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Insprational Qoute
कोरे कागज पर मेरे तक़दीर की स्याही आँब-ए-रवाँ सी बह गई, मैं मुरीद इश्क-ए-तम्मनाओं का,वो बेमुराद मुराद पूरी कर गई। मैं चाहतों का शिकारी वो मिरी चाहतों में कुछ इस कदर सिमट गई, पूरी हो वो हसरतें, जो तेरे मेरे दरम्यान थी ,ये फासले ही कम कर गई। #तक़दीर_की_स्याही_team_alfaz #newchallenge There is new challenge of poem/2 line/4 line in whatsapp group (link in bio) Today's Topic is *तक़दीर की स्याही*
ashutosh anjan
ख़्वाबों की ज़ुस्तज़ू है आँखे बेदार होती जा रही है, साँसे बंद नही लेकिन दुश्वार होती जा रही है। ख़्वाहिशों का भार जैसे कंधों पर बढ़ता गया, दर्द नही है लेकिन ज़िंदगी तलवार होती जा रही है। यक़ीनन मेरी जिंदगी एक खुली क़िताब जैसी है, मेरा सफ़र उन सवालों की ताबीर होती जा रही है। तेरे सवालों का शोर इस क़दर फैला है मेरे ज़हन में, मेरी आँखें तेरे जवाबों का पैगाम होती जा रही है। सोचता हूँ नज़रें बदल लें या फिर नज़रिया अपना, ग़म-ए-इश्क़ मेरे नज़रों का इल्ज़ाम होती जा रही है। अब तो दरख्तों पर भी नए नए फूल उग आए है, एक उम्मीद ही है मेरी जो अब तक मुरझा रही है। तक़दीर की स्याही से लिखीं और ज़िन्दगी होगी आशु, तभी ज़िंदगी रोज़ नया इश्तिहार होती जा रही है। कैप्शन में भी पढ़े।👇 ख़्वाबों की ज़ुस्तज़ू है आँखे बेदार होती जा रही है, साँसे बंद नही लेकिन दुश्वार होती जा रही है। ख़्वाहिशों का भार जैसे कंधों पर बढ़ता गया, दर्द नही है लेकिन ज़िंदगी तलवार होती जा रही है।
DR. SANJU TRIPATHI
तकदीर की स्याही का रंग चुनकर खुद तकदीर रंगीन बनाएंगे। मेहनत और लगन से कर्म करके तकदीर- ए -तस्वीर सजाएंगे। रास्ते गर धुंधले लगे तो राह- ए -महताब खुद बनकर दिखाएंगे। अपनी तकदीर खुद लिखेगें और तकदीर-ए-आजम कहलाएंगे। #तक़दीर_की_स्याही_team_alfaz #newchallenge There is new challenge of poem/2 line/4 line in whatsapp group (link in bio) Today's Topic is *तक़दीर की स्याही*
Anil Prasad Sinha 'Madhukar'
मैं हूँ तक़दीर की स्याही, मैं लोगों के कोरे किस्मत को रचता हूँ, मैं किस्मत बनाता, बिगाड़ता तो कभी कभी रचने से बचता हूँ। मैं काली स्याही से तक़दीर को बिगाड़ता, रंगीन से संवारता हूँ, मैं राजा को रंक बनाता तो कभी रंक के सिर राजमुकुट धरता हूँ। #तक़दीर_की_स्याही_team_alfaz #newchallenge There is new challenge of poem/2 line/4 line in whatsapp group (link in bio) Today's Topic is *तक़दीर की स्याही*
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