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Kirti Pandey
वो शाम का यूं ढल जाना , नई दुल्हन के शर्माने सा लगता है, कभी इठलाती है, कभी लहरों संग बलखाती है, प्रकृति कितनी खूबसूरत अल्हड़ सी मुस्काती है, उस चत्रकार के जादू का कोई हिसाब कहां, सागर अंबर मिल रहे , ऐसे मधुर मिलन का जवाब कहां। प्रेम ऐसे ही अवसर पर एक दूजे की आंखों में बस जाता है।। नए नए नगमे बनते हैं, हर दिल कवि बन जाता है, कुछ यूं ही बैठे बैठे शाम भी ढल जाती है, नए सुबह की आस लिए, रात हमें सुलाती है, प्रकृति , एक पहेली है, प्रेमचक्षु से स्पर्श करो तो , यही पक्की सहेली है।। जीने की आस जगती है, खुद को खोके,नई खुशी दे जाती है प्रकृति की कीर्ति ज़र्रे ज़र्रे में अपनी छवि दिखाती है, हां ये सुंदर श्रृष्टि हमें हर पल अपना दीवाना बनाती है।। ©Kirti Pandey #kinaara #ShamBhiKoi #Sundar #prakriti #Nature #Original #poem #Hindi #Trending #New
kaushik Garg
Ye asman , ye nadiya, ye pahar kuch keh rahe hai........ prakriti se prem pehle se jyada badhne lage hai......!! ©kaushik Garg #BadhtiZindagi #Nature #prakriti
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read moreSurinder Kumari
सुंदर प्रकृति नीचे है स्वच्छ बहता पानी ऊपर आकाश ने नीली चद्दर तानी हरे पेड़ों ने छेड़ी अपनी वाणी देखो सुंदर प्रकृति यह भी कहानी ©Surinder Kumari Nature#sunder prakriti
Naturesunder prakriti #कविता
read moreअंकित भट्ट
इन फिजाओं में ये ठंडक कैसी, सूरज का यूँ गुनगुनाना।। मखमली घास का इतराना कैसा, हवाओं का यूँ थपथपाना। भौरों का गुंजन ये कैसा, फूलों का यूँ लहलहाना। चिड़ियों की कूक ये कैसी, बहारों का यूँ मुस्कुराना।। ©अंकित भट्ट #Nature #NatureLove #prakriti
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read moreSangeeta Verma
बंजर धरती तपता सूरज--- कोई उम्मीद नजर नहीं आती है, एक मुसाफिर की आस--- सूखे गले में जगती प्यास--- तन की शीतलता के लिए---- पेड़ों की छांव का आभास कराती है, तब जाकर उस बंजर धरती की पुकार--- इंसान के कानों में बार-बार एक वेदना सुनाती है, ना करो प्रकृति से छेड़छाड़, जिस पेड़ पर बैठे हो तुम--- उसी से कर रहे हो खिलवाड़, गिर जाओगे शाख से नीचे--- जीवन भी गंवाओगे, और जिंदगी ही नहीं बचेगी--- कैसे प्रकृति बचाओगे, सृष्टि का आरंभ प्रकृति, सृष्टि का अंत प्रकृती इतना समझ जाओगे--- प्रकृति की रक्षा कर--- उसका मान बढ़ाओ, एक नन्हा सा पौधा लेकर--- मिट्टी में लगाओगे--- जीवन की बगिया में--- हर पल खुशियां ही सजाओगे, संगीता वर्मा ✍️✍️ #प्रकृति #Trees,❤️🍀🌷 ©Sangeeta Verma #Trees #Trees #prakriti #nature