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KP EDUCATION HD

ऐसा माना जाता है कि अगर आप पर एक बार शनिदेव की कृपा हो गयी तो आप रातोंरात हर बड़े से बड़ा मुकाम हासिल कर लेते हैं. बुरा करने वाले को शनिदेव #News

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N S Yadav GoldMine

#boat पाताल भुवनेश्वर गुफ़ा किसी आश्चर्य से कम नहीं है इस मंदिर के इतिहास के बारे में विस्तार से जाने !! 🔔 {Bolo Ji Radhey Radhey} पाताल भ #प्रेरक

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N S Yadav GoldMine

पाताल भुवनेश्वर गुफ़ा किसी आश्चर्य से कम नहीं है इस मंदिर के इतिहास के बारे में विस्तार से जाने !! 🔔 {Bolo Ji Radhey Radhey} पाताल भुवनेश् #प्रेरक

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Divyanshu Pathak

:💕👨Good morning ji ☕☕🍉🍫🍫☕☕💕💕🍀☘🙏🌱🍨🍧 : निश्चित ही बिजली का आविष्कार बेंजामिन फ्रेंक्लिन ने किया लेकिन बेंजामिन फ्रेंक्लिन अपनी एक किताब में लि

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रूप विलोकि नयन अटके
चटके हिय के सब तार मेरे
सुध बुध सब बिसराय दई
पुलकित मन बेचैन हुआ
तरुणाई पे तेरी ये सिर पटके ! :💕👨Good morning ji
☕☕🍉🍫🍫☕☕💕💕🍀☘🙏🌱🍨🍧
:
निश्चित ही बिजली का आविष्कार बेंजामिन फ्रेंक्लिन ने किया लेकिन बेंजामिन फ्रेंक्लिन अपनी एक किताब में लि

Nisheeth pandey

रोटी बनाया गया मुझे 😍व्यंग्य😋 ||जब प्रेमिका से हुई अनबन फिर मेरी प्रेमिका ने खुन्नस ऐसे यूँ निकाली|| मेरी प्रेमिका आटा गूँथते हुए मेरा ना #Hum #lovequotes #कविता #Hug #Rishta #sadquote #streak #couplefight #WinterSunset #NojotoStreak

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रोटी बनाया गया मुझे 😍व्यंग्य😋

||जब प्रेमिका से हुई अनबन फिर मेरी प्रेमिका ने खुन्नस यूँ  निकाली||

मेरी प्रेमिका आटा गूँथते हुए 
मेरा नाम बड़बड़ा रही थी
खुन्नस कैसे निकालू सोच रहीं थी 

आटे की लोई को गोल गोल घुमा 
मुठ्ठी में भड़ी थी
मानो चुरैल के हाथों में
 मेरी मुंडी फसी थी 
तुझे तो ऐसे ही
 मचोड मचाड़ कर 
 कचुंबर निकालूंगी 
सच कहूं तो 
कोयल आज काग की आवाज में 
बड़बड़ा रही थी 

चकला को पत्थर समझ पटकी थी 
अब बेलन से कुटाई की बाड़ी थी 
आज प्रेम पुजारीन चन्ठि बन गयी थी
बेचारे लोई का भी 
मेरे कारण सामत आई थी 
कभी बेलन से दबा रही थी
उठे हुए भाग को 
दबा दबा दम निकाल रही थी
उठा दबा भाग को थपिया रही थी
एक बराबर मोटाई में लायी थी

गोल गोल चपटी रोटी पर 
मेरा नाम देख 
चांद सा कच्चा रोटी मुस्कुरा रहा था
पता नहीं क्या सूझी 
बेली हुई रोटी पर
 मेरा नाम लिखी थी


  समान गोलाई-मोटाई देकर 
  रोटी पर मेरा नाम देख
प्रेमिका स्वयं गर्म ताबा सा 
लहक रही थी 
नाक मुंह बिचकाते  
गर्म तांबे पर
मेरा नाम लिखा रोटी को 
दे पटका था 
मैं पक रहा था 
वो घूर रही थी 

नकचीड़ी अब बड़बड़ाती है- 
देख तुझे पका पका कर 
क्या हाल करती हूँ
इसमें तेरी 
कमिनापंथी आवारागर्दी मक्कारी 
झारती हूँ? 

बेचारा कच्ची रोटी 
असहाय सा होकर
 घुटता रहा फूलता रहा 
 दम निकलता फट फट कर
  सारा गैस निकालता रहा 
उसकी कुशल हाथों से 
परिपक रोटी बन गया था 
अब तो दुनिया की भूख 
मिटाने के काबिल
 मैं बन गया था !

🤔#निशीथ🤔

©Nisheeth pandey रोटी बनाया गया मुझे 😍व्यंग्य😋
||जब प्रेमिका से हुई अनबन फिर मेरी प्रेमिका ने खुन्नस ऐसे यूँ  निकाली||

मेरी प्रेमिका आटा गूँथते हुए 
मेरा ना

Harshita Dawar

#realityoflife #Reality #Relationship #yqbaba #yqdidi Written by Harshita ✍️ #jazzbaat Relationship रिश्ते We are living In that 21st cent

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Written by Harshita ✍️
#Jazzbaat
Relationship रिश्ते


We are living In that 21st century
Where all things are cut short
Short description
Short story
Short cuts
Short forms
Short Relationships
Short shirt
Short dresses 
Short message
Short notice
Short trips
Sort and short

So what do think 
about exchange of feelings

Written by Harshita ✍️
#Jazzbaat
रिश्ते जीतने शॉर्ट हो गए है
इतने सम्मान भी कम हो गय हैं

SEE CAPTION #realityoflife #reality #relationship  #yqbaba #yqdidi 
Written by Harshita ✍️
#Jazzbaat
Relationship रिश्ते
We are living In that 21st cent

Harshita Dawar

#Quote #MyThoughts #feelings #yqbaba #yqquotes Written by Harshita ✍️✍️ #jazzbaat आवारां सी कश म कश सी लगी ज़िन्दगी। तूफ़ान उठता रहा। हल चल

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Written by Harshita ✍️✍️
#Jazzbaat
आवारां सी कश म कश सी लगी ज़िन्दगी।
तूफ़ान उठता रहा। हल चल दिखाता रहा।
रंजो गम में गुम सी थी।तूफ़ान था आंखो में।
लाल सुर्ख गुलाबी रंगो में बादल नज़र आते रहे।
यादें पुरानी ताज़ा करती रही।
तूफानों में कशितिया डुबाती रही।
सात समुद्र पार जाते रहे।
उमड़ घुमड़ लहरों में उछलते रहे।मचलते रहे।
बगैरअनुमति अपनी आंखो में बसाते रहे।
बहाते रहे।कुछ पुराने किस्से बंद किताबों से।
निकल कर सवाल करने लगे।
तू कण कण में मौजूद है।
मेरी आंगन की तुलसी की परिक्रमा में भी तुम थे।
मेरे तांबे के लोटे के जल में भी परछाई थी तुम्हारी।
द्वार पर बने स्वास्तिक चिन्ह के कुमकुम ने तुम थे।
कहां थे तुम। कहां थे तुम।
मेरे हाथों की लकीरों में थे क्या तुम।
बहुत देर तक पढ़ती रही ।मिलाती रही।
कभी उल्टा करती।कभी सीधा करती।
बस हाथों को निहारती। और  सोचती ।
तुम हो या नहीं।
हो तो कहा हो।
होती साथ क्यूं नहीं।
नाम था तो दिखता क्यूं नही।
लकीरों कुछ धुलने लगी थी।
बसी लकीरों को मिटाती रही।
नई किरदारों को परखती रही।
क्या हुआ अगर ज़िंदगी की सच्चाई।
नज़र आने लगी।
वक़्त रहते आंखे खुल गई।
तबांही के ज़लज़ले जोंरे पर थे।
कुछ नए कुछ पुराने।
बस किस्से कुछ कहानियां ।
बनती रही। राहीं बन कर चलते रहे।
चलते रहे।चलते रहे।

 #quote #mythoughts #feelings #yqbaba #yqquotes 
Written by Harshita ✍️✍️
#Jazzbaat
आवारां सी कश म कश सी लगी ज़िन्दगी।
तूफ़ान उठता रहा। हल चल

N S Yadav GoldMine

नवरात्रि में आसानी से हर दिन कैसे करें पूजा? {Bolo Ji Radhey Radhey} नवरात्रि के समय पूरा माहौल भक्तिमय हो जाता है, लोग माता की आराधना में ल #alone #पौराणिककथा

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नवरात्रि में आसानी से हर दिन कैसे करें पूजा? {Bolo Ji Radhey Radhey}
नवरात्रि के समय पूरा माहौल भक्तिमय हो जाता है, लोग माता की आराधना में लीन हो जाते हैं और देवी जी सभी भक्तों पर अपनी असीम कृपा बरसाती हैं। इस दौरान कई लोग विधिवत रूप से माता की रोज़ पूजा करते हैं, कलश की स्थापना करते हैं, अखंड ज्योत जलाते हैं, हवन करते हैं और कन्या पूजन भी करते हैं।

परंतु कई लोग ऐसे भी होते हैं, जो माता के आशीर्वाद को प्राप्त करने के लिए पूजा तो करना चाहते हैं, लेकिन उनके पास समय की काफी कमी होती है। ऐसे लोगों में विद्यार्थी, नौकरी पेशा, व्यापारी और कई अन्य लोग शामिल हैं। इसके अलावा कुछ लोग शारीरिक समस्याओं या किसी बीमारी के कारण भी विधि-विधान से पूजा करने में असमर्थ होते हैं।
आज हम ऐसे सभी लोगों की नवरात्रि को अधिक शुभ बनाने के लिए यह खास जानकारी लेकर आए हैं।

सबसे पहले हम लोग इस आसान पूजा में इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री की बात कर लेते हैं-

पूजा के लिए ज़रूरी सामग्री-

एक चौकी, लाल कपड़ा, अक्षत, माता जी की प्रतिमा या चित्र, गणेश जी की प्रतिमा या चित्र, पीतल या तांबे का कलश/लोटा, सिक्का, पुष्प, लाल चुनरी, मौली, मिट्टी का बड़ा दीपक, लौंग, इलायची, ऋतु फल, बताशे या मिश्री और कपूर।

यह सभी सामग्री पूजा से कुछ दिन पहले एकत्रित कर लें। नवरात्रि के प्रथम दिन आप प्रातःकाल उठकर स्नानादि कार्यों से निवृत हो जाएं और स्वच्छ वस्त्र धारण कर लें। इसके बाद ही पूजन विधि का प्रारंभ करें, चलिए अब हम लोग आसान पूजन विधि को विस्तारपूर्वक जान लेते हैं-

इस प्रकार करें आसानी से पूजा-

सबसे पहले पूजन स्थल पर चौकी लगा लें और इसपर लाल रंग का कपड़ा बिछा लें।
अब इस चौकी पर कुछ अक्षत यानी बिना टूटे चावल रखें और इसपर देवी दुर्गा जी की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें।

नोट: आप बिना अक्षत के भी देवी जी की प्रतिमा की स्थापना कर सकते हैं और अगर आप चौकी भी नहीं लगा सकते हैं तो घर के मंदिर को ही शुद्ध और स्वच्छ करके वहां पर देवी जी का पूजन करें।

एक लोटे या कलश में शुद्ध जल भर लें।
इसके अंदर एक सिक्का डालें।
अब इसके ऊपर चावल से भरी एक प्लेट रख दें।
इस कलश को माता की प्रतिमा के बाएं ओर 9 दिनों के लिए रख दें। इसे आपको रोज़ स्थापित नहीं करना है।
इसके पश्चात् आप पूजन स्थल पर गणपति जी की प्रतिमा को विराजमान करें, अगर आपके पास प्रतिमा नहीं है तो सुपारी के रूप में भी बप्पा जी को विराजमान कर सकते हैं।
भगवान गणेश और देवी दुर्गा जी पर पुष्प से शुद्ध जल का छिड़काव करें।
अगर आप अखंड ज्योत नहीं जला पा रहे हैं तो आप केवल घी का दीपक जला लें।
दीप प्रज्वलित करने के बाद गणेश जी, माता रानी, कलश और दीपक को हल्दी-कुमकुम का तिलक लगाएं।
भगवान गणेश और देवी जी को वस्त्र स्वरूप कलावा या मौली अर्पित करें, साथ ही फूल भी अर्पित करें।
वैसे तो माता दुर्गा को श्रृंगार की सामग्री भी चढ़ाई जाती है, लेकिन अगर ऐसा संभव नहीं हो पा रहा है तो आप एक लाल चुनरी या लाल वस्त्र अवश्य माता को चढ़ाएं।
भोग में बताशे, मिश्री, और फल अर्पित कर सकते हैं।
हवन के स्थान पर आप एक मिट्टी के पात्र या बड़े दीपक में कपूर जला लें और इसमें लौंग का 1 जोड़ा ज़रूर रख दें। कुछ लोग लौंग के दो जोड़े भी अग्नि में डालते हैं।
यह हवन माता को दिखाएं और पूरे घर में भी दिखाएं। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है। यह 9 दिनों तक रोज़ जलाएं।
आरती से पहले आप भगवान गणेश और माँ दुर्गा को समर्पित काफी आसान लेकिन प्रभावी मंत्रों का जाप कर सकते हैं-

‘वक्रतुण्ड महाकाय, सूर्यकोटि समप्रभ।
निर्विघ्नं कुरु मे देवसर्वकार्येषु सर्वदा॥’

‘या देवी सर्वभूतेषु शक्ति-रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
या देवी सर्वभूतेषु मातृ-रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥ .
या देवी सर्वभूतेषु चेतनेत्यभि-धीयते। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥’

अंत में भगवान जी से अपनी भूल-चूक के लिए क्षमा ज़रूर मांगे।

इस प्रकार आपकी पूजा संपन्न हो जाएगी, आप इस प्रकार 9 दिनों तक माता की पूजा अर्चना आसानी से कर सकते हैं। हर रोज़ आप चौकी को साफ अवश्य करें और पूजा से पहले वहां गंगाजल का छिड़काव करें।

चलिए अब जान लेते हैं कि अगर आप विधि-विधान से कन्या पूजन नहीं कर सकते हैं तो आपको क्या करना चाहिए-

आप विधिवत कन्या पूजन की जगह छोटी कन्याओं को घर पर बुलाकर फल, दक्षिणा, माता को चढ़ाया गया प्रसाद, मिठाई, या दही-जलेबी खिला सकते हैं। आपको जितनी कन्याएं मिलें, उनको अपनी श्रद्धा और क्षमता के अनुसार दान-दक्षिणा दें।
आपको बता दें, कन्यापूजन के बिना भी आप यह पूजा कर सकते हैं।

दोस्तों, पूजा में सबसे महत्वपूर्ण देवी जी के प्रति आपकी सच्ची आस्था होती है। अगर आप सच्चे मन से ध्यान लगाकर देवी जी की आराधना करते हैं, तो उनकी कृपा आपको निश्चित् रूप से मिलती है।

* दुर्गा माता जी की आरती *
जय अम्बे गौरी,
मैया जय श्यामा गौरी,
तुमको निशदिन ध्यावत,
हरि ब्रह्मा शिवरी।

॥ॐ जय अम्बे गौरी…॥

मांग सिंदूर विराजत,
टीको मृगमद को,
उज्ज्वल से दोउ नैना,
चंद्रबदन नीको॥

॥ॐ जय अम्बे गौरी…॥

कनक समान कलेवर,
रक्ताम्बर राजै,
रक्तपुष्प गल माला,
कंठन पर साजै॥

॥ॐ जय अम्बे गौरी…॥

केहरि वाहन राजत,
खड़ग खप्पर धारी,
सुर-नर-मुनिजन सेवत,
तिनके दुखहारी॥

॥ॐ जय अम्बे गौरी…॥

कानन कुण्डल शोभित,
नासाग्रे मोती,
कोटिक चंद्र दिवाकर,
सम राजत ज्योती॥

॥ॐ जय अम्बे गौरी…॥

शुंभ-निशुंभ विडारे,
महिषासुर घाती,
धूम्र विलोचन नैना,
निशदिन मदमाती॥

॥ॐ जय अम्बे गौरी…॥

चण्ड-मुण्ड संहारे,
शोणित बीज हरे,
मधु-कैटभ दोउ मारे,
सुर भयहीन करे॥

॥ॐ जय अम्बे गौरी…॥

ब्रह्माणी, रूद्राणी,
तुम कमला रानी,
आगम निगम बखानी,
तुम शिव पटरानी॥

॥ॐ जय अम्बे गौरी…॥

चौंसठ योगिनी गावत,
नृत्य करत भैरों,
बाजत ताल मृदंगा,
अरू बाजत डमरू ॥

ॐ जय अम्बे गौरी…॥

तुम ही जग की माता,
तुम ही हो भरता,
भक्तन की दुख हरता,
सुख संपति करता ॥

ॐ जय अम्बे गौरी…॥

भुजा चार अति शोभित,
वर मुद्रा धारी,
मनवांछित फल पावत,
सेवत नर नारी ॥

ॐ जय अम्बे गौरी…॥

कंचन थाल विराजत,
अगर कपूर बाती,
श्रीमालकेतु में राजत,
कोटि रतन ज्योती ॥

ॐ जय अम्बे गौरी…॥

श्री अंबेजी की आरति,
जो कोइ नर गावे,
कहत शिवानंद स्वामी,
सुख-संपति पावे ॥

ॐ जय अम्बे गौरी…॥

©N S Yadav GoldMine नवरात्रि में आसानी से हर दिन कैसे करें पूजा? {Bolo Ji Radhey Radhey}
नवरात्रि के समय पूरा माहौल भक्तिमय हो जाता है, लोग माता की आराधना में ल

Sarbjit sangrurvi

पड़ गया लोड दिमाग पर, संगरूरवी के भारा। फुलों से कोमल दिल को, किसी लिए तोड़ दिया। तूझ पर मर मिटने वाले को, क्यों तुम ने छोड़ा। बताओ मुझे सं #MusicLove #ਜੀਵਨ

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पड़ गया लोड दिमाग पर,
संगरूरवी के भारा।
फुलों से कोमल दिल को,
किसी लिए तोड़ दिया।
तूझ पर मर मिटने वाले को,
क्यों तुम ने छोड़ा।  
बताओ मुझे संगरूरवी, 
कहां की नयन जयोति हुर परी है।

©Sarbjit sangrurvi पड़ गया लोड दिमाग पर,
संगरूरवी के भारा।
फुलों से कोमल दिल को,
किसी लिए तोड़ दिया।
तूझ पर मर मिटने वाले को,
क्यों तुम ने छोड़ा।  बताओ मुझे सं

Rahul

तांबे के बर्तन में पानी पीना कोई अमृत से कम नहीं। #short #kuchhtofacthai #जानकारी

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