Find the Latest Status about नस नस में तू from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, नस नस में तू.
Krish Vj
आख़िरी ख़्वाहिश 'दिल' की, सिर्फ़ दीदार-ए-यार मिरी एक प्रहर गोद में सिर तेरे सिर्फ़ यही सुकून-ए-रूह मिरी नब्ज चले या ना चले, तू ही तो साँसो पर इख़्तियार मिरी प्रेम का शोर तू नस-नस में तू, तेरी तलबगार है रूह मिरी ज़िन्दगी में दर्द था, तेरे आने से हँसी 'रुख़सार' पर मिरी वाकिफ़ ज़माने के सितम से मैं, मरहम-ए-यार तुम मिरी मिलता नसीब से इश्क़ का ख़ुदा, तू ही तो हर दुआ मिरी इबादत करूँ,पलकों की बिछावन करूँ, तू ही खुशी मिरी ज़िन्दगी पर जोर कहाँ, तुम से बिछड़ना ही तो मोत मिरी आख़िरी प्रहर-ए-ज़िन्दगी साथ तू, तू ही तो साँसे है मिरी आख़िरी ख़्वाहिश 'दिल' की, सिर्फ़ दीदार-ए-यार मिरी एक प्रहर गोद में सिर तेरे सिर्फ़ यही सुकून-ए-रूह मिरी नब्ज चले या ना चले, तू ही त
आख़िरी ख़्वाहिश 'दिल' की, सिर्फ़ दीदार-ए-यार मिरी एक प्रहर गोद में सिर तेरे सिर्फ़ यही सुकून-ए-रूह मिरी नब्ज चले या ना चले, तू ही त #yqbaba #yqdidi #YourQuoteAndMine #कोराकाग़ज़ #collabwithकोराकाग़ज़ #आख़िरीपहर #KKC696
read moreदूध नाथ वरुण
ram lala ayodhya mandir मेरे नस नस में प्रभु तुम हो बसे,मेरा मन हर क्षण तेरो नाम भजे। कब आओगे पथ दिन भर देखूं, तेरे दर्शन को मेरो आंख जगे।। ©दूध नाथ वरुण #मेरे नस नस में प्रभु राम बसे
Saurabh pal 85
नस नस में है वो, बस....बस में नही ©Saurabh Pal नस नस में है वो,बस..बस में नहीं
नस नस में है वो,बस..बस में नहीं #Quotes
read morePraveen Jain "पल्लव"
#FourLinePoetry पल्लव की डायरी खुशियोँ की मिठास, गिरवी रख बैठे है दर्द नस नस में दे बैठे है रोटियों की जुगाड़ में,मोहताज बन बैठे है मुबारक हो उनको रस गुल्ले, जो उत्साह जनता का छीन बैठे है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #fourlinepoetry दर्द नस नस में दे बैठे है #fourlinepoetry
#fourlinepoetry दर्द नस नस में दे बैठे है #fourlinepoetry
read morePraveen Jain "पल्लव"
मेरी भाषा पल्लव की डायरी मातृ भाषा हमारा,जीवन संगिनी बनी है हिंदी हमारी नस नस में भरी है इसके भावो से,भाषा हमारी धनी बनी है व्यंजनों और मात्राओ के श्रृंगार से, इस्कीअभिव्यक्ती से मन मे स्फूर्ति बढ़ी है शब्द शब्द की धनी ओज बनकर,कविताओं में ढली है इसके अर्थो में पलता ज्ञान ही ज्ञान ये मन्त्रो की विशेषक बनी है इसके माथे पर चन्दमा सी गहराई चढ़ जाये बिंदी अगर,तो कला की धुरी बनी है प्रेम और प्यार की इसमे जादूगरी शब्दो के कसीदे गढ़ती मिली है पठन पाठन और शास्त्रो की गहराई में डुबा डुबा कर नीर क्षीर की बुद्धि प्रगट की है कहने को राष्ट्र भाषा है मगर साजिशो से पर कतर दिये गये है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #MeriBhasha हिंदी हमारी नस नस में भरी है #MeriBhasha
#MeriBhasha हिंदी हमारी नस नस में भरी है #MeriBhasha
read moreMere alfaaz
दिल में हो तुम, तेरी ये रेशमी जुल्फें हैं एक जंजीर के टुकड़े मेरी नस-नस में बसे है तेरी तस्वीर के टुकड़े अगर यकीन ना आये तो दिल चीर के दिखा दुं मेरे दिल से भी निकलेंगे तेरी तस्वीर के टुकड़े 📋✍️ ©Mere bol मेरी नस नस में बसे हैं तेरे तस्वीर के टुकड़े #Dil
Anurag Choudhary
तू आयी है सजनिया, जब से मेरी बन के ठुमक ठुमक चले है जब तू, मेरी नस नस खनके तेरी बिंदिया रे.... तू आयी है सजनिया, जब से मेरी बन के ठुमक ठुमक चले है जब तू, मेरी नस नस खनके
तेरी बिंदिया रे.... तू आयी है सजनिया, जब से मेरी बन के ठुमक ठुमक चले है जब तू, मेरी नस नस खनके
read more