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Golu Devaangan. Diya aur baati hum
सीजी गाना चंदा रे मोर चंदा बन जा मोर दिल की रानी गाना #जानकारी
read moreEklakh Ansari
तुझें ढूंढती हैं नज़रे मुझें एक झलक दिखा जा #फ़ना_बुलंदशाहरी #FanaBulandshahri #EklakhAnsari
read morevirutha sahaj
Jai shree ram हैं कितने भाग्यशाली हम जो प्राण -प्रतिष्ठा के साक्षी बन पाएं हैं प्रभु की मोहिनी मूरत का, दीदार जो कर पाए हैं इतने तुच्छ चक्षु,मुख व कर से कैसे तेरा गुड़गान करूं मैं भगवन तेरी सुंदरता का तो कामदेव भी कभी पार ना पाएं हैं। (२२/०१/२०२४) ©virutha sahaj #झलक
virutha sahaj
राम-मन्दिर फ़ैसला (०९/११/२०१९) राम इक शब्द नहीं,पूरा ब्रम्हांड हैं राम मेरे भी,राम तुम्हारे भी ,वो तो कण -कण में विद्यमान हैं हमारी क्या शक्ति,जो हम उन्हें उनका अवध दिलाए राम मंदिर,राम सेतु.....सत्य आस्था है हमारी इक बार आस्था, टटोल के तो देखो सबके अंदर बसे "श्रीराम" हैं। ©virutha sahaj #झलक
virutha sahaj
किस्से, किससे कहे अपने दर्द के वो, इंसाँ अब बेजुबान हुआ पड़ा है उसे खुद नहीं पता,बस अब कितने दिनों का मेहमान हुआ पड़ा है तकलीफ़ उनसे पूछों जिन्होनें खोया है अपनों को साहब साँसो से लेकर सत्ता का ये खेल,तूफान लाये पड़ा है । ©virutha sahaj #झलक
virutha sahaj
मुसीबत तो सम्पूर्ण विश्व पर जमकर छाई है किंतु आज इक स्त्री,अपना घर संभालते नजर आई है न जाने कब की यादें,जो जिम्मेदारियों में धूमिल हो चलीं थीं आज उन पर हाथ फेरते ही,आंखों में कुछ नमी सी पाई है लेकिन,मुसीबत तो सम्पूर्ण विश्व पर जमकर छाई है। ©virutha sahaj #झलक
virutha sahaj
निर्भया काण्ड,इंसाफ (०३/०३/२०२०) सत्य समय अवश्य लेता है,किन्तु इंसाफ करता है पापियों के पाप का घड़ा है न,धीरे -धीरे भरता है माँ अष्टभुजा ने , अष्टवर्ष लगाए अवश्य क्योंकि ईश्वर क्रोध में, दण्ड नहीं, प्रत्यक्ष संघार करता है। न अग्नि, न दफन,वो कुटिल,शमन के ही हकदार थे अब कुटिलता नज़रों के सामने नाची होगी तब रूह काँपी अवश्य होगी,वो भीषण बर्बरता के गुनाहगारों की काल का साया ,आया सामने होगा जब। ©virutha sahaj #झलक
virutha sahaj
झूठ की पीढ़ियां मज़बूत व सत्य की सीढ़ियां कमजोर होती जा रही हैं हर रोज नारी को मर्यादाएं झकझोर होती जा रहीं हैं कहतें हैं,प्रलय व उत्पत्ति नारी के सानिध्य हैं उठ,चल पहचान अपनी शक्ति को , कि लोग कहें,अब तो ये ,सरज़ोर होती जा रहीं हैं। ©virutha sahaj #झलक