Nojoto: Largest Storytelling Platform

Best समेट Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best समेट Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutबेचैनियां समेट के सॉन्ग, बेचैनियां समेट के, समेट meaning in english, समेट समानार्थी शब्द मराठी, समेट,

  • 56 Followers
  • 403 Stories

Arjun Rawat पार्थ

#सेल्फी #बिखरे #पत्ते #जला #समेट Aanshi queen ɴᴀᴅᴀɴ_______ᰔᩚ________√ Aman Singh Santosh Narwar Aligarh Subhashree Sahu

read more

SarkaR

#समेट

read more
White कुछ इस कदर हम
अपने आप में तन्हा हुए,
अपने गम अपने दुख
सारे सीने मे समेट लिए।

©SarkaR #समेट

Amit Singhal "Aseemit"

Shayar E Badnaam

वो जो बिखरा है अब समेट लिया जाएगा, 
देखकर तबाही इस कदर की,
और क्या ही किया जाएगा, 
लाजमी है बना कर हिजाब सहरा को, 
ज़मीन से लपेट दिया जाएगा..... #बिखरा
#समेट #लपेट
#सहरा #ज़मीन #तबाही

Ekans Pandey

#समेट लो

read more

Nitesh Kumar جگر دہلوی🇮🇳

read more
जिस डायरी को देख रहा हूं मैं लेट के ।
रक्खी हैं उसमें  उम्र की यादें समेट के।।
आयी तुम्हारी याद मेरे॓॓ पास उस वकत।
जब तन पे डाल ली मैंने चादर समेट के ।।

Parul Sharma

बिखरी पड़ी हैं यादें जरा समेट लूँ बिसरी यादों का एक फ्रेम दूँ कुछ भूली-भटकी कुछ बिसरी, कुछ हठ सी कुछ खट्टी कुछ मीठी कुछ कड़वी कुछ तीखी कुछ खुशमयी कुछ दुखमयी अपने दिल की विरासत में हर याद को एक जमीन दूँ दिसम्बर की सर्द धूप मेें जरा सेक लूँ

read more
december ka mahina  

बिखरी पड़ी हैं यादें जरा समेट लूँ
बिसरी यादों का एक फ्रेम दूँ
कुछ भूली-भटकी कुछ बिसरी, कुछ हठ सी
कुछ खट्टी कुछ मीठी कुछ कड़वी कुछ तीखी
कुछ खुशमयी कुछ दुखमयी 
अपने दिल की विरासत में 
हर याद को एक जमीन दूँ
दिसम्बर की सर्द धूप मेें जरा सेक लूँ
बिखरी पड़ी हैं यादें जरा समेट लूँ
कुछ अपनों की कुछ गैरों की
कुछ सपनों की कुछ हकीकत भरी
सभी तो है अपनी अपनों की
ठंड़ी कपकपी अगुलियों के बीच
जकड़े चाय के कप के साथ जरा देख लू
दिसम्बर की सर्द धूप मेें जरा सेक लूँ
बिखरी पड़ी हैं यादें जरा समेट लूँ
सावन,पतझड़,बसंत, बार सी साल भर की
जीवन के उतराव चढ़ाव पर साथ चली
साल की अंतिम सीमा पर आस लगाये खड़ी
जरा इन्हें अपनी हथेलियों में भर कर 
नये साल में प्रवेश दूँ 
सुनहरे अक्षरों में लिखकर
अपने दिल का एक देश दूँ
बिखरी पड़ी हैं यादें जरा समेट लूँ
दिसम्बर की सर्द धूप मेें जरा सेक लूँ
पारुल शर्मा #NojotoQuote बिखरी पड़ी हैं यादें जरा समेट लूँ
बिसरी यादों का एक फ्रेम दूँ
कुछ भूली-भटकी कुछ बिसरी, कुछ हठ सी
कुछ खट्टी कुछ मीठी कुछ कड़वी कुछ तीखी
कुछ खुशमयी कुछ दुखमयी 
अपने दिल की विरासत में 
हर याद को एक जमीन दूँ
दिसम्बर की सर्द धूप मेें जरा सेक लूँ

Parul Sharma

होने वाली है सहर 
 ख्वाब सब समेट ले
  "ऐ दिल"
 हकीकत की धूप में झुलस जायेंगे।
पारुल शर्मा  #gif #सहर#सपना#सुबह#ख्वाब#समेट#दिल#हकीकत#धूप#झुलस
#2liner
#nojotohindi#nojoto#nojotoquotes#nojotoofficial#hindi#shayari#hindipoetry#poetry#sher#हिन्दीकविता#शेर#शायरी#कविता#रचना#h#kavishala#hindipoet#TST#Kalakash#Faiziqbalsay#motivation#kavi#kavishala#kavi#
#कवि#life#शायर#कवि#life#जीवन #इश्क #मोहब्बत#प्यार#love#दिल#dil#pyar#ishq

Niharika singh chauhan (अद्विका)

अपने प्यार से चकनाचूर करके बिखेर तो दिया तुमने मुझे... पर फिर से समेट कर खड़ा करने मत आना.... क्योंकि बार बार बिखर कर उठने के बाद, खुद को तन्हा अपाहिज सा पाती हुं !!! बेटी होकर भी मैं अपने मां पापा का बेटा थी, फिर अचानक तुमसे रूहानी मोहब्बत हुई... अब आज कोई अस्तित्व ही नहीं रहा मेरा... खुद को वापस तो पा ही लूंगी मैं, पर तुम ये ख्याल रखना कि.. 💔 अपने प्यार से चकनाचूर करके बिखेर तो दिया तुमने मुझे...

read more
अपने प्यार से चकनाचूर करके बिखेर तो दिया तुमने मुझे...
पर फिर से समेट कर खड़ा करने मत आना....
क्योंकि बार बार बिखर कर उठने के बाद, खुद को तन्हा अपाहिज सा पाती हुं

 अपने प्यार से चकनाचूर करके बिखेर तो दिया तुमने मुझे...
पर फिर से समेट कर खड़ा करने मत आना....
क्योंकि बार बार बिखर कर उठने के बाद, खुद को तन्हा अपाहिज सा पाती हुं !!!
बेटी होकर भी मैं अपने मां पापा का बेटा थी,
फिर अचानक तुमसे रूहानी मोहब्बत हुई...
अब आज कोई अस्तित्व ही नहीं रहा मेरा...
खुद को वापस तो पा ही लूंगी मैं, पर तुम ये ख्याल रखना कि.. 
💔 अपने प्यार से चकनाचूर करके बिखेर तो दिया तुमने मुझे...

Divya Dwivedi

#youth #Nojoto #Ma

read more
मुझसे ज्यादा खुद रोई मेरे पहले दर्द पे ,
फिर सिलसिला चलता आया वर्षो से 
हर दर्द को समेट मुस्कराती है ,
बेइंतहा मोहब्बत मुझ पर लुटाती है 
जीत मेरी , ईनाम उसका 
नाम मेरा , स्वाभिमान उसका 
मेरी खुशियाँ , उम्मीद उसके 
मेरी हँसी जिन्दगी उसकी ;
मुझको अपने जीने की आस बना लिया ,
मेरे अस्तित्व की खातिर खुद का वजूद मिटा लिया ;
डरती थी तुझे खोने के ख्याल से भी ,
चाहती थी जीना तेरे सामने ही ,
पर ,
तू क्या जी पाती मेरे जाने के बाद? 
देह रह जाती जिन्दगी खोने के बाद ;
छोड़ दिया उन ख्यालों को जो कर देते थे इतना बेचैन, 
अब तो बस इन आँखो का सपना हैं तेरे सुख-चैन ।
बहुत सी बातें तुझसे कहकर नही पाती ,
और बिन कहे रह भी न पाती ;
याद है जब पहली बार हुए थे अलग ?
रोए थे दोनो अलग-अलग, 
मेरे विश्वास की खातिर तू हँस रही थी ,
और उस हँसी की खातिर मैं, 
कितना समेट लिया खुद को मेरी खुशियो के लिए ,
फिर भी मेरे हर दर्द को जान लिया बिन कहे ;
हर वक्त मे तेरा साथ मिला ,
हर जख्म पर तेरा एहसास मिला ;
अब तो लफ्ज भी कम पड़ने लगे 
"चन्द पंक्तिया तुझे क्या रचेगी" ,
ये भी अब कहने लगे ;
फिर भी इसका अन्त किए जा रही हूँ ,
इस रचना को एक नाम दिए जा रही हूँ ,
माँ  #Youth
#nojoto
#ma
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile