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यशवंत कुमार

सर पे मत चढ़ाओ

छोटी-सी यह जिंदगी है, मस्ती से काटो और जाओ।
दुःख बहुत हैं पहले ही, लड़कर उन्हें और न बढ़ाओ।।
अरे,मरेंगे वो भी कि वो खुदा नहीं है, सच यही है एक;
मूर्खों की भाँति हल्ला करके, उनको सर पे मत चढ़ाओ। #selfishleaders #communalharmony #humanity

यशवंत कुमार

कितनी कीमत है तुम्हारी?

अजी! तुम छोटी-छोटी बातों से परेशान हो रहे हो,
और वो कांटों की कुर्सी पर नितंब टिकाये बैठे हैं।
तुम्हारी गालियाँ उनकी अगली जीत की गारंटी हैं,
वो इस नुस्खे को कईबार बखूबी आजमाये बैठे हैं।
गर यकी न हो किसी को मेरी कसी हुई बातों पर;
तो चुनावी मौसम में जुमलों की बारिश तो होने दो,
उन्हें भी खूब पता है कि कितनी कीमत है तुम्हारी?
वो सारे खर्चों का पूरा - पूरा हिसाब लगाए बैठे हैं। Photo Credit- Pinrest

#indianpolitics #dirtypolitics #dirtyleaders #selfishleaders #selfishpeople

यशवंत कुमार

फिर से दगा होगा

उसे लाख बुरा भला कहो,  वो कभी बुरा नहीं मानता है,
वो बहुत ही शातिर है,  औकात सबकी पहचानता है।
उसकी एक चाल,  तुम्हारी सारी बिसातों पे भारी है,
वो इस बात को भली - भांति, वर्षों से जानता है।।
तभी तो वो एक नेता है, और तुम एक वोट हो,
वो पूरा सिस्टम है,  तुम सिस्टम  के खोट हो।
उसे मालूम है, तेरी कीमत आखिर कितनी है,
कितने समय में तुम  भूल जाते चोट हो।।
तुम समझ गये होगे तो बुरा लगा होगा,
थोड़ी देर के लिए ज़मीर जगा होगा।
पर क्या करोगे ये फिर सो जाएगा,
तुम्हारे साथ फिर से दगा होगा।। #dirtypolitics #politicsinindia #selfishleaders #ihatepolitics

यशवंत कुमार

                    भगत सिंह के देश में
गंगापुत्र  की गंगा  मैया,  अब सड़े-गले लाश ढ़ो रही है,!
भागीरथी अपनी  किस्मत पे,  फूट-फूट  कर रो रही है,!
और उसका प्यारा बेटा न जाने कहाँ दुबक कर बैठा है,!
क्या उसकी करुण पुकार, उसे अब नहीं बुला रही है,??
               आजकल जिसकी हवा चली है, वो मौतें नहीं, नरबलि हैं,!
               व्याप्त हर दिल में दशहत है, चारों ओर मची खलबली है,!
               उनके लिए कोई  बड़ी बात नहीं,  कि वो तो बंडे संडे हैं,!
               लाशों के ढेर पर ही तो,  उनकी किस्मत फली, फूली है,!!
'माता' कहकर वोट बटोरे,  ऐसा मतलबी  पुत्र नहीं देखा,!
'दीदी' कह मजाक उड़ाये,कोई रामभक्त भी नहीं सरीखा,!
हर रूप में छलिया है वो, पर नहीं कृष्णचरणों की धूल है,!
है वो व्यापारी गुजरात का,  एक नम्बर का पक्का झूठा,!!
               वो  फिर  आएगा नए रूप बदलकर, जब चुनाव आयेंगे,!
               तब तक तुम्हारे हरे- हरे घाव,  कुछ हद तक भर जायेंगे,!
               थमा देगा वो तेरे हाँथों में,  वादों का कोई नया झुनझुना,!
               या फिर धर्म की अफीम चाटकर, सभी दर्द भूल जायेंगे,!!
अपनों को खोकर भी , जब दर्द से लहू नहीं उबलता है,!
तभी ऐसे मक्कारों का राज,  निर्बाध  बेखौफ़ चलता है,!
जिसको सत्ता सौंपी है,  उससे  सवाल  क्यूँ  नहीं  करते?
भगत सिंह के देश में क्यूँ, अब कायर हर घर पलता है?? #selfishworld #selfishleaders #jhoothewaade #jhoothelog #makkar #business

यशवंत कुमार

वो मर-मर के खुश हैं कि उनके सपनों की सरकार है,!
वो देख-देख कर खुश हैं कि अंधभक्तों की भरमार है,!
सरकार और उसके अंधभक्त ही अब देश के पर्याय हैं,!
सत्ता से सवाल पूछने वाला; आतंकवादी है, गद्दार है,!! #dirtypolitics #selfishleaders #selfishworld #coronavirus

यशवंत कुमार

न था

न सुनी थी इतनी हाहाकार कभी, न थी आवाम इतनी लाचार कभी।
न था कभी सत्ता का लोभ इतना, न थी ऐसी निर्दयी सरकार कभी।

न था नृप कोई आत्ममुग्ध इतना, न थे इतने पक्षपाती अखबार कभी।
न थे इतने अंधे किसी भी राज में, न थे इतने चाटुकार पत्रकार कभी!

न था इतना वैमनस्य जनों के बीच, न था इतना घृणित चुनाव-प्रचार कभी।
न थी कभी इतनी जुमलेबाजी; न थे नेता इतने झूठे, मक्कार कभी।

न था इतना कभी अतिविश्वास,  न थी पूंजीपतियों की सरकार कभी।
न थी कभी इतनी हवाबाजी, न था इतना बेसुध राजदरबार कभी।

न बिकी थी कभी इतनी सरकारी कंपनियां, न थे गिने-चुने खरीदार कभी।
न बनते थे कभी सवाली देशद्रोही, न था डर का इतना कारोबार कभी।

न थे स्तरहीन कुतर्क कभी इतने, न था एंबुलेंस पर बालू सवार कभी।
न मयस्सर थी साइकिल कभी लाशों को, न था मौत के लिए इंतजार कभी। #selfishworld #dirtypolitics #coronavirus #selfishleaders

यशवंत कुमार

शुक्र है

शुक्र है इतना तीव्र ज्वर रहने के बावजूद,
थोड़ी फीकी तो जरूर हुई है,
पर चीनी अभी तक मीठी ही लग रही है।
नाक थोड़ी जाम-सी है, पर सांसे चल रही हैं।
गनीमत है कि घ्राण शक्ति के कम होने पर भी,
पसीने में दवाईयों की गंध सूंघ पा रहा हूँ।
दर्द-से टूटते बदन में भी कभी-कभार,
एक असीम शांति का अनुभव कर ले रहा हूँ।
अभी तक इतना खुशनसीब तो जरूर हूँ कि,
ऑक्सीजन लेवल 95 पर थमा है।
हाँ, श्वसनतंत्र में थोड़ा म्यूकस जरूर जमा है
पर दम घोंट दे मेरा उतना भी नहीं है।
थोड़ी कम ही सही भूख भी बाकी है,
प्यास भी लग रही है।
उबकाई आती तो है, पर होती नहीं है।
डर तो जरूर लगता है, पर डरता नहीं हूँ।
और हाँ, मैं चिल्लाकर कहता हूँ :-
मैं एक राष्ट्रवादी हूँ।
न तो मैं कभी कोरोना से पीड़ित ही हो सकता हूँ
और न ही इसका वाहक ही।
मुझ पे सपने में भी ऐसा इल्जाम मत लगाना, गद्दारों !
वरना, सरकार तुम्हें देखे या न देखे,
कोरोना तुम्हें जरूर देख लेगा।। #dontlosehope #beoptimistic #saveyourself #stayhome #staysafe #dirtypolitics #selfishleaders

यशवंत कुमार

सबसे बड़ा खिलाड़ी

देखो, देश बेचने निकल पड़ा है, दढ़ियल एक फ़कीर,!
हैं नियमित ग्राहक  उसके, चंद  गुजराती  बड़े अमीर,!
रूप बदलने में है वो माहिर,सेवक श्री राम का सच्चा,!
हाँकता डींगें बड़ी-बड़ी, भाषणबाजी में अव्वल वीर,!!

बड़ी जतन से करता वो, सबसे अपने मन की बातें,!
चमचे- बेलचे  उसकी  करनी पर, फूले नहीं अघाते,!
जिनके घरों से उठी है अर्थी,  दर्द  बस वो  ही जानें,!
उसके लिए तो सफलता की सीढ़ी हैं,  बढ़ती लाशें,!!

मरते किसान  मरते जवान,उसे प्यारी है अपनी कुर्सी,!
जुमलों का सरदार बड़ा वो, नजरें  लोमड़ी - सी  धूर्ति!
नारी तक का मज़ाक उड़ाये,  बनाकर मुँहबोली दीदी,!
अंधभक्तों की आँखों में हरदम, रगड़ी रहती है सुरती,!!

रैलियों का बादशाह है वो, महँगे कोटों का शौकीन,!
भीड़ जुटाने में है माहिर, कर प्रोटोकॉल की तौहीन,!
अदालत,जज,चुनाव-आयोग; सबको नचाता है वो,!
है सबसे बड़ा खिलाड़ी, बाकी हम सारे तमाशबीन,!! #sabsebadakhiladi #selfishworld #selfishleaders #dirtypolitics #dirty_politics #politicsinindia #politics_nowadays

यशवंत कुमार

मुश्किल है

कुछ-एक राज्य जीत लो  या फिर,  जीत लो पूरा ही देश,!
जब लोगों का दिल जीत लो, तो ही मन की बात बताना,!!

अपने वादों को जुमला तुम ही कह दो,   कोई बात नहीं,!
लोग फिर भी तुम्हें चाहें,  तो ही कहीं वोट माँगने जाना,!!

बड़ी बात नहीं कि,  तुम नकल कर लो  किसी की  सूरत,!
गर सीरत भी थोड़ी उतार पाओ, तो ही नुस्खा आजमाना,!!

सबको  ही आजादी  है , कि भरा- पूरा लोकतंत्र है यहाँ,!
पर किसी से रिश्ता बना कर,  फिर मजाक मत उड़ाना,!!

भले मानस-सी सफेदी  तेरी  दाढ़ी में आ गई है  तो क्या,!
चुनाव जीतने की खातिर,  उनपे कभी दांव मत लगाना,!!

ख़ैर अपना-अपना तजुर्बा है, और अपनी-अपनी सोच है,!
पर मुश्किल है, झूठे वादों से हरबार जनता को फुसलाना,!! #dirtypolitics #selfishpeople #waade #indiandemocracy #selfishleaders

यशवंत कुमार

देश के गद्दार,!

अब जो लाशें गिन रहे हैं न, वो ही देश के गद्दार हैं,!
अरे,! ये वायरस है; न कि लोकतंत्र की सरकार है,!!
ये अपना काम कर रहा है, सरकार अपना काम कर रही है,!
जनता पहले भी मरती थी, और आज भी मर रही है,!
तुम छाती क्यों पीट रहे हो? तुम भी अपना काम करो,!
मरो वोट देकर, या फिर ऑक्सीजन के बिना मरो,!
महंगाई से मरो, बिना दवाई के मरो,
बेरोजगारी से मरो, गरीबी से मरो,
दंगों में मरो, अंधभक्ति में मरो,
चुनाव में मरो, हड़ताल में मरो,
भुखमरी से मरो, लाँकडाऊन में मरो
कैसे भी मरो, पर मरने का काम पूरा करो,!! #sadfeeling #politics #selfishleaders
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