Find the Latest Status about सूरत गुजरात समाचार from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, सूरत गुजरात समाचार.
अदनासा-
आज फ़िर पढ़ा अख़बार मैं एतबार की खातिर मगर फ़िर वही समाचार था सरकार की खातिर ©अदनासा- #हिंदी #अख़बार #पढ़ा #समाचार #एतबार #सरकार #खातिर #Instagram #Facebook #अदनासा
Krishna Rai
Shilpa
हमारी सूरत भी देख लिया करो हम वो सूरज है जो अस्त हो रहा है ©Shilpa हमारी सूरत भी देख लिया करो हम वो सूरज है जो अस्त हो रहा है ©Shilpapandya
Neelam Modanwal
हिरोशिमा की पीड़ा किसी रात को मेरी नींद चानक उचट जाती है आँख खुल जाती है मैं सोचने लगता हूँ कि जिन वैज्ञानिकों ने अणु अस्त्रों का आविष्कार किया था वे हिरोशिमा-नागासाकी के भीषण नरसंहार के समाचार सुनकर रात को कैसे सोए होंगे? क्या उन्हें एक क्षण के लिए सही ये अनुभूति नहीं हुई कि उनके हाथों जो कुछ हुआ अच्छा नहीं हुआ! यदि हुई, तो वक़्त उन्हें कटघरे में खड़ा नहीं करेगा किन्तु यदि नहीं हुई तो इतिहास उन्हें कभी माफ़ नहीं करेगा.. 🙏🏼शहीद दिवस हार्दिक शुभकामनाए... 🙏🏼 ©Neelam Modanwal #shaheeddiwas #hunarbaaz हिरोशिमा की पीड़ा किसी रात को मेरी नींद चानक उचट जाती है आँख खुल जाती है मैं सोचने लगता हूँ कि जिन वैज्ञानिकों ने
Ravendra
Shivkumar
ये अदरक वाली चाय भी , तेरी मोहब्बत तो झुमके वाली है । सूरत बेरोज़गारों वाली सा , और ये हरकते भी शायरों वाली है ।। ©Shivkumar #GingerTea #Tea #tea_lover #Nojoto #nojotohindi ये अदरक वाली #चाय भी , तेरी #मोहब्बत तो #झुमके वाली है ।
Pintu
💕सूरत देखकर नहीं सीरत देखकर हमसफ़र ढूढ़ना बुढ़ापे में अच्छे चहरे नहीं अच्छे शहारे काम आते हैं 🥰😘😍 ©Pintu #raindrops 💕सूरत देखकर नहीं सीरत देखकर हमसफ़र ढूढ़ना बुढ़ापे में अच्छे चहरे नहीं अच्छे शहारे काम आते हैं 🥰
मुखौटा A HIDDEN FEELINGS * अंकूर *
दर्द उगते रहे मैं गुनगुनाता रहा चोट खाकर भी,मुस्कुराता रहा हादसों की कितनी सूरत लिए वक्त आता रहा और'जाता रहा देवता मानने की, भूल हो गई पत्थरों पर सिर, टकराता रहा बस्ती के अंधेरे से घबरा गया रात भर उम्मीदें, जलाता रहा खुरच दी लकीरें हथेलियों से नसीब इस तरह मिटाता रहा मुर्दा एहसास की वो कहानी बेवज़ह सभीको सुनाता रहा तमाम उम्र गफ़लत में गुजरी हकीकत की मार खाता रहा ©मुखौटा A HIDDEN FEELINGS #दर्द #उगते #रहे #मैं #गुनगुनाता रहा चोट खाकर भी,मुस्कुराता रहा हादसों की कितनी सूरत लिए वक्त आता रहा और'जाता रहा देवता मानने की, भूल हो