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Best पलायन Shayari, Status, Quotes, Stories

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Pahadi Shayar

सुकून मिले तो लौट आना भुला पहाड़ में
सुना है 
उड़े हुए पंक्षी लौटा नहीं करते

©Pahadi Shayar Jd #देवभूमि #पलायन

Jupiter and its moon

शहर का गांववासी #ज़िन्दगी #संघर्ष #पलायन #रोजगार Life

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मुश्किलों भरा वो सफ़र न होता।
आदमी यूं दर-बदर न होता।
बाइज़्जत गुज़ारा गर हो जाता गांवों में
तो नसीब में वो बेगाना शहर न होता।

©Jupiter and it's moon@प्रतिमा तिवारी शहर का गांववासी
#ज़िन्दगी #संघर्ष #पलायन #रोजगार 
#Life

Bhavesh Pant

जो मिला, जैसा मिला, जहां मिला समेट ले गए.
वो शहर से आए दो दिन और गांव की मेहनत लपेट ले गए.. #पलायन #village #youth

Dr Jayanti Pandey

कुछ चित्र ऐसे होते हैं जिनकी छाप मन मस्तिष्क पर लंबे समय तक रहती है। आर्मेनिया पर अज़रबैजान के कब्जे की एक तस्वीर मन को विचलित कर गयी। कैसा उन्माद है जो सिर्फ रक्तपात चाहता है। #पलायन #कशमीर #armenia #jayakikalamse #yqdidi #yqhindiurdu #hkkhindipoetry

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पलायन
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यह  सफ़र बहुत संजीदा है  , हल्की  बातें न किया करो
जिंदगी यूं  ही  गमज़दा  है,  हल्की  बातें  न किया करो।

खौफ़  का  मंजर है हर आंख में, हर आंख यूं भी नम है
इस  तबाही के आलम में ,  हल्की  बातें ना  किया करो।

हर  पहर उदासी  से  है  लिपटा ,  हर  पहर पर पहरे हैं
अपनी  आवाज़  भी  चौंका  रही , सन्नाटे इतने  गहरे हैं।

छोड़  कर  जाना  अपनी  जड़ों को ,  तुम नहीं समझोगे 
जलाना  अपने  हाथों  अपने घरों को, तुम नहीं समझोगे

इंसानों का इंसानों पर कहर कितना है, तुम नहीं समझोगे
हर युग में इंसानियत शर्मिंदा है हल्की बातें ना किया करो। कुछ चित्र ऐसे होते हैं जिनकी छाप मन मस्तिष्क पर लंबे समय तक रहती है। आर्मेनिया पर अज़रबैजान के कब्जे की एक तस्वीर मन को विचलित कर गयी। कैसा उन्माद है जो सिर्फ रक्तपात चाहता है।
#पलायन #कशमीर #armenia #jayakikalamse #yqdidi #yqhindiurdu #hkkhindipoetry

LOL

छोड़ी बेर आपण-आपण बाखली
सबे जणी परदेस न्हें गयीं

चावले गुद बुरासक फूल
खित बेर गों पना की देई

कसिके पूजली कसिके झूमली
कैसी बलाली मेरी चेली

फूल देई छम्मा देई
फूल देई छम्मा देई..
© KaushalAlmora









     फूल देई छम्मा देई
Pc :me
#लोकपर्व
#चेली
#365days365quotes
#रोजकाडोजwithkaushalalmora
#पलायन
#कुमाऊंनी

LOL

गाँव की बूढ़ी पगडण्डी को
जवानियां दगा दे गयी..
ऊँची इमारतों की हवस 
सबको शहर उड़ा ले गयी!!
©KaushalAlmora
 #हवस 
#गांवशहर 
#दगा 
#life 
#poetry 
#lifequotes 
#yqdidi #पलायन

Ajay Amitabh Suman

#राजनीति,#नरसंहार,#व्ययंग,#पलायन,#Politics,#genocide,#satire,#Opportunist जब देश के किसी हिस्से में हिंसा की आग भड़की हो , अपने हीं देश के वासी अपना घर छोड़ने को मजबूर हो गए हो  और जब अपने हीं देश मे पराये बन गए इन बंजारों की बात की जाए तो क्या किसी व्यक्ति के लिए ये हँसने या आलोचना करने का अवसर हो सकता है? ऐसे व्यक्ति को जो इन परिस्थितियों में भी विष वमन करने से नहीं चूकते  क्या इन्हें  सर्प की उपाधि देना अनुचित है ? ऐसे हीं महान विभूतियों के चरण कमलों में सादर नमन करती हुई प्रस्तुत है मेरी व्यय

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©Ajay Amitabh Suman #राजनीति,#नरसंहार,#व्ययंग,#पलायन,#Politics,#Genocide,#Satire,#Opportunist

जब देश के किसी हिस्से में हिंसा की आग भड़की हो , अपने हीं देश के वासी अपना घर छोड़ने को मजबूर हो गए हो  और जब अपने हीं देश मे पराये बन गए इन बंजारों की बात की जाए तो क्या किसी व्यक्ति के लिए ये हँसने या आलोचना करने का अवसर हो सकता है? ऐसे व्यक्ति को जो इन परिस्थितियों में भी विष वमन करने से नहीं चूकते  क्या इन्हें  सर्प की उपाधि देना अनुचित है ? ऐसे हीं महान विभूतियों के चरण कमलों में सादर नमन करती हुई प्रस्तुत है मेरी व्यय

Tara Chandra

माधव! तुम थे गाँवों में। पीपल, वट के छावों में।।
जब विद्यालय हम जाते। तुम्हीं थे बाल सखाओं में।। 

चन्द्रहास, शारद, मधुमंगल। श्रीदामा, मनसुख, मकरन्द।।
भोज, वरूथप, मधुकण्ड। था कोई सुदामा, सदानन्द।। 

जैसे आपने चोरा माखन। हमने दूध, मलाई, गुड़।।
झुण्ड बनाकर ग्वाला जाते। गौ-बकरी का दल ले उड़।।

गेंद भी खेली, नदी नहाये। ग्वाईकुड़ी भी पूजी थी।।
जंगल अपना परम् सखा था। कन्दमूल ही मेवा थी।। 

कितना था आनन्द न पूछो। झूला, जंगल, नदी पहाड़।।
अपने घर के राजा थे, थी। अकड़, हुंकारें और दहाड़।। 

फिर जब बड़े हुए, तज आये। मातृभूमि, माँ, पिता, सखा।।
ऐसे बिखरे कुरुक्षेत्र में। पड़े अकेले जगहा-जगहा।। 

तुम तो निकले धर्मयुद्ध को। इधर थी उदरपूर्ति चिन्ता।।
तुम निकले थे धर्म स्थापना। हम निकले पूर्तिकामना।। 

माधव! गोकुल "गाँव" ही अच्छा,
ना भाये मथुरा, द्वारिका,
मति दो सबको, फिर लौटा दें,
जगमग जीवन गाँवों का।।

©Tara Chandra Kandpal #पलायन

suraj silodi

उत्तराखंड राज्य में बेरोजगारी के कारण हो रहे । पलायन के कारण यहां के गांव के गांव खाली हो गये है । इन गांवों में अब कोई नही बचा है ।बचा है तो बस टूटी हुए पुराने घर 😢😢 #1uk #Uttarakhand #पलायन #पंक्ति #Corona_Lockdown_Rush

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या तो मै फरियाद करू । या फिर जररूत है जंग की 
सोचता हूं । कैसे बदलू  तस्वीर अपने उत्तराखंड की 

 जय भारत 🚩 जय उत्तराखंड 🚩

©suraj silodi उत्तराखंड राज्य में बेरोजगारी के कारण हो रहे । पलायन के कारण यहां के गांव के गांव खाली हो गये है । इन गांवों में अब कोई नही बचा है ।बचा है तो बस टूटी हुए पुराने घर 😢😢

#1uk
#Uttarakhand 
#पलायन
#पंक्ति 
#Corona_Lockdown_Rush

Sunita Bishnolia

दुर्दशा देखकर तेरी बहुत शर्मिंदा हूँ 
देख मरते हुए तुझको बहुत शर्मिंदा हूँ।
पैर नन्हें छिल गए हैं गर्म सड़कों पे चलकर 
देख मासूम के घावों को बहुत शर्मिंदा हूँ ।

सुनीता बिश्नोलिया © ® #पलायन
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