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सौम्या साक्षी
पीरियड्स.... एक सुबह जब बिटिया जागी, कपड़े पर धब्बे खून के लगे हुए थे! गुड़िया के नन्हें कदम बढ़ते-बढ़ते अब तेरह तक पहुँच गए थे...! उसकी पहली माहवारी थी ये... वो पेट के दर्द से घबराई थी..! मन में अनगिनत डर लिए सोचे, जाने कौन सी बीमारी आयी थी..! किसी ने मंदिर में जाने से टोका, किसी रसोई में आचार छूने से रोका सबने नियमों की सूची गिनवाई , प्यारी बिटिया देखो कैसे मुरझाई..! काश विज्ञान के शिक्षक ने कक्षा में रजोधर्म का पाठ छोड़ा ना होता..! काश घर में माँ, दादी,बुआ,चाची... किसी ने वक़्त पर समझाया होता ! काश,सफाई की बातें उसे सिखाई जाती मन की हलचल पर पाबंदी ना लगाई जाती! बिटिया को दुलार कर गले से लगाया होता कुछ मनपसंद उसे खिलाया होता..! तय कर ले हम सब,भूल सुधारें ये... हमारी समस्या नहीं, समाधान है ये..! प्रकृति की साधारण-सी बात है ये... जीवन की एक नई शुरुआत है ये..!! ✍️सौम्या_साक्षी✨ . ©Saumya Sakshi #period #menstruation #girl #Society #Thinking
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read moreNeelam jangir
The red mark on her skirt symbolizes the greatest responsibility given to her by God. ©Neelam Menstruation 🦋 #nojotoenglish #menstruation #period #nojotohindi #englishquotes #Inspiration #Quote
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read more3 Little Hearts
माहवारी आये तो, अपवित्र कहलाती है, ना आये तो अभागिन, मासिक धर्म की पीड़ा सहती है, हर महिला, चाहे अविवाहित हो या सुहागिन। ©Vishnuuu X #menstruation #stree #mahila #स्त्री #माहवारी #period #periods
Vijay Sharma
Deepak Malhotra
Menstrual Hygiene Day #menstruation #MenstrualHygieneDay #period #deepakmalhotra #poem #Poetry #Shayar #Shayari #girls #Trending
read moreयशस्वी तिवारी
नारी का मातृत्व है यह" *************** अभिशाप नहीं बरदान है यह,, अपवित्र नही पवित्र है यह,, गंदगी नही हमारा रक्त है यह,, नारी का मातृत्व है यह,, क्यूं वर्जित है मन्दिर मे जाना?? क्यू वर्जित है तुझे स्पर्श करना?? क्यू समाज मे ऐसा नियम बना?? क्यू नारी को कष्ट पड़ा सहना?? क्या इस बहती वायु ने मुझे स्पर्श कर मन्दिर और मूरत को स्पर्श नही किया?? क्या हमारी नासिका ने निकली वायु(CO2) के एक भी कण से तुलसी के वृक्ष ने प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया द्वारा अपना भोजन नही बनाया होगा?? क्या हमारा स्पर्श किया जल पवित्र नदियो मे नही मिला?? क्या इस ब्रह्मांड की अनंत तरंगो ने मेरे बाद तुझे स्पर्श नही किया?? हमारी अंतरात्मा मे विराजमान ईश्वर ने तो मुझे प्रतिपल ,प्रतिक्षण स्पर्श किया,, फिर ये ढोंग क्यू?? क्या ईश्वर की सीमाएं सिर्फ मन्दिर तक है?? क्या ईश्वर कण कण में नही है?? जागो! और सोचो! क्यू?????? हे ईश्वर! जब अद्रश्य रुप मे मैने तुझे स्पर्श किया तो द्रश्य रुप मे स्पर्श वर्जित क्यू??? ©यशस्वी तिवारी #menstruation