Find the Best poetshailendra Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutpoetry on life and love, love shayari by famous poets in hindi, love quotes by famous authors and poets, poetry in hindi on love, love towards god related poem in hindi by ancient poets,
HINDI SAHITYA SAGAR
कविता : दोस्तो से ज़िंदगी है दोस्ती में जां जो मांगे, छोड़कर न साथ भागे। नीति के बांधे जो धागे, रूढ़ियों को तोड़ त्यागे। दोस्त बेशक़ कम ही चुनना, आये जिनको तुमको गुनना। दोस्त हैं तो शान्त है मन, वरना मन मे खलबली है। दोस्तों से ज़िंदगी है, दोस्ती ज़िंदादिली है। ©HINDI SAHITYA SAGAR #GoldenHour #Dosti #Friend #Hindi #hindisahityasagar #poetshailendra
HINDI SAHITYA SAGAR
कविता : सब याद है तेरा खिलखिलाकर हँसना, हँसकर बातें करना, गले लगाना, गले लगना... लगकर गले, जीभर के रोना, आँसुओं से, तन-मन, गीला करना.. सिसकना, रुँधे गले से, भर्यायी आवाज़ में, शिकायती लहज़े में, गुस्से से आँखे दिखाना, अपना हक़ जताना, समझना, समझाना, मनाना, और फिर, मान जाना, सब याद है... सब याद है... ....(क्रमशः) -शैलेन्द्र राजपूत ©HINDI SAHITYA SAGAR #poem #hindisahityasagar #poetshailendra
#poem #hindisahityasagar #poetshailendra
read moreHINDI SAHITYA SAGAR
मेरी इक बात पर तुम्हारी हज़ारों बातें, इन्हीं बातों के बीच तुम जो मुस्काते जाते, तुम्हारी इसी मुस्कराहट पे, ख़ुदाकसम! हम दिल-ओ-जान से फ़िदा हो जाते। -शैलेन्द्र राजपूत ©HINDI SAHITYA SAGAR #ranveerdeepika #hindisahityasagar #poetshailendra
#ranveerdeepika #hindisahityasagar #poetshailendra
read moreHINDI SAHITYA SAGAR
तुम्हारे ही ख़्वाब और तुम्हारे ही ख़यालात... तुम्हारी ही यादें और तुम्हारी ही बातें... मुक़म्मल करती हैं मुझको तुम्हारी ही बांहे... वो मुलाकातें....फ़िजूल की ढेरों बातें.. ©HINDI SAHITYA SAGAR #hindisahityasagar #poetshailendra
#hindisahityasagar #poetshailendra
read moreHINDI SAHITYA SAGAR
पिय से मिलन की आस पर दिल रहे उदास, खाना-पानी छूट गया, मिट गई भूख-प्यास, अश्रु मेरे सूख गए, खत्म हो गयी तलाश, आ भी जाओ एक बार, छूट न जाए मेरी सांस। ©HINDI SAHITYA SAGAR #samay पिय से मिलन की आस पर दिल रहे उदास, खाना-पानी छूट गया, मिट गई भूख-प्यास, अश्रु मेरे सूख गए, खत्म हो गयी तलाश, आ भी जाओ एक बार, छूट न जाए मेरी सांस। #hindisahityasagar #poetshailendra
#samay पिय से मिलन की आस पर दिल रहे उदास, खाना-पानी छूट गया, मिट गई भूख-प्यास, अश्रु मेरे सूख गए, खत्म हो गयी तलाश, आ भी जाओ एक बार, छूट न जाए मेरी सांस। #hindisahityasagar #poetshailendra
read moreHINDI SAHITYA SAGAR
वो किस्सा था कहानी थी, फ़साना था ज़माना था। घरों में रंजिशें थी पर, दिलों में घर बनाना था। चले जो तीर नैनों के, उन्हें तो दिल तक जाना था। नहीं करते हैं तुमसे प्यार, ये कहना तो बहाना था। -शैलेन्द्र ©HINDI SAHITYA SAGAR वो किस्सा था कहानी थी, फ़साना था ज़माना था। घरों में रंजिशें थी पर, दिलों में घर बनाना था। चले जो तीर नैनों के, उन्हें तो दिल तक जाना था। नहीं करते हैं तुमसे प्यार, ये कहना तो बहाना था।
वो किस्सा था कहानी थी, फ़साना था ज़माना था। घरों में रंजिशें थी पर, दिलों में घर बनाना था। चले जो तीर नैनों के, उन्हें तो दिल तक जाना था। नहीं करते हैं तुमसे प्यार, ये कहना तो बहाना था।
read moreHINDI SAHITYA SAGAR
तुम, मुझे अच्छे लगने लगे, यह मेरी पहली, भूल थी... तुम्हें चाहा, प्यार किया, इज़हार किया, एतबार किया, ज़िंदगी, पुरसुकून थी, दूसरी, भूल थी.... तुमसे प्यार की, उम्मीद की, 'उम्मीद पर है दुनियाँ कायम', सोंचकर, तुम्हारे लौट आने की, उम्मीद की, भूल गया था, यह उम्मीद ही, मेरे पाँव का, शूल थी। यह मेरी तीसरी, भूल थी.... भूल गया था, तेरी चाहत, मुहब्बत, सब झूठ थी, असल में, तुझसे मुहब्बत ही, मेरी ज़िंदगी की, सबसे बड़ी, भूल थी। ©HINDI SAHITYA SAGAR #lonely #hindisahityasagar #poetshailendra
#lonely #hindisahityasagar #poetshailendra
read moreHINDI SAHITYA SAGAR
तुम्हारे बिन ये घर-आँगन मुझे तो काट खाता है। तुम्हारे संग गुज़ारा हर लम्हा मुझे याद आता है। तेरी यादों के मोती अब पिरोती हूँ मैं माला में, उसी माला से सुमिरन दिल दिन-रात करता है। ©HINDI SAHITYA SAGAR #tootadil तुम्हारे बिन ये घर-आँगन मुझे तो काट खाता है। तुम्हारे संग गुज़ारा हर लम्हा मुझे याद आता है। तेरी यादों के मोती अब पिरोती हूँ मैं माला में, उसी माला से सुमिरन दिल दिन-रात करता है। #hindisahityasagar #poetshailendra
#tootadil तुम्हारे बिन ये घर-आँगन मुझे तो काट खाता है। तुम्हारे संग गुज़ारा हर लम्हा मुझे याद आता है। तेरी यादों के मोती अब पिरोती हूँ मैं माला में, उसी माला से सुमिरन दिल दिन-रात करता है। #hindisahityasagar #poetshailendra
read moreHINDI SAHITYA SAGAR
तेरी चौखट पे आये हैं, झुकाने सर सनम अपना। ख़ुशहाल रहे तू सदा, मेरा है अब यही सपना। भुला दे तू मुझे बेशक़, मग़र यह याद तू रखना। बुझाकर दीप इस दिल का, सजाया घर सनम अपना। -शैलेन्द्र ©HINDI SAHITYA SAGAR तेरी चौखट पे आये हैं, झुकाने सर सनम अपना। ख़ुशहाल रहे तू सदा, मेरा है अब यही सपना। भुला दे तू मुझे बेशक़, मग़र यह याद तू रखना। बुझाकर दीप इस दिल का, सजाया घर सनम अपना।
तेरी चौखट पे आये हैं, झुकाने सर सनम अपना। ख़ुशहाल रहे तू सदा, मेरा है अब यही सपना। भुला दे तू मुझे बेशक़, मग़र यह याद तू रखना। बुझाकर दीप इस दिल का, सजाया घर सनम अपना।
read moreHINDI SAHITYA SAGAR
कुछ चीजें तब तक ही खूबसूरत होती हैं जब तक वे दूर होती हैं। बिलकुल उपहार की तरह, क्योंकि उपहार तब तक ही रोमांचित करता है जब तक आवरण में होता है। आवरण के खुलते ही सारा रोमांच धूमिल हो जाता है। शैलेन्द्र ©HINDI SAHITYA SAGAR कुछ चीजें तब तक ही खूबसूरत होती हैं जब तक वे दूर होती हैं। बिलकुल उपहार की तरह, क्योंकि उपहार तब तक ही रोमांचित करता है जब तक आवरण में होता है। आवरण के खुलते ही सारा रोमांच धूमिल हो जाता है। शैलेन्द्र #hindisahityasagar #poetshailendra
कुछ चीजें तब तक ही खूबसूरत होती हैं जब तक वे दूर होती हैं। बिलकुल उपहार की तरह, क्योंकि उपहार तब तक ही रोमांचित करता है जब तक आवरण में होता है। आवरण के खुलते ही सारा रोमांच धूमिल हो जाता है। शैलेन्द्र #hindisahityasagar #poetshailendra
read more