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Dakshi Raj
मंदिर की घंटी, आरती की थाली नदी के किनारे सूरज की लाली जिंदगी में आये खुशियाँ की बहार आपको मुबारक हो छट पूजा के त्यौहार..!🙏🙏 ©Dakshi Raj छट पूजा गीत
छट पूजा गीत #शायरी
read morePrashant Mishra
भइया शहरे से आवा,भौजी के भी संगे लावा आके गऊवां में छठी माँ के पूजन करावा नाहीं बाटे त, माई से सनतान माँगि ला छट्ठी मईया से मनचाहा वरदान माँगि ला.../ मम्मी ठेकुआ बनावा,अउरी चिउड़ा भुजावा फल-फूल खीर ध के, चला कोसिया भरावा छठी माई बानी ममता के खान माँगि ला छट्ठी मईया से मनचाहा वरदान माँगि ला.../ ए भइया बहँगी उठावा, दउरा मुड़े पे चढ़ावा नंगे पइयाँ लेके चला एके घाटे पहुँचावा माई अस्ताचल के कईके धियान माँगि ला छट्ठी मइया से मनचाहा वरदान माँगि ला.../ मम्मी अरघ चढ़ावा, सूरुज बाबा के मनावा घरे आके सभे राती भर झूमा- नाचा -गावा छट्ठी मईया के गावा गुणगान माँगि ला छट्ठी मइया से मनचाहा वरदान माँगि ला.../ भोरे दियना जरावा, अउरी अरघ चढ़ावा परसादी खाके चला सबके पारन करावा माई करें घर भर के कल्यान माँगि ला छट्ठी मइया से मनचाहा वरदान माँगि ला.../ माई बाड़ू तू दयालू, माई बाड़ू तू कृपालू पीयूष मिश्रा बनिके आइल बाटें तोहर श्रद्धालू प्रशान्त करा जनि मउका ज़ियान माँगि ला.. --डॉ. प्रशान्त मिश्रा "पीयूष" छठ पूजा भोजपुरी गीत
छठ पूजा भोजपुरी गीत
read moreCK JOHNY
बहुत हो चुका बर्बादी का रोना आज गीत आज़ादी के गायेंगे। बेरंग हो चुकी इस ज़िंदगी में आज हम तिरंगा इक रंग जायेंगे। कुर्बानी का रंग कुछ रंग अमन का हरा भरा रंग भर देंगे अपने चमन का। हर तरफ खुशियों के फूल खिल जायेंगे। बहुत हो चुका बर्बादी का रोना आज गीत आज़ादी के गायेंगे। गरीबों कुचलों के आँसू पोंचे हाथ थाम उनका कुछ सोचें। हर हाथ को काम दें पैरों पर उन्हें खड़ा करें। अपने हिंदुस्तानी होने का हक अदा करें। देखो कैसे फिर सबके दिल मिल जायेंगे। बहुत हो चुका बर्बादी का रोना आज गीत आज़ादी के गायेंगे। बी डी शर्मा चण्डीगढ़ 15.08.2020 आज़ादी के गीत
आज़ादी के गीत
read moreHarish
मन होता है आज एक गीत गुनगुनाऊं। कभी टूटी आसों में, धुंधलाती विश्वासों में, नवजीवन की अहसास जगाऊं। मन होता है आज, एक गीत गुनगुनाऊं। कुछ रिश्तों की गांठों को, दिल में आयी बांटो को फ़िर से एक बार सुलझाऊं, मन होता है आज एक गीत गुनगुनाऊं। कुछ अधूरी लकीरों को, द्वार पर खड़े फकीरों को, उनके मंज़िल तक पहुचाऊं। मन होता है आज एक गीत गुनगुनाऊं। उन हाथों की छुअन को, ममता की तपन को, फ़िर एक बार अपने पास लाऊं। मन होता है आज एक गीत गुनगुनाऊं। अतीत में दबे गहरे, व्यतीत हुए बहुत ही सुनहरे, उन खूबसूरत पन्नों को फ़िर आज वापस पाऊं। मन होता है आज एक गीत गुनगुनाऊं। अतीत के गीत
अतीत के गीत
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