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Sunita Sharma

#सुनीता के दिल #ब्लॉग

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#Lifechanger

कोई भी मां बाप अपने  बच्चों का बुरा नही 
चाहते बस उनके बच्चें

कुछ अमीरजादों की रईसी देख कर, उनके बच्चे
बोल देते है।
आपने हमारे लिए 
किया क्या है।

©#Lifechanger #मां #बाप #पैरेंट्स #रईस #अमीर #गरीब #बच्चे #ब्लॉग #लेखक 

#Walk

Vikrant Rajliwal

💥 Author, Writer, Poet & Dramatist Vikrant Rajliwal (कवि, शायर, नज़्मकार, ग़ज़लकार, गीतकार, व्यंग्यकार, लेखक एव नाटककार-कहानीकार-सँवादकार) 1) प्रकाशित पुस्तक "एहसास"(published Book) : अत्यधिक संवेदनशील काव्य पुस्तक एहसास, जिसका केंद्र बिंदु हम सब के असंवेदनशील होते जा रहे सभ्य समाज पर अपनी काव्य और कविताओं के द्वारा एक प्रहार की कोशिश मात्र है। Sanyog (संयोग) प्रकाशन घर शहादरा द्वारा प्रकाशित एव ए वन मुद्रक द्वरा प्रिंटिड। प्रकाशन वर्ष जनवरी 2016. प्रकाशित मूल्य 250:00₹ मात्र।

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 💥
Author, Writer, Poet & Dramatist Vikrant Rajliwal 
(कवि, शायर, नज़्मकार, ग़ज़लकार, गीतकार, व्यंग्यकार, लेखक एव नाटककार-कहानीकार-सँवादकार) 

1) प्रकाशित पुस्तक "एहसास"(published Book) : अत्यधिक संवेदनशील काव्य पुस्तक एहसास, जिसका केंद्र बिंदु हम सब के असंवेदनशील होते जा रहे सभ्य समाज पर अपनी काव्य और कविताओं के द्वारा एक प्रहार की कोशिश मात्र है।

Sanyog (संयोग) प्रकाशन घर शहादरा द्वारा प्रकाशित एव ए वन मुद्रक द्वरा प्रिंटिड। प्रकाशन वर्ष जनवरी 2016. प्रकाशित मूल्य 250:00₹ मात्र।

Vikrant Rajliwal

💥 Author, Writer, Poet & Dramatist Vikrant Rajliwal (कवि, शायर, नज़्मकार, ग़ज़लकार, गीतकार, व्यंग्यकार, लेखक एव नाटककार-कहानीकार-सँवादकार) 1) प्रकाशित पुस्तक "एहसास"(published Book) : अत्यधिक संवेदनशील काव्य पुस्तक एहसास, जिसका केंद्र बिंदु हम सब के असंवेदनशील होते जा रहे सभ्य समाज पर अपनी काव्य और कविताओं के द्वारा एक प्रहार की कोशिश मात्र है। Sanyog (संयोग) प्रकाशन घर शहादरा द्वारा प्रकाशित एव ए वन मुद्रक द्वरा प्रिंटिड। प्रकाशन वर्ष जनवरी 2016. प्रकाशित मूल्य 250:00₹ मात्र।

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Author, Writer, Poet & Dramatist Vikrant Rajliwal 
(कवि, शायर, नज़्मकार, ग़ज़लकार, गीतकार, व्यंग्यकार, लेखक एव नाटककार-कहानीकार-सँवादकार) 

1) प्रकाशित पुस्तक "एहसास"(published Book) : अत्यधिक संवेदनशील काव्य पुस्तक एहसास, जिसका केंद्र बिंदु हम सब के असंवेदनशील होते जा रहे सभ्य समाज पर अपनी काव्य और कविताओं के द्वारा एक प्रहार की कोशिश मात्र है।

Sanyog (संयोग) प्रकाशन घर शहादरा द्वारा प्रकाशित एव ए वन मुद्रक द्वरा प्रिंटिड। प्रकाशन वर्ष जनवरी 2016. प्रकाशित मूल्य 250:00₹ मात्र।

Vikrant Rajliwal

💥 Author, Writer, Poet & Dramatist Vikrant Rajliwal (कवि, शायर, नज़्मकार, ग़ज़लकार, गीतकार, व्यंग्यकार, लेखक एव नाटककार-कहानीकार-सँवादकार) 1) प्रकाशित पुस्तक (published Book) : अत्यधिक संवेदनशील काव्य पुस्तक एहसास, जिसका केंद्र बिंदु हम सब के असंवेदनशील होते जा रहे सभ्य समाज पर अपनी काव्य और कविताओं के द्वारा एक प्रहार की कोशिश मात्र है। Sanyog (संयोग) प्रकाशन घर शहादरा द्वारा प्रकाशित एव ए वन मुद्रक द्वरा प्रिंटिड। प्रकाशन वर्ष जनवरी 2016. प्रकाशित मूल्य 250:00₹ मात्र।

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Author, Writer, Poet & Dramatist Vikrant Rajliwal 
(कवि, शायर, नज़्मकार, ग़ज़लकार, गीतकार, व्यंग्यकार, लेखक एव नाटककार-कहानीकार-सँवादकार)

1) प्रकाशित पुस्तक (published Book) : अत्यधिक संवेदनशील काव्य पुस्तक एहसास, जिसका केंद्र बिंदु हम सब के असंवेदनशील होते जा रहे सभ्य समाज पर अपनी काव्य और कविताओं के द्वारा एक प्रहार की कोशिश मात्र है।

Sanyog (संयोग) प्रकाशन घर शहादरा द्वारा प्रकाशित एव ए वन मुद्रक द्वरा प्रिंटिड। प्रकाशन वर्ष जनवरी 2016. प्रकाशित मूल्य 250:00₹ मात्र।

Vikrant Rajliwal

बेगुनाह मोहब्ब्त। (दर्दभरी मोहब्ब्त की एक दर्दभरी दास्ताँ) जल्द ही अपने सक्रिय ब्लॉग "दास्ताँ" के तहत अपनी तीसरी दास्ताँ "बेगुनाह मोहब्ब्त।" को जो कि अपने आप मे हर दर्द ए दिल दर्द ए मोहब्ब्त की एक इंतेहा है को अपनी अपनी ब्लॉग साइट vikrantrajliwal.com पर प्रकाशित करूँगा। जिसे पढ़ कर आप मेरी समस्त रचनाओं के एहसासों को भी शायद भूल जाए। धन्यवाद।

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 बेगुनाह मोहब्ब्त।
 (दर्दभरी मोहब्ब्त की एक दर्दभरी दास्ताँ)

 जल्द ही अपने सक्रिय ब्लॉग "दास्ताँ" के तहत अपनी तीसरी  दास्ताँ "बेगुनाह मोहब्ब्त।" को जो कि अपने आप मे हर दर्द ए दिल दर्द ए मोहब्ब्त की एक इंतेहा है को अपनी अपनी ब्लॉग साइट vikrantrajliwal.com पर प्रकाशित करूँगा।

जिसे पढ़ कर आप मेरी समस्त रचनाओं के एहसासों को भी शायद भूल जाए।

धन्यवाद।

Vikrant Rajliwal

💌 सक्रिय ब्लॉग "दास्ताँ" एवं तथ्य। 🌹✍️ जानिए कुछ अनकहे एवं अनसुने तथ्य मेरी सक्रीय ब्लॉग "दास्ताँ"के तहत प्रकाशित एव आगामी कुछ अत्यधिक दर्द भरी नज़म दास्तानों के बारे में खुद मेरे द्वारा लिखित मेरी एक नए ब्लॉग 💌 सक्रिय ब्लॉग "दास्ताँ" एवं तथ्य।🌹✍️ से। आपके अपने ब्लॉग साइट vikrantrajliwal.com पर। विक्रांत राजलीवाल। #दास्ताँ #gazal

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 💌 सक्रिय ब्लॉग "दास्ताँ" एवं तथ्य। 🌹✍️

जानिए कुछ  अनकहे एवं अनसुने तथ्य मेरी सक्रीय ब्लॉग "दास्ताँ"के तहत प्रकाशित एव आगामी  कुछ अत्यधिक दर्द भरी नज़म दास्तानों के बारे में खुद मेरे द्वारा लिखित मेरी एक नए ब्लॉग 💌 सक्रिय ब्लॉग "दास्ताँ" एवं  तथ्य।🌹✍️ से। आपके अपने ब्लॉग साइट vikrantrajliwal.com पर।

विक्रांत राजलीवाल।
#दास्ताँ  #gazal

Vikrant Rajliwal

दर्द ए जिंदगी। मेरी एक नई नज़्म है जिसे अभी कुछ समय पूर्व ही आपकी अपनी ब्लॉग साइट vikrantraliwal.com पर कल सांझ ढ़लते प्रथम बार प्रकाशित किया है। पाठन हेतु आप अभी मेरी ब्लॉग साइट vikrantrajliwal.com को फॉलो करें। धन्यवाद

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 दर्द ए जिंदगी।

मेरी एक नई नज़्म है जिसे अभी कुछ समय पूर्व ही आपकी अपनी ब्लॉग साइट vikrantraliwal.com पर कल सांझ ढ़लते प्रथम बार प्रकाशित किया है।

पाठन हेतु आप अभी मेरी ब्लॉग साइट vikrantrajliwal.com को फॉलो करें।

धन्यवाद

Vikrant Rajliwal

मेरे नए ब्लॉग "जीवन।" के जरिए मेरे कुछ सत्य अनुभवो एव उनसे प्राप्त कुछ नतीजो का पाठन कीजिए आपकी अपनी ब्लॉग साइट vikrantrajliwal.com पर। साथ ही मेरे ब्लॉग साइट vikrantrajliwal.com को फलों करना न भूलिएगा। धन्यवाद। विक्रांत राजलीवाल।

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 मेरे नए ब्लॉग "जीवन।" के जरिए मेरे कुछ सत्य अनुभवो एव उनसे प्राप्त कुछ नतीजो का पाठन कीजिए आपकी अपनी ब्लॉग साइट vikrantrajliwal.com पर। साथ ही मेरे ब्लॉग साइट vikrantrajliwal.com को फलों करना न भूलिएगा। 

धन्यवाद।

विक्रांत राजलीवाल।

Vikrant Rajliwal

एक इंतज़ार... महोबत। ( Ek Intezaar... Mahobbat ) Nazam Dastan A painful love stroy एक इंतज़ार... महोबत। मेरी जिंदगी की मेरी पहली नज़्म शायरी में से सबसे पहली नज़्म शायरी है जो ना जाने कब एक दास्तां बन गई। वर्ष 2016 के दौरान जब मेरी प्रथम कविताओं की पुस्तक एहसास प्रकाशित हुई थी। उसी समय 2015 उन अति संवेदनशील कविताओं के साथी मैने कुछ शायरी लिखना भी शुरू कर दिया था। यहाँ मैं आपको बताना चाहूंगा कि एक इंतज़ार...महोबत। मेरी उन शुरुआती नज़्म शायरी में से एक नज़्म शायरी है एक दर्दभरी नज़्म दास्तां है जिसको

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