Find the Best शरद Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about जीवेत शरद शतम् का अर्थ, पश्येत शरद शतं meaning in marathi, शरद पूर्णिमा shayari, शरद ऋतु poem, जाणता राजा शरद पवार,
रंजन कुमार मिश्रा
चाँद बने तू मेरी, मैं तेरा ध्रुव तारा बन जाऊं कर रौशन तू धरा मेरी, मैं तेरा अम्बर चमकाऊ #शरद पूर्णिमा ©रंजन कुमार मिश्रा #moonnight
Anuradha T Gautam 6280
Anupama Jha
शरद ऋतु का आगमन हर्षित धरा, हर्षित गगन (कविता अनुशीर्षक में) #शरद #ऋतु#YQdidi#कविता#YQbaba शरद ऋतु का आगमन हर्षित धरा, हर्षित गगन चारु चंद्र है मुस्काई पादपों ने भी ली अंगड़ाई कुछ अलग मौसम में
Divyanshu Pathak
आप सभी को हमारी ओर से ☺🙏 शरद पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाएं श्री हरि विष्णु और माता लक्ष्मी आप सभी पर अपनी कृपा बनाएं आज जो चाँद की रौशनी है ना आपके जीवन को हर ख़ुशी दे जाये !! !! हरे कृष्ण !! 🙏🙏🍫🌹🌼💠💠🍁💮🌲☕ आज जब चाँद को देखा तो अनगिनत यादों के बिम्ब दिमाग में बनते चले गए 💠💠💠💠💠💠💠💠💠💠💠 आप खास बनने की जितनी कोशिश करेंगे, सत्य से उतनी ही दूर जाएंगे। खास बनने की इस चाह की वजह से ही इतनी पीड़ा और मानसिक बीमारियों ने हमें घेर रखा है। इस बात से कि जो आपके पास है वह किसी और के पास नहीं,
Vidhi
मैंने शरद को अट्ठाईस बार देखा है उनमें से सत्ताईस तो बसंत तुम्हारे इंतज़ार में गुजार दिये शायद उन्तीसवें में इस बात को समझ पाऊँ नमी छिपाने से कुछ भी हासिल नहीं होता है सुर्ख फूलों को कभी कब्र में खिलते देखा है? सर्द मौसम पिघलेंगे तो मूसलधार हो जाएंगे क्यों ना हर नमी को बर्फ बनने से पहले थाम लें अक्टूबर की शाम को थोड़ा बरस जाएं (पांच साल पुरानी कुछ पंक्तियां) #शरद #इंतज़ार #संघर्ष #अकेलापन #प्यार #खालीपन #YQbaba #YQdidi
Uma Vaishnav
चम चम चमके चाँद, शरद पूनम हैं आई, चाँद ने शीतल रोशनी से, अमृत की वर्षा बरसाई, देखो वृंदावन में राधा, केशव से मिलने आई। ©Uma Vaishnav #शरद #पूनम #चाँद
Sunita Bishnolia
पूनम की रात पूनम की इस रात में,उजियारे के गीत। दिवस उष्ण अब ढल गया ,आया मौसम शीत।। निशा नवेली नौलखा,पहना चंदा हार। झिलमिल तारक ओढ़नी,करे गगन शृंगार।। छेड़ रही है चाँदनी, मिलन की मीठी धुन। तेरी ही परछाई हूँ, चाँद पूनम के सुन।। पूनम की इस रात में,उजियारे के गीत। दिवस उष्ण अब ढल गया ,आया मौसम शीत।। रजनी पर यौवन चढ़ा,निखरे पल-पल रूप। खुले केश में यामिनी, दिखती बड़ी अनूप।। सुनीता बिश्नोलिया © ® #रात #शरद पूर्णिमा #Chand
Sunita Bishnolia
पूनम की इस रात में,उजियारे के गीत। दिवस उष्ण अब ढल गया ,आया मौसम शीत।। रजनी पर यौवन चढ़ा,निखरे पल-पल रूप। खुले केश में यामिनी, दिखती बड़ी अनूप।। केशराशि को खोलकर ,हँसकर बोली रात। ईश्वर ने बख्शा मुझे, ये चंदा सौगात ।। रात कहे अंजान हूँ,किसको कहते धूप। धवल - ज्योत्सना से बढ़े,पल-पल मेरा रूप।। निशा नवेली नौलखा,पहना चंदा हार। झिलमिल तारक ओढ़नी,करे गगन शृंगार।। छेड़ रही है चाँदनी, मिलन की मीठी धुन। तेरी ही परछाई हूँ, चाँद पूनम के सुन।। कहती हैं ये चाँदनी,तेरा मोहक रूप। चंदा तेरे कारणे, स्निग्ध मेरा स्वरूप।। सुनीता बिश्नोलिया © ® #शरद पूर्णिमा #Chand #चाँद #रात