Find the Best बाढ़ Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about
vinay vishwasi
आज का दोहा दिनांक - २७/०७/२०२० कोरोना के साथ ही,पड़ी बाढ़ की मार। एक साथ कैसे लड़े, जनता है लाचार।।९३।। #दोहा #बाढ़ #विश्वासी
LOL
हर आँख नम है यहाँ हर शख्स शायद रोया है जाने कितने आशियाने बह गए कितनों ने जिन्दगी को खोया है चलता-फिरता हिन्दोस्तां मेरा देखो पानी में सोया है.. सड़कें हो गयी हैं समंदर एक से हो गए हैं जल-थल जाने कब आये दिन वो मंगल जब बरखा थाम ले ये अम्बर देश के कोने-कोने ने हर पल जल प्रकोप को ढ़ोया है.. ऐ सियासतगार तू बस ऊँचाई से हाथ हिलाता है आम इंसां के दर्द को वहाँ से खाक देख-सुन पाता है तू दौलत का है सिर्फ पुजारी तेरा भला क्या जाता है.. जमीं की हकीकत तू क्या जाने तूने महलों को बोया है चुल्लू भर जुमलों से बस तूने अपना मुँह ही धोया है.. चलता-फिरता हिन्दोस्तां मेरा देखो पानी में सोया है.. -KaushalAlmora #हकीकत #केरल #बाढ़ #सियासत #yqdidi #yqbaba #life #whocares
Ajayy Kumar Mahato
प्रेम रस पान अभी तक मैंने किया नहीं, प्रेमरस के बाढ़ में डूबी हो कभी मैं वो धरा नहीं।। ©Ajay #प्रेमरंग #प्रेमरस #बाढ़ #धरा #Love #Lovable #alonesoul SUFIYAN"SIDDIQUI" BELINDA INDA पंडित नरेन्द्र द्विवेदी bipin Pandey Yogesh Bipul Singh
Ajayy Kumar Mahato
गलती तेरा था या मेरा रिस्ता तो हमारा था, बह गया जो तिनके सा वो घर तो हमारा था। तु मोबाइल पे फ़ोटो देख अफ़सोस करता रह गया, गलती सबकी है पर देखो तिनके सा मेरा घर बह गया। सोच के देखो तो ज़रा मैं कितना बेसहारा था, बाढ़ में भी तृष्णा न मिटी मैं कई बार प्यासे मरा था। बहा ले गया जो घर मेरा, शायद वो बाढ़ ही आवारा था तुम दोषारोपण करना भूल जाना मैं प्रकृति का या किस्मत का मारा था। बाढ़ में बह गया जो तिनके सा, वो सपनो का घर तो हमारा था। ©Ajay गलती तेरा था या मेरा रिस्ता तो हमारा था, बह गया जो तिनके सा वो घर तो हमारा था। तु मोबाइल पे फ़ोटो देख अफ़सोस करता रह गया, गलती सबकी है पर देखो
गलती तेरा था या मेरा रिस्ता तो हमारा था, बह गया जो तिनके सा वो घर तो हमारा था। तु मोबाइल पे फ़ोटो देख अफ़सोस करता रह गया, गलती सबकी है पर देखो
read moreSilent Shayar
महलों में सोने वालों तुम झोपड़ी का दर्द क्या जानो,,, अरमां बह जाते हैं पानी में किस कदर तुम क्या जानो,,, दाने दाने को तरस जाते तुम्हें दाना खिलाने वाले,,, मेहनत किसान का बहता है किस कदर तुम क्या जानो,,, #Kisan #Dard #गरीबी #बाढ़ #bihar #SAD #badpolitics #घटिया #राजनीति #flood Shushil Sharma रोहित तिवारी । Author shivam kumar mishra ImRaN ShAmSi
निज़ाम खान
पानी में बस्तियां, तैरती नज़र आयीं। ज़मीं पर कस्तियां, तैरती नज़र आयीं।। बाढ़ से पहले सब कुछ सही कर सकते थे, तो फिर क्यूँ ये हस्तियां, तैरती नज़र आयी।। -निज़ाम खान ✍️ 22-08-2020 #flood #बाढ़ #former #Shayari #Nojoto #निज़ाम_खान #News #rain #Water #today Harlal Mahato Surjit sabir✍️ Pawan Rajput @123 🌹Adhoori Khwahish🌹 Rajesh rajak Parishu Tiwari MiAQadri !!!SP.Gupta!!! Hēartlēss Bøy 🥰pooja🥰 कवि विशाल शिव Pradipta Das Priyanka Jain irshad alam Adya Anwesha 𝔖ilent_कशिश Uttrakshi Guddu Sen Guddu Sen Avi Jokar Rajan Maurya Rj Sanjiv Madhubani SAYARI STAR AMIT YADAV योगेन्द्र ठाकुर Saddam Ali Kunal lalwani sangdil (bnawali sotar) सुुमन कवयित्री Creative Writer Bhuwal r
#flood #बाढ़ #former #Shayari #निज़ाम_खान #News #rain #Water #today Harlal Mahato Surjit sabir✍️ Pawan Rajput @123 🌹Adhoori Khwahish🌹 Rajesh rajak Parishu Tiwari MiAQadri !!!SP.Gupta!!! Hēartlēss Bøy 🥰pooja🥰 कवि विशाल शिव Pradipta Das Priyanka Jain irshad alam Adya Anwesha 𝔖ilent_कशिश Uttrakshi Guddu Sen Guddu Sen Avi Jokar Rajan Maurya Rj Sanjiv Madhubani SAYARI STAR AMIT YADAV योगेन्द्र ठाकुर Saddam Ali Kunal lalwani sangdil (bnawali sotar) सुुमन कवयित्री Creative Writer Bhuwal r
read moreKavy Komal
Deepak Dilwala
इक नज़र सहमी- सी हैं इक नज़र में साज़ हैं इक नज़र ख़ामोश-सी हैं इक नज़र में आवाज़ हैं दो शख्सियत लग रही हैं उसका रूप भी विकराल हैं कभी जल जीवन-सा है कभी जल यमराज है ©Deepak Dilwala #paani #बाढ़ #खामोशी #दर्द #अल्फ़ाज़ #ज़िन्दगी #कोरोनावायरस #महामारीकोरोना #समय #river
Deepak Dilwala
मेरे शहर में अब कुछ बचा नही...... जहरीली हवा हैं.... और बस तबाही है..... मेरे छोटे से घरौंदे में... ये किसने आग लगाई हैं ©Deepak Dilwala मेरा शहर #कोरोनावायरस #तबाही #बाढ़ #मुश्किलें #2020 #Tranding #Family #citysunset
मेरा शहर #कोरोनावायरस #तबाही #बाढ़ #मुश्किलें 2020 #Tranding #Family #citysunset
read moreRahul Raj
गांव में बाढ़ आई, ठाकुर,पण्डित,बनिया,तेली,धोबी,चमार,सबके सब भागे और ऊँचे मंदिर में जाकर बैठ गए । बाढ़ का पानी शांत होने पर सब अपने मोहल्ले लौट गए । 👉....भय आदमी को जात भुला देता है 👉.... त्रासदी आदमी को इंसान बना देती है हमें ऐसी बाढ़ की काफी जरूरत है । #RahulRaj#quotes