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Harshvardhan Jain
OMG INDIA WORLD
कभी-कभी जहमत उठाकर आप जो तशरीफ़ लायेंगें, फूलों की क्या बिसात है हम दिल बिछायेंगे....!!! ©OMG INDIA WORLD जहमत उठाकर आप जो तशरीफ़ लायेंगें, फूलों की क्या बिसात है हम दिल बिछायेंगे....!!! #OMGINDIAWORLD
Brajmohan Gola
जरा उठ कर तो देख वो नज़ारे.... चाँद भी तशरीफ़ लाए हैं.. तेरे दीदार के लिए ¡¡¡¡
शिवानन्द
कोरो पन्नों पर अल्फाजों की चादर बिछाता हूं। उसे स्याह के रंग में रंगकर दुनिया को सुनाता हूं। मेरे हिस्से में थोड़ी तारीफें तशरीफ़ में आती हैं। फिर ये जज्बातों को अपने हाथों से सहलाती है। ~~शिवानन्द #कोरो_पन्नों पर #अल्फाजों की चादर बिछाता हूं। उसे #स्याह के रंग में रंगकर दुनिया को सुनाता हूं। मेरे हिस्से में थोड़ी #तारीफें तशरीफ़ में आ
Bambhu Kumar (बम्भू)
बुरे हालात में सभी को आजमाते देखे हैं। बच्चों को भी हमने आंखें दिखाते देखें हैं। और जो अभी-अभी अमीर हुए हैं उनके घर तशरीफ़ मत ले जाना, छोटे-बड़े हर चीज की कीमत बताते देखे हैं।। -BKB✍ बुरे हालात में सभी को आजमाते देखे हैं। बच्चों को भी हमने आंखें दिखाते देखें हैं। और जो अभी-अभी अमीर हुए हैं उनके घर तशरीफ़ मत ले जाना, छोटे
Dheeraj saini dheer
दोस्त जिन्दगी जीने का एक फलसफा होना चाहिए दिन कैसे भी गुजरे बस रात को मजा होना चाहिए तुम कभी नहीं सुधरोगे कमीनो मैंने कहा पुराने दोस्त दारू चकना सब वही मिलेंगे अपनी पुरानी हवेली पर तशरीफ़ तो लाईये... धीरज सैनी धीर @@*** ©Dheeraj saini dheer जिन्दगी जीने का एक फलसफा होना चाहिए दिन कैसे भी गुजरे बस रात को मजा होना चाहिए तुम कभी नहीं सुधरोगे कमीनो मैंने कहा पुराने दोस्त दारू चकना
Yusufi Media
جمعہ کی نماز کا وقت 1,15 ©Yusufi Media आपको यह जानकर बेहद खुशी होगी के कल 15 अक्टूबर को *लाल मस्जिद M P स्ट्रीट पटौदी हाऊस दरिया गंज में*, जुमे से पहले *हज़रत मौलाना मुफ्ती सय्यद
Ganesh Singh Jadaun
बस करो , जामिया वालों बस करो मत बदनाम करो,नाम तुम इंकलाब का रगों में बह रहा है खून तुम्हारे जिहाद का आजादी के मायने, मत सिखाओ हमें तुम अंजाम का तुम्हारे, आगाज़ करेंगे हम मत समझो, मौन हैं तो कुछ भी करोगे तुम ये गलतफहमी, भी तुम्हारी, दूर कर देंगे हम दिखाओ मत तालीम, हमें अपने जिहाद की हम भी नहीं भूले हैं, कहानी राष्ट्रवाद की कहो आकाओं से अपने, बनोगे ढाल कब तक तुम तशरीफ़ को तुम्हारी भी , कर देंगे लाल हम उछलते हो इशारों पर जिनके, नंबर उनका भी आएगा उनका भी नया कच्छा, नया कुछ रंग लाएगा उकसाओ मत हमको,हम तूफान हैं ग़ालिब जल्लाद भी होगा क्या, 'सिंह' हैं उससे बड़े ज़ालिम ____©® गणेश 'सिंह' जादौन बस करो , #जामिया वालों बस करो मत बदनाम करो,नाम तुम इंकलाब का रगों में बह रहा है खून तुम्हारे जिहाद का आजादी के मायने, मत सिखाओ हमें तुम अ
Ganesh Singh Jadaun
पहले कहते #लालिलाहा, फिर #ऊलाला करते हो #स्टूडेंट की #खाल ओढ़कर, #दिल्ली में #बवाला करते हो पहनके #बुर्का,बन गये #रजिया,अब तो #हलाला होगा ही #तशरीफ़ में भर दी #आजादी,अब क्यूं #अब्बू_खाला करते हो 😂🤣😜🤪 ___©® गणेश सिंह जादौन ट्यूबलेस टायर नहीं, ये भारी आफत आई है पंक्चर होती ये बमुश्किल, मंदी पडी कमाई है आखिर क्या करे अब्दुल, नई रोजगार कांग्रेस ने दिलाई है अम्मीज
एक इबादत
बदलेगा यह ! और इसे बदलना ही होगा, जो कोई गाली दे माँ -बहन को वही खींच कर गाल पर उसके दो लगाना होगा...!! आजकल इन गालियों का इस्तेमाल तो इतना खुले आम होता है जैसे सब्जी में नमक मिर्च डाला जाता है. छोटे बड़े का कोई लिहाज़ ही नहीं रहा। यह जुबान आप