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Dayal "दीप, Goswami..
धीरे धीरे जिंदगी का ये सफ़र गुजर रहा है, एक कारवां जिंदगी में यूं ही बसा जा रहा है, हर डगर जिंदगी की नई कहानी शुरू हो रही है, कभी खट्टी, कभी मीठी यादें इस दिल में आ रही हैं,। धीरे धीरे ना जाने क्यूं कुछ अपने बेगाने हो रहे हैं, ना जाने कैसे कुछ बेगाने इस दिल में बस रहे हैं, खामोशियां लफ्जों में है, भाव चेहरे में दिख रहे हैं, पर्दे से ढके कुछ दोहरे चेहरे अब बेपर्दा हो रहे हैं । धीरे धीरे मौसम तरह जिंदगी अपना रूप बदल रही है, गुजरा बचपन तो, अब जवानी भी जिंदगी की ढल रही है, धूप छांव सी ना जाने कैसा खेल ये जिंदगी खेल रही है, हसरतें ना जाने कैसी अब भी इस दिल में समा रही हैं, ख्यालों ख्वाबों में अब भी धीरे धीरे जिंदगी गुजर रही है। ©Dayal "दीप, Goswami.. #Twowords RAVINANDAN Tiwari Ritika Ranjan bhamini Neetu Sharma Omi Sharma
#Twowords RAVINANDAN Tiwari Ritika Ranjan bhamini Neetu Sharma Omi Sharma
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ये बारिश का मौसम* ******************************* ये बारिश का मौसम भी क्या खूब होता है, भिगो देता ये हर प्राणी का तन मन तो, धरा का रूप इस मौसम में निखर आता है, चारों ओर हरियाली छा जाती इस मौसम में, माटी की सुगंध से सारा वातावरण महक जाता है,। चारों ओर दादुर के स्वर गूँजे,कहीं मयूर नृत्य दिखाता है, कहीं गूँजती मतवाली काली कोयल की मीठी मीठी बोली,, कहीं सरिता का जल बढ़चढ़ कर अपना जोश दिखाता है, तप्त धरा को मिलती शीतलता,हर बीज अंकुरित हो जाता है । ये बारिश का ही मौसम है, जो नाना रूप दिखाता है, जो हो जाए इसका रौद्र रूप तो सब कुछ इसकी भेंट चढ़ जाता है , ये प्रकृति का ऎंसा रूप ,जिस पर किसी का बस नहीं चल पाता है, जब दिखा दे ये अपना भयानक रूप हर कोई लाचार हो जाता है। इसी से होती प्यासी वसुधा की जलापूर्ति, इसी से खेत खलिहान फसलों से लहराता है, सागर का भी खाली होता कोष इसी से भर पाता है, इसी लिए ये बारिश का मौसम मन को भाता है। ©Dayal "दीप, Goswami.. #Drops Neetu Sharma bhamini Anshu writer Antima Jain Omi Sharma RAVINANDAN Tiwari
#Drops Neetu Sharma bhamini Anshu writer Antima Jain Omi Sharma RAVINANDAN Tiwari
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सूखे फूल किस्से अधूरे जो जिंदगी के रह गए, खिलते चेहरे के गुलाब मुरझा गए, सींचा था जिनको प्यारे लफ्जों के बोल से, गम में किसी के वो फूल अब मुरझा गए । बहारों का वो मौसम अब रीत गया, जिंदगी का बसंत लगता है बीत गया, तभी तो अब ये वियोग की ज्वाला धधक रही, खुशियों से भरी फूलों सी ये बगिया उजड़ रही। अब तो जिंदगी की डायरी में रह गए चंद वो , जिनको देख देख अब भी तुमको हम नहीं पाते भूल। ©Dayal "दीप, Goswami.. #SookhePhool Anshu writer Omi Sharma RAVINANDAN Tiwari Antima Jain bhamini
#SookhePhool Anshu writer Omi Sharma RAVINANDAN Tiwari Antima Jain bhamini
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तन की सुंदरता मन पर भारी, पंक में भी रह लगती देखो कितनी प्यारी, बरबस छवि जो आकर्षित करती न्यारी, आखों में बस जाती वो सूरत प्यारी । कुदरत ने जो वक्सा रूप अनोख, नहीं कर पाता मलिन संगी खोटा , मलिन धरा में भी है उसका रंग चोखा, तभी तो लगता सब में वो ही अनोखा। (यहां कमल को मलिन बस्ती की सुंदर नायिका का प्रतीक माना गया है) ©Dayal "दीप, Goswami.. #lotus bhamini Anshu writer Antima Jain Dr SONI Omi Sharma
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आया मन भावन सावन विखरी घर आंगन में हरियाली पावन, मंदिर मंदिर गूंजे भोले का जयकारा, भाँग धतूरा है जिनको प्यारा, सजा कंठ में नाग की माला, जटा में समाए गंगा की निर्मल धारा, तन में राख, शीश चंद विराजे,हाथ त्रिशूल में डमडम डमरू बाजे। रिमझिम रिमझिम बरसा पानी,देखो प्रकृति की छटा निराली, चारों ओर कीचड़ पानी, धरा में छाई देखो कैसी हरियाली , दादुर का कंठ करता शोर, वन वन नाचे मस्त हो मोर, बिजली चमके,बदल गरजे, आसमान में छाई घटा घनघोर । अमराईयों में गूँजे कोयल की बोली,गोरी करे सहेलियों संग ठिठोली, तप्त धारा की तपन मिटा दी, विरह वेदना की ज्योति जला दी , जब सावन बरसे, पिया मिलन को विरह वियोगी गोरी मन तरसे, बरबस नयन पंथ निहारे,कब सजना मेरे सूने आगन पधारे । ©Dayal "दीप, Goswami.. #Sawankamahina RAVINANDAN Tiwari Divya Joshi bhamini Neetu Sharma ram singh yadav Omi Sharma
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एक नयी शुरुआत, #शुरुआत ऐसी हो कि लक्ष्य सामने दिखाई दे, बहुत दूर नहीं....☑️ ©hirdesh singh rathore #nayishuruaat Nitin Sharma bhamini Tulsi Paras Sindhu pratyush pratap singh
#nayishuruaat Nitin Sharma bhamini Tulsi Paras Sindhu pratyush pratap singh #शुरुआत
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आखिर इंसान इंसान में ये भेद कैसा, जाति धर्म का भेद बस संकीर्णता का खेल जैसा, मनुष्य होकर मानवता का अभाव वैसा, भरी बरसात में मानो हो जैसे सावन प्यासा। ईश्वर ने तो बस हमको वक्सा मानव जीवन, फिर इतनी जाति धर्मों में ये बटवारा कैसा, जब विधाता की ये संरचना एक जैसी, फिर इंसान की सोच में इतना फर्क कैसा । मनुष्य होकर मनुष्यता का भेद ना जाना, जीवन भर जाति धर्म को ही अपना माना, इसी में बस डूब कर्म से रहा अनजान, देखो आज कहां से कहां आ गया जवाना,। आओ हम सब अब जाति धर्म का भेद मिटाएं, इंसानियत के दिल का ये शूल हटाएं, हम मानव हैं बस मानव बन जाए, जाति धर्म के फेर से अपना ये देश बचाए। ©Dayal "दीप, Goswami.. धर्म जाति का ये भेद कैसा*** #OneSeason POOJA UDESHI Omi Sharma Anshu writer Antima Jain Neetu Sharma bhamini Purnima Chauhan Dr SONI
धर्म जाति का ये भेद कैसा*** #OneSeason POOJA UDESHI Omi Sharma Anshu writer Antima Jain Neetu Sharma bhamini Purnima Chauhan Dr SONI
read morepradeep kumar
दो बातें कर यूं न जाया करो करनी है कुछ और गुफ्तगू कर लो कुछ और बहाना इतनी जल्दी न जाया करो मद्होश हो गई है ज़िन्दगी तेरे प्यार में डूबा हूं मैं कब तक आह भरुं मैं अब और ना तड़पाया करो सो जाऊं तेरी बाहों में कुछ और जाम पिलाया करो यूं बैठकर निहारूं तुझे तेरी आंखों में खो जाऊं मैं तेरे माथे को चूम लूं अब ज्यादा ना सताया करो अकेला हूं पुरे आसमां में मेरे अंगने में आया करो रखुंगा तुझे सबसे अलग इस जहां कि परवाह न कर भर दूंगा दामन खुशियों से हमपे भरोसा जताया करो मिलेगा न कोई और ऐसा सनम मुझे न भुलाया करो दिवाना हूं मैं इस कदर हर जगा तू नजर आती है हो गया तेरे प्यार में पागल अब और न पागल बनाया करो आजा मेरी सुनी बाहों में ऐसे न दूर भगाया करो करनी है कुछ और बातें.. ©pradeep kumar #Love_a_mental_disease #CalmingNature Kavita Thakur bhamini Ajeet Yadav TRD SHYAYI Shiva Pandit
#Love_a_mental_disease #CalmingNature Kavita Thakur bhamini Ajeet Yadav TRD SHYAYI Shiva Pandit #कविता
read morepradeep kumar
जो चांद डूबा था वो फिर निकल आया हमने छोड़ दी थी उम्मीद जिसकी आने की आज फिर निकल आया रात में कुछ और सुनहरा होकर तारों में खो गया था न जाने कहां इस आसमां को छोड़कर उस बीन मैं अधुरा था तारे थे पर अंधेरा था फिर न जाना ऐसे छोड़कर मैं न रह पाऊंगा तेरे बीन तु ही मेरी दुनिया है मैं अंधेरा हरपल तेरे बीन तेरा हर रूप प्यारा है तेरी हर मुस्कान प्यारी है तु इस दुनिया में एक है जो मेरी हर चीज तुम्हारी है। ©pradeep kumar #Love #nojatohindi #moonlight Ajay verman Kavita Thakur bhamini Avinash Fatehpuri Kagaz aur kalam Tanuj Juhi Pandey Ajeet Yadav Anjani U
#Love #nojatohindi #moonlight Ajay verman Kavita Thakur bhamini Avinash Fatehpuri Kagaz aur kalam Tanuj Juhi Pandey Ajeet Yadav Anjani U #कविता
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