Nojoto: Largest Storytelling Platform

New मरणासन्न Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about मरणासन्न from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, मरणासन्न.

    PopularLatestVideo

HINDI SAHITYA SAGAR

"आशा व्यक्ति को ऊर्जित; दिलासा साहस तो, उत्साहवर्धन मरणासन्न को जीवित कर सकता है, निराशा फिर से उठने का अवसर देती है किंतु हताशा 'व्यक्ति' #Life #हिंदी_साहित्य_सागर

read more
mute video

HINDI SAHITYA SAGAR

"आशा व्यक्ति को ऊर्जित; दिलासा साहस तो, उत्साहवर्धन मरणासन्न को जीवित कर सकता है, निराशा फिर से उठने का अवसर देती है किंतु हताशा 'व्यक्ति' #Life #हिंदी_साहित्य_सागर

read more
mute video

राजेश गुप्ता'बादल'

#nojotohindi #nojotoshayri #nojotoashq #nojotoLove #nojotomajburiyan #nojotoshikayat #nojotoall #nojotoclub #Waqt समझ क्यूं नहीं रहे हैं ल

read more
समझ क्यूं नहीं रहे हैं लोग,
वक्त का पहिया है घूम चुका।
अब करते रहो तुम रोना धोना,
होना था जो अब है हो चुका।
रुका है वक्त कभी किसी के लिए,
जो आज रुकेगा।
और भी हैं गम बहुत 
दुनिया जहान में,
ढूबे हुए हैं शहर दर शहर 
देखोगे तो ही तो दिखेगा।
रेत की मानिंद फिसल रहा है 
पल दर पल वक्त ये,
गर करोगे महसूस दर्द किसी का 
तो ही तो आंसू आंख से गिरेगा। #nojotohindi #nojotoshayri #nojotoashq #nojotolove #nojotomajburiyan #nojotoshikayat #nojotoall #nojotoclub #waqt 

समझ क्यूं नहीं रहे हैं ल

Ajay Amitabh Suman

दुर्योधन कब मिट पाया:भाग-11 इस दीर्घ कविता के दसवें भाग में दुर्योधन  द्वारा श्रीकृष्ण को हरने का असफल प्रयास और उस असफल प्रयास के प्रतिउत्त #Mahabharata #kavita #महाभारत #कौरव #pandav #पांडव #कविता  #Kaurav #Duryodhana

read more
mute video

Ajay Amitabh Suman

इस दीर्घ रचना के पिछले भाग अर्थात् ग्यारहवें भाग में आपने देखा कि युद्ध के अंत में भीम द्वारा जंघा तोड़ दिए जाने के बाद दुर्योधन मरणासन्न अवस #Mahabharata #kavita #महाभारत #कौरव #pandav #पांडव #अश्वत्थामा #कविता  #Kaurav #Duryodhana #Ashvatthama

read more
mute video

Divya Joshi

दोस्त तो नोजोतो पर आने के बाद अब मिले हैं कुछ बहुत ही अच्छे। उन सबके नाम अपनी thanku पोस्ट में पहले ही कॉमेंट में मेंशन कर चुकी हूं। सबके बा #FriendshipDay

read more
प्रिय सखी  [डायरी ]


लोगों के लिए चाहे पहेली हो तुम.……
पर मेरी तो सबसे अच्छी सहेली हो तुम……। 

मेरे सुख-दुःख में संग रहती हो,
मेरी निराशा में आशा के रंग भरती हो। 
मेरे मरणासन्न मन मस्तिष्क में आत्मचेतना जगाती  हो,
मेरे अश्क़ों को हँसी में बदल जाती हो। 

मेरे सूखे जीवन की तुम्हीं हरियाली हो,
इस जीवंत जहां के लोगों से ज़रा निराली हो।
निर्जीव होकर भी मेरे मन में सजीवता भर देती हो,
मेरे जीवन की हर एक पहेली हल कर देती हो। 

नाउम्मीदी में इक उम्मीद सी जग जाती है,
तुमसे कहकर हर तक़लीफ़ कम हो जाती है। 
तुम साथ हो तो किसी की याद नहीं सताती है,
तुमसे सब बाँटकर  जैसे मेरी आत्मशुद्धि हो जाती है। 

लोगों के लिए चाहे पहेली हो तुम,
पर मेरी तो सबसे अच्छी सहेली हो तुम।

©Divya Joshi दोस्त तो नोजोतो पर आने के बाद अब मिले हैं कुछ बहुत ही अच्छे। उन सबके नाम अपनी thanku पोस्ट में पहले ही कॉमेंट में मेंशन कर चुकी हूं। सबके बा

Divyanshu Pathak

आज खेतों की तरफ घूमने गया तो रास्ते में खड़े पेड़ पर कुछ लटका हुआ सा दिखा। सोचा कोई जीवाश्म होगा पर यकायक याद आया जीवाश्म तो पृथ्वी के अंदर हो

read more
तुम इंसानों का कोई भरोसा नहीं है।
तुम अपनो के पैर पकड़ !
उन्हें आसमान दिखा देते हो ! आज खेतों की तरफ घूमने गया तो रास्ते में खड़े पेड़ पर कुछ लटका हुआ सा दिखा।
सोचा कोई जीवाश्म होगा पर यकायक याद आया जीवाश्म तो पृथ्वी के अंदर हो

Divyanshu Pathak

एक बार सुबह सुबह ताऊजी ने गीत सुन लिया .... चोली के पीछे क्या है ? चोली के पीछे ! अब तो ताऊ जी पे सनक सबार हो गई आखिर चोली के पीछे है क्या ?

read more
चोली के पीछे क्या है ?😶
:

"ताऊ शेखावाटी"
एक दिन धुन सबार हो गई पता लगाके ही रहूँगा !
कैप्शन में ही पता लगाके रख देता हूँ
😀😁😁 
"रंगीला राजस्थान" एक बार सुबह सुबह ताऊजी ने गीत सुन लिया ....
चोली के पीछे क्या है ? चोली के पीछे ! अब तो ताऊ जी पे सनक सबार हो गई आखिर चोली के पीछे है क्या ?

Pnkj Dixit

🇮🇳चन्द्रशेखर आजाद 🇮🇳 पण्डित चन्द्रशेखर 'आजाद' (२३ जुलाई १९०६ - २७ फ़रवरी १९३१) ऐतिहासिक दृष्टि से भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम के स्वतंत्रता

read more
#OpenPoetry 🇮🇳पं• चंद्रशेखर आजाद🇮🇳 🇮🇳चन्द्रशेखर आजाद 🇮🇳

पण्डित चन्द्रशेखर 'आजाद' (२३ जुलाई १९०६ - २७ फ़रवरी १९३१) ऐतिहासिक दृष्टि से भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम के स्वतंत्रता
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile