Find the Best लिपट Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutलिपट तेरी बंद है, लिपट का अर्थ, लिपट meaning in english, लिपट गया, लिपट वाला गाना,
Rabindra Kumar Ram
" सच बोलूं तो क्या लिखा जाये , तेरे दर्द का कौन सा हिसाब लिखा जाये , मत पूछ मेरी खामोशि की बजह , तेरी बेरुखी मुझसे लिपट के सिसकेगी . " --- रबिन्द्र राम Pic :pexels.com " सच बोलूं तो क्या लिखा जाये , तेरे दर्द का कौन सा हिसाब लिखा जाये , मत पूछ मेरी खामोशि की बजह , तेरी बेरुखी मुझसे लिपट के सिसकेगी . " --- रबिन्द्र राम
Pic :pexels.com " सच बोलूं तो क्या लिखा जाये , तेरे दर्द का कौन सा हिसाब लिखा जाये , मत पूछ मेरी खामोशि की बजह , तेरी बेरुखी मुझसे लिपट के सिसकेगी . " --- रबिन्द्र राम
read moreNisheeth pandey
लड़ना झगड़ना रूठ जाना ..... थोडा झूठ थोड़ा सच पक पक करना मुंह बनाना मुंह फूलाना .. रंग बिरंगी भावों से बंदरिया सी खेल दिखाना ... थक कर हार कर धीरे से मुस्कुराना ... फिर तकिए से लिपट कर सब कुछ भूल जाना ..... इन एहसासो में है निशीथ अब तुमको जीना ....... 🤔निशीथ🤔 #लड़ना #झगड़ना #रूठ_जाना ..... थोडा झूठ थोड़ा सच पक पक करना मुंह बनाना मुंह फूलाना .. रंग बिरंगी भावों से बंदरिया सी खेल दिखाना ... थक कर हार कर
Avnish Singh
वो मोहब्बत सच्ची थी पर उनके लिए मैं उनका खिलौना बन बैठा था। कहां पाता था मुझे उस मोहब्बत में बचपन की यादें। जब खिलौने से दिल भर जाता था तो उसे तोड़ फेकते थे। पर हां हर पल एक सवाल उठता था मन में मेरे पर कभी पूछ ना पाया। जो कहा करती थी कफ़न में लिपट के साथ जाएंगे तेरे। वो अब किसी और के कफ़न में लिपट जाने की बात करती हैं। #eksawal#shyari#nojoto#sadshyari
#eksawal#shyarinojoto#sadshyari
read moreSuraj_Official
इन वादियों के इन हवाओं में यूं ही खो जाने दें, इन बारिश को यूं ही बरस जाने दे, दिल थम सा गया है जबसे तुमको देखा है, अब तो आ भी जा मेहरबान इन बारिश में आग लगाने दे, है हममें जो एहसास ए मोहब्बत उनसे लिपट जाने दे, ये वक्त थम सा गया है तेरे आ जाने से , अब तो आ भी जा मेहरबान खुद से लिपट जाने दे !!!! आ भी जाओ #Need #miss #love #poetry #nojotohindi #ss #honey
नितिन कुमार 'हरित'
#OpenPoetry कल वो मेरे पास आये, कुछ इस तरह.. कि आग़ोश में, मैं उनके थी, खुली खुली सी कहीं सिमट रहे थे ज़िस्म, दो से एक हो रहे थे वहीं... लबों से लब टकरा के, झगड़ रहे थे कहीं, हर एक आह पे, वो कुछ रगड़ रहे थे कहीं । बड़ा सुकून था, वो जब भी कस रहे थे मुझे, लिपट लिपट के, बेख़ौफ़ डस रहे थे मुझे । सब उड़ेलकर मुस्कुराये, कुछ इस तरह.. कल वो मेरे पास आये, कुछ इस तरह.. #love #feelings #erotic #deeplove #desire #18+ #nitindilse #nkharit
poetic soul shashi
#OpenPoetry ना पूछता माँ से हाल उसका ना अपना हाल सुनाता है, जवान बेटा कोई जब तिरंगे में लिपट के घर आता है,, ये सोच कर दिल घबराता है,, आँखो में आँसू सबके और जुबां पर नाम दे जाता है, बड़ी ही खामोशी से अपने शौर्य के किस्से सुनाता है ये सोच कर दिल घबराता है दिल बैठ सा जाता है यादों में उसकी सर फक्र से फिर सबका उठ जाता है,, ना पूछता माँ से हाल उसका ना अपना हाल सुनाता है, जवान बेटा कोई जब तिरंगे में लिपट के घर आता है,, श्रद्धांजलि 🙏🙏🙏देश के अमर शहीदों को #OpenPoetry
Poonam bagadia "punit"
उस अँधेरे के सन्नाटे में कोई पीछा कर रहा था। कृप्या कैप्शन में पढ़ें 🙏🏻 "आज फिर वो माँ की डांट सुनकर गुस्से में, घर से बाहर निकल आया, आज फिर उसने सोच लिया कि अब कुछ भी हो घर नही जाऊगा.... भला ऐसा कोई करता है? मेरे सभी दोस्तों को आज़ादी है पर मुझे ही नही है.. सब अपनी ज़िंदगी जीते हैं पर.. मैं... मैं क्यों नही अपनी मर्जी से, खुल कर जी सकता हर समय, मम्मी की बंदिशें... घर जल्दी आया करो, रात को जल्दी सोया करो, स्कूल से सीधा घर आओ, ये नही कहना वो नही खाना, यहाँ नही जाना, इससे दोस्ती नही करनी, उससे नही बोलना.... उफ्फ ! कितनी बंदिशें..?? वो अपनी इसी सोच में उलझा चला जा रहा था
"आज फिर वो माँ की डांट सुनकर गुस्से में, घर से बाहर निकल आया, आज फिर उसने सोच लिया कि अब कुछ भी हो घर नही जाऊगा.... भला ऐसा कोई करता है? मेरे सभी दोस्तों को आज़ादी है पर मुझे ही नही है.. सब अपनी ज़िंदगी जीते हैं पर.. मैं... मैं क्यों नही अपनी मर्जी से, खुल कर जी सकता हर समय, मम्मी की बंदिशें... घर जल्दी आया करो, रात को जल्दी सोया करो, स्कूल से सीधा घर आओ, ये नही कहना वो नही खाना, यहाँ नही जाना, इससे दोस्ती नही करनी, उससे नही बोलना.... उफ्फ ! कितनी बंदिशें..?? वो अपनी इसी सोच में उलझा चला जा रहा था
read moreMradul Sagar
बारिशों का अचानक यूँ बरसना और फ़िर तेरी याद आना...! बूंदों की ठंडी चादर में, ख़्वाहिशों का लिपट लिपट जाना..✍️
Brijendra Dubey 'Bawra,
हाल तक नहीं पूँछा वो सदियों साथ रहा जब लिपट-लिपट के रोया जब मुद्दत के बाद मिले!! ©बृजेन्द्र 'बावरा' हाल तक नहीं पूँछा वो सदियों साथ रहा जब लिपट-लिपट के रोया जब मुद्दत के बाद मिले!! ©बृजेन्द्र 'बावरा' #NojotoHindi #bawraspoetry #www.facebook.com/bawraspoetry/ #Haal #Muddat_shairy #Sher_O_Shairy Vidya Bhushan Kumar Sakshi Sachan Ravi Chandra Nazreen Sadar Internet Jockey
हाल तक नहीं पूँछा वो सदियों साथ रहा जब लिपट-लिपट के रोया जब मुद्दत के बाद मिले!! ©बृजेन्द्र 'बावरा' Hindi #bawraspoetry #www.facebook.com/bawraspoetry/ #haal #Muddat_shairy #Sher_O_Shairy Vidya Bhushan Kumar Sakshi Sachan Ravi Chandra Nazreen Sadar Internet Jockey
read morevikrajgill
लिपट गई इस तरहां वो मुझसे मेरी रूह तक समाने लगी वो बसने लगी थी दिल में वो मेरे और मुझको भी दिल में बसाने लगी वो अभी पहली ही तो मुलाक़ात थी हमारी और अभी से अपना बनाने लगी वो लिपट गई इस तरहां वो मुझसे मेरी रूह तक समाने लगी वो { vikraaj gill } मेरी रूह तक समाने लगी वो
मेरी रूह तक समाने लगी वो
read more