Nojoto: Largest Storytelling Platform

Best हरी Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best हरी Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutहरीरा क्या होता है, हरी है राजनीति पढ़ी आये, हरीरा meaning in hindi, हरीफ meaning in hindi, हरीश नाम की राशि,

  • 55 Followers
  • 353 Stories

Amit Singhal "Aseemit"

Rishi

सुधा भारद्वाज"निराकृति"

Vijaykakade68

#हरी ओम

read more

kanchan Yadav

#हरी

read more

Abundance

#Mallika love 300.0K Thoughts

read more
#हरी दूब
नदी के आस पास कुछ हरी दूब में लड़ाईया हो गयी.....
लड़ाई इस बात की थी लहरों ने किसे पहले डुबोया....
नदी ने कहाँ तुम लोग कही ओर रह लो
बस मेरे आस पास नहीं
जाओ पहाड़ो के आस पास रह लो.....
एक छोटी दूब ने कहाँ ओ नदी, तुम हमें छोड़ कही ओर चली जाओ... हम कही ओर क्यूँ जाये......
नदी रोने लगी मै नहीं जाउंगी तुमलोगो को छोड़ कर
ख़ुशी में छोटी दूब खुद झुक गयी
ओर नदी की लहरे इतनी तेज हुई की वो डूब गयी......
जब लहरे स्थिर हुई छोटी दूब ने कहाँ देखो मै जीत गयी 😊😊😊.........

©Mallika #Mallika #Nojoto love #300.0K


#Thoughts

NC

ऐसी लागि लगन  जब से हरी से प्रीत लगी
बिसरी जग उम्मीद जगी
सांझ सुबह का बोध नहीं अब
हर हार भी मोहे जीत लगी ।। #nojotohindi#लगन#हरी#preet#kavita#poetry

Dharmendra Azad

read more
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर एक प्रेम कविता इस तरह भी-

ओ राधेय ! 

ले लो आलू प्याज टमाटर...! 
चिल्लाते हुये 
जब गुजरता है सब्जीवाला 
तो उसकी आवाज से ज्यादा फैलती है 
हरी धनिया की खुशबू !

इस हरी धनिया को कितना ही मसलो 
कितना ही कुचलो 
ये और और महकती है 
और चटनी में मिलाये जाने वाले 
आम लहसुन प्याज टमाटर तो छोड़िये 
कुचलने वाले शिलपट्टे को भी 
अपने रंग में रंग लेती है ...

ओ राधेय !
क्या ऐसा ही था तेरा प्रेम ...!!!!!

@धर्मेन्द्र तिजोरी वाले "आजाद"

Anchal Dubey "अंकन"

देख मिलती हैं तेरी चूड़ियाँ , मुझे भा गई हरी हरी चूड़ियाँ,,

read more
 देख मिलती हैं तेरी चूड़ियाँ ,
मुझे भा गई हरी हरी चूड़ियाँ,,

Sunita Bishnolia

पर्यावरण (दोहे)
हरी-भरी धरती रहे,नीला हो आकाश,
स्वच्छ बहे सरिता सभी,स्वच्छ सूर्य प्रकाश।।
पेड़ों को मत काटिए,करें धरा श्रृंगार।
माटी को ये बांधते,ये जीवन आधार।।
सुनीता बिश्नोलिया©®



शुद्ध हवा में साँस लें,कोई न काटे पेड़।
आस-पास भी साफ़ हो, सभी बचाएँ पेड़।।

धरती माता ने दिए,हमें अतुल भण्डार,
स्वच्छ पर्यावरण रखें, मानें हम उपकार।।

कानन-नग-नदियाँ सभी,धरती के श्रृंगार। 
दोहन इनका कम करें,मानें सब उपहार।। 

साफ-स्वच्छ गर नीर हो,नहीं करें गर व्यर्थ।
कोख न सूखे मात की, जल से रहें समर्थ।

धूल-धुआँ गुब्बार ही,दिखते चारों ओर।
दूषित-पर्यावरण हुआ,चले न कोई जोर।।

कान फाड़ते ढोल हैं,फूहड़ बजते गीत,
हद से ज्यादा शोर है,खोये 
मधुरिम गीत।

हरी-भरी खुशहाली के,धरती भूली गीत।
मैली सी वसुधा हुई,भूली सुर संगीत।।

पर्यावरण स्वच्छ राखिये,ये जीवन आधार,
खुद से करते प्यार हम,कीजे इससे प्यार।

#सुनीता बिश्नोलिया
#जयपुर #पर्यावरण  #स्वच्छ #पर्यावरण
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile