!! ©Sarfaraj idrishi #snowpark आसानी से नहीं मिलता ये शौहरत का जाम. काबिल-ए-तारीफ़ होने के लिए वाकिफ़-ए-तकलीफ़ होना पड़ता है!!Internet Jockey akash shrivastav h
Rameshkumar Mehra Mehra
White सब कुछ आसानी से मिल जाए ऐसा.. कभी मेरा नसीब ना रहा....! सुख दुख में बराबर का हिस्सा.... को इतना कोई...!! मेरे करीब ना रहा....!!! कोशिश की है बहुत बार मैने आपनी इस......!!!! जिंदगी से लडने की.... इस तरह हार गए........!!!!! कि अब खुद के फैसलो पर भी यकीन ना रहा..... ©Rameshkumar Mehra Mehra # सब कुछ आसानी से मिल जाए ऐसा,कभी मेरा नसीब ना रहा,सुख दुख में बराबर का हिस्सा,को इतना कोई मेरे करीब ना रहा,कोशिश की है बहुत बार आपनी इस जिं
Bhupendra Rawat
मैं कोशिशें हज़ार करता हूँ मैं ख़ुद के दिल में ही वार करता हूँ तेरी जुस्तजू में हूँ आज तलक तेरे दिए वादे पर आज भी एतबार करता हूँ बड़ा एब है, आसानी से जायेगा नहीं दैर ओ हरम में तेरी ही गुहार करता हूँ रातों में गुफ़्तगू का सिलसिला जारी है जुगनुओं से बातें तेरी हर बार करता हूँ आज भी मैं झुका हूँ तेरे सज़दे में मैं ख़ुद से ज्यादा तुझसे प्यार करता हूँ ©Bhupendra Rawat #GingerTea मैं कोशिशें हज़ार करता हूँ मैं ख़ुद के दिल में ही वार करता हूँ तेरी जुस्तजू में हूँ आज तलक तेरे दिए वादे पर आज भी एतबार करता हूँ
Sawan Sharma
Sangeeta Kalbhor
पर ना जाने.. मैं लिखा करती थी मुझे अब ना जाने कहाँ गुम हो गई हूँ निकलना चाहती हूँ भवंड़र से पर ना जाने कहाँ खोई हुई हूँ रुठ गई है कलम मुझसे दवा कोई कराओ ना दिल नही मानता आसानी से आकर कोई मनाओ ना जिद कर बैठा है मन करके मन्नते मैं हार गई हूँ निकलना चाहती हूँ भवंड़र से पर ना जाने कहाँ खोई हुई हूँ जानती हूँ ये ठिक नही है हो जो रहा है मुझसे कौन मेरा यहाँ अपना है जो बताऊं सब उससे आता नही कोई थामने पुकार कर मैं थम गई हूँ... निकलना चाहती हूँ भवंड़र से पर ना जाने कहाँ खोई हुई हूँ..... मी माझी..... ©Sangeeta Kalbhor #Preying पर ना जाने.. मैं लिखा करती थी मुझे अब ना जाने कहाँ गुम हो गई हूँ निकलना चाहती हूँ भवंड़र से पर ना जाने कहाँ खोई हुई हूँ रुठ गई है