Find the Best छुपाये Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about
Rabindra Kumar Ram
" कुछ ख्याल आया तो तुझे उस अंदाज़ से लिखगे , ख़ैर अब बात करु तो तेरी कौन सी बात करु , मेरे लहजे में तेरा कुछ अंदाज़ छुपाये बैठे हैं , फिलहाल करें तो तेरी कौन सी बात करें . " --- रबिन्द्र राम #ख्याल #ख़ैर #लहजे #अंदाज़ #छुपाये #फिलहाल #बात
Darshan Raj
बड़ी ही सिद्दत से इस चेहरे मै गम छुपाए बैठा हूं..ll कहीं तू पलट कर देख ना ले आंखें नम छुपाए बैठा हूं..ll👀 जाते जाते तू खुद से पूछ ना ले फिर से गले लगाने को, मैं रुदन से भरे गले में सिसकियाँ दबाए बैठा हूं..ll लगता है अब तेरा चले जाना ही बेहतर होगा, कहीं तुझको रोकना ले इन हाथों की उंगलियां दबाए बैठा हूं..l तेरे जाने का अफसोस तो बहुत होगा, कहीं तेरा पता पूछ न लूं इन होठों की थरथरी दबाए बैठा हूं..ll😔 @darshan राaj....✍️ #आँखें #नम #छुपाये #बैठा #हूँ #Love #Life #a #Nojoto #शायरी Creative Writer Kavi Shyam Pratap Singh Haquikat ❣️ℝ𝕠𝕪 𝕄𝕖𝕘𝕙𝕒❣️ ARYAN SAINI Bhavna Thakur PRATIK BHALA (pratik writes) indu singh indira ARYAN SAINI Nilesh Samatiya Tumari So_called Jaan K K Sharma Jyoti Mishra Alice Gupta Sheetal Buriya शिल्पा यादव cute girl (shivani)
Gk tiwari
कई जज्बात अपने दिलमें छुपाये बैठा हूँ हाँ मैं बिलकुल समंदर की तरह रहता हूँ लगने नही देता अपनी गहराई का अंदाज सारी नदियों का दर्द अपने अंदर छुपाये बैठ हूँ #gk001कईजज्बातदिलमेंछुपायेबैठाहुँ
Snehi Swarnkar
सूखे फूल तुम्हारे दिए फूल को आज भी संजोए रखा है, किताबों के बीच सबसे छुपाये रखा है, आपकी मोहब्बत को दिल मे बसाये रखा है, सबको बता कर बस आपसे छुपाये रखा है, #SookhePhool #nojoto#dreamlover
Guftgoon Lafzon Se GLS
*वो माथे पर काला तिल सजाये बैठे हैं खूबसूरत आँखों के जाम छुपाये बैठे हैं उनके होंठो की लाली क़यामत ढा रही है अज़ी फिर भी वो ह्या का पर्दा लगाये बैठे हैं ज़ुल्फ़ें लहराकर उनके गालों को चूमती हैं पायज़ेबे छनक कर इस दिल में गूंजती हैं वक़्त-बे-वक़्त अब हमें वो सताये बैठे हैं फिर भी जाने क्यों उनसे दिल लगाये बैठे हैं झुकी निगाहों में वो कई राज़ छुपाये बैठे हैं होंठ लरज़ रहे हैं हमसे कुछ कहने को और वो अपने ही दांतों तले उनको दबाये बैठे हैं।* #kala_til #honth #julfen #aankhen #love
SHAYAR VISHAL PIYAJI
अपनी नजरों को अपनी जुल्फों से यूँही छुपाये रखना ✍️SHAYAR VISHAL PIYAJI✍️ अगर हटी नजरों से जुल्फें तुम्हारी, तो मानो कई कत्ल होंगे #अपनी #नजरों को #अपने #जुल्फों से यूँही #छुपाये रखना ✍️#SHAYAR #VISHAL #PIYAJI✍️ अगर #हटी #नजरों से #जुल्फें #तुम्हारी, तो मानो कई #कत्ल होंगे
Arzooo
हज़ारो दर्द दिल के मैने दिल में छुपाये हुए है एक दफ़ा हसने के जुर्म में मुद्दतो रुलाये हुए हैं || दफ़न हो जाये मेरे साथ सारे गम ये मेरे हसरत ज़ख़्म सीने के मैने जहान की नजर से बचाये हुए है || सुर्ख आँखे, बिखरी ज़ुल्फ़ें और परेशन हाल सूखे लब,माथे पे शिकन , रुख्सार मुरझाये हुए हैं || ठेहरो इतनी जलदी न करो मुझे दफ़नाने की यारो आखरी दीदार को वो मेरी मय्यत पे आये हुए हैं \\ #हज़ारो #दर्द #दिल के मैने दिल में #छुपाये हुए है एक #दफ़ा हसने के जुर्म में #मुद्दतो #रुलाये हुए हैं || #दफ़न हो जाये मेरे साथ सारे गम ये मेरे #हसरत #ज़ख़्म #सीने के मैने #जहान की #नजर से #बचाये हुए है || #सुर्ख #आँखे, #बिखरी #ज़ुल्फ़ें और #परेशन हाल #सूखे #लब,#माथे पे #शिकन , #रुख्सार #मुरझाये हुए हैं ||
रजनीश "स्वच्छंद"
कुछ तेरा था कुछ मेरा था।। धरती के टुकड़े का ये हिस्सा, कुछ तेरा था कुछ मेरा था। उदय अवसान का ये किस्सा, कुछ तेरा था कुछ मेरा था। सुबह की लाली लिए किरण, थी सार छुपाये कण कण में। पत्तों से झांक रही शर्मीली, अवतार छुपाये एक मन मे। एक नया सवेरा आने को, कुछ उत्सुक और बेचैन रहा। कुसुम कली डाली संग झूमे, बीत चला जो उनका रैन रहा। प्रखर भविष्य का ये किस्सा, कुछ तेरा था कुछ मेरा था। एक दिव्य स्वप्न जो देखा था, साकार हुआ सा लगता है। ये इंद्रधनुषी ये बहुरंगी, वृत्ताकार हुआ सा लगता है। धरती अम्बर का एक मिलन, देखो अनन्त में दिखता है। टूटे बन्धन करबद्ध वंदन, ये कवि अंत में लिखता है। आदि अंत का ये किस्सा, कुछ तेरा था कुछ मेरा था। एक बात कही जो पुरखों ने, हर रात की एक तो सुबह रही। आते जो देखी रश्मि किरण, अंधियारी भी देखो दुबक रही। ललक लिए अपने मन मे, नवजीवन का अवतार हुआ। अग्नि जल वायु धरा गगन, पंचतत्वों का मंत्रोच्चार हुआ। इन तत्वों का एक एक हिस्सा, कुछ तेरा था कुछ मेरा था। अनवरत कठिन तप जो रहा, फलदायी होने वाला है। अनुशरण किया जग का तुमने, अनुयायी होने वाला है। शौर्य चहुंदिश कोटि जन गायें, तान प्रत्यंचा लक्ष्य साध तू। शंख भेरी की मृदुल तान पर, कुंडल कवच वक्ष बांध तू। कवि-वीर का ये किस्सा, कुछ तेरा था कुछ मेरा था। ©रजनीश "स्वछंद" कुछ तेरा था कुछ मेरा था।। धरती के टुकड़े का ये हिस्सा, कुछ तेरा था कुछ मेरा था। उदय अवसान का ये किस्सा, कुछ तेरा था कुछ मेरा था। सुबह की लाली लिए किरण,