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    PopularLatestVideo

Shashank

शिवराज्याभिषेक

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शहाजी राजांच्या पराक्रमाने घडले,
जिजाऊंच्या संस्काराने वाढले..
 
नाही कधी हरले,
जरी अनेकांनी अडवले..

धन्य होती ती प्रजा,
ज्यांना मिळाला असा राजा..

शिवाजी महाराजांचे होते शासन,
विराजमान झाले महाराज अणि धन्य झालं ते सिंहासन.. शिवराज्याभिषेक

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शिवराज्याभिषेक #मराठीकविता

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GJ's Motivational

6जून...शिवराज्याभिषेक दिन #प्रेरक

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Sarang Katkamwar

#shivatrance शिवराज्याभिषेक सोहळा

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काव्यात्मक अंकुर

शिवराज्याभिषेक


सामान्य रयतेचं हित 
आणि हिंदवी स्वराज्याची जीत
याचसाठी जगले होते जे विशेष
प्रजेचं मन आणि स्वराज्याचा मान राखून 
ज्यांनी केला होता एका नव्या युगात प्रवेश
आज पुन्हा तो मंगलदिवस उजाडला 
जेव्हा घडला होता माझ्या
'शिवछत्रपतींचा'
'शिवराज्याभिषेक'

©काव्यात्मक अंकुर #शिवराज्याभिषेक #अंकुर #काव्यात्मकअंकुर🌱 #marathi #writer #writing #shivajimaharaj #shivrajyabhishek #shivajiraje #Memories

RAJU Chauhn

कविता कविता

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Kishan Gupta

किचन की रानी, तू पसीने से लतपत, 
पंखा बना, मुझे घुमाये जा रही हो,, 
 
चाय कब तक यूँ ही, फीकी पिलाओगी,
इलायची के इंतजार में, अदरक पीसे जा रही हो।

                                          ~किशन गुप्ता #कविता #कविता #

Awanish Singh

कविता कविता

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Balu Khaire

कविता कविता #lonely

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भीगी हुई आँखोका मंजर न मिलेगा,
घर छोडकर मत जाओ कही घर ना मिलेगा।
फिर याद बहुत आएगी जुल्फो की शाम,
जब धूप मे साया कोई सर न मिलेगा।
आंसू को काभि ओस का कतरा न समझना,
ऐसा तुम्हे चाहत का समुदर ना मिलेगा।
इस ख्वाब के माहोल मे बे-ख्वाब है आँखे,
जब निंद बहुत आएगी बिस्तर ना मिलेगा।
ये सोचलो आखरी साया है मोहब्बत,
इस दरसे उठोगे तो कोई दर ना मिलेगा

©Balu Khaire कविता

कविता

#lonely

vijaysinh

#कविता #क़लम कविता

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writing quotes in hindi  मन पीढ़ा से बैचेन हो जाता है,

तब जा के क़लम कागज स्याही रोता है।

क़लम खुद का नहीं,औरों का  दुख 

रोता हैं।

हर पन्ने पर क्रांति की बीज बोता है।

दुनिया में सब से ज्यादा दुखी  क़लम हैं,

हर वक़्त खून के आंसू रोता है,

खून रूपांतर चंद लकीरों में होता है।

अब लोक उसे अल्फ़ाज़ समजते हैं

पर वह अल्फ़ाज़ नहीं लब होते हैं

जो क़लम के दिलसे निकले होते है। #कविता 
#क़लम कविता
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