Find the Latest Status about घटिया पिक्चर from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, घटिया पिक्चर.
Vickram
काश कोई पूछ ले कभी की तू उदास क्यों है । एसी तैसी में गयी ज़माने की सारी खुशियां । उल्टा गौर करते हैं लोग मेरी नकली हंसी पर । और सोचते हैं कि आज इतना खुश क्यों है । ©Vickram #achievement कोई इतना घटिया कैसे हो सकता है 🌎
INDIA CORE NEWS
Rupali >------->>Verma
प्रेम कुमार रावत
ये मया हा ना भाचा पिक्चर, कहानी मे बने लागथे जी ... 😟 सिरतोन मा मया करके देख आधा आधा रात के उठ के रोये ला पढ़थे...🥲🥲🥲 ©cg_poet_ prem _kumar #onenight ये मया हा ना भाचा पिक्चर, कहानी मे बने लागथे जी ... 😟 सिरतोन मा मया करके देख आधा आधा रात के उठ के रोये ला पढ़थे...🥲🥲🥲
Bazirao Ashish
"Duty के सिर्फ 8 घण्टे जो मज़दूर हैं वही बाकी के समय ग्राहक होते हैं।" इसलिए "कम्पनी में घटिया सामान बनाने वालों, भोजन में जहर मिलाने वालों एक निवाला तुम खाओगे, आज नहीं तो कल पाओगे।" ●आशीष●द्विवेदी● ©Bazirao Ashish Duty के सिर्फ 8 घण्टे जो मज़दूर हैं वही बाकी के समय ग्राहक होते हैं। इसलिए कम्पनी में घटिया सामान बनाने वालों, भोजन में जहर मिलाने वालों एक
ज़हर
ज़हर कहाँ पर बोलना है और कहाँ पर बोल जाते हैं। जहाँ खामोश रहना है वहाँ मुँह खोल जाते हैं। कटा जब शीश सैनिक का तो हम खामोश रहते हैं। कटा एक सीन पिक्चर का तो सारे बोल जाते हैं। नयी नस्लों के ये बच्चे जमाने भर की सुनते हैं। मगर माँ बाप कुछ बोले तो बच्चे बोल जाते हैं। बहुत ऊँची दुकानों में कटाते जेब सब अपनी। मगर मज़दूर माँगेगा तो सिक्के बोल जाते हैं। अगर मखमल करे गलती तो कोई कुछ नहीँ कहता। फटी चादर की गलती हो तो सारे बोल जाते हैं। हवाओं की तबाही को सभी चुपचाप सहते हैं। च़रागों से हुई गलती तो सारे बोल जाते हैं। बनाते फिरते हैं रिश्ते जमाने भर से अक्सर। मगर जब घर में हो जरूरत तो रिश्ते भूल जाते हैं। कहाँ पर बोलना है और कहाँ पर बोल जाते हैं। जहाँ खामोश रहना है वहाँ मुँह खोल जाते हैं। ©ज़हर ज़हर कहाँ पर बोलना है और कहाँ पर बोल जाते हैं। जहाँ खामोश रहना है वहाँ मुँह खोल जाते हैं। कटा जब शीश सैनिक का तो हम खामोश रहते हैं। कटा ए
Rakesh frnds4ever
जिस देश में नारी को देवी समझा जाता था, उसकी पूजा की जाती थी वो देश भारत था वहां का साहित्य एवम शिक्षा संस्कृत और मातृभाषा हिंदी में थी वहां की संस्कृति और सभ्यता पृथ्वी की सबसे पहली ओर सबसे ज्यादा समृद्ध सभ्यता थी जबकि दुनिया के किसी भी हिस्से में इंसान का वजूद तक नहीं था,, परंतु आधनिकता की अंधी दौड़ में, जूठे विकास में मानसिक रूप से पाश्चात्य कुटिल सभ्यता के झोंक में दुनिया की सबसे घटिया और चोरी की रद्दी भाषा अंग्रेजी के झांसे में फंसकर ना सिर्फ औरत बल्कि प्रत्येक भारतीय नर नारी, बच्चे बूढ़े, लड़के लड़कियां सभी अंधकार में धसतें चले जा रहे हैं ओर आज के so called modern development में नारी सिर्फ एक भोग विलास की वस्तु बन चुकी है,,,... ©Rakesh frnds4ever #Kaarya जिस देश में #नारी को #देवी समझा जाता था, उसकी पूजा की जाती थी वो देश #भारत था वहां का साहित्य एवम शिक्षा #संस्कृत और मातृभाषा