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Rashmi Vats
अहम अहम को अपने कर दरकिनार । गलतियों को आपस में सुलझाकर। ये कहकर कि छोटी सी ही तो थी बात, नजरंदाज कर दिया करो जरा हंसकर । रिश्तों की अहमियत समझकर। झुक जाया करो अपनी अकड़ छोड़कर। सुकून से जिंदगी बीतेगी तुम्हारी, सभी का आशीर्वाद पाकर। रश्मि वत्स । मेरठ (उत्तर प्रदेश) ©Rashmi Vats #relaxation #अहम #दरकिनार #रिश्ते #बरकरार #उलझन
Rabindra Kumar Ram
" अपनी ख्वाहिशें दरकिनार क्या करें , मैं मुहब्बत हूं और प्यार क्या करें , उल्फते इश्क का तजूर्बा तुम्हें आज नहीं तो कल हो जायेगा , अभी से उसका नाम लेकर मुहब्बत को बदनाम क्या करें . " --- रबिन्द्र राम ©Rabindra Kumar Ram " अपनी ख्वाहिशें दरकिनार क्या करें , मैं मुहब्बत हूं और प्यार क्या करें , उल्फते इश्क का तजूर्बा तुम्हें आज नहीं तो कल हो जायेगा , अभी से उसका नाम लेकर मुहब्बत को बदनाम क्या करें . " --- रबिन्द्र राम #ख्वाहिशें #दरकिनार #उल्फते #इश्क #तजूर्बा #मुहब्बत #बदनाम
Dr. Vishal Singh Vatslya
वो अब हमसे नहीं, हमारे हमनाम से बात करती है दरकिनार कर मुझको, यादों में बनाए रखने का ख़्याल उसका अच्छा है... #इश्क़ #दरकिनार #ख्याल #yourquote #yourquotebaba #yourquotedidi
Rabindra Kumar Ram
" फिर से एक बार तुझे समझना चाहता हूं , बात कुछ भी हो एक मर्तबा बात करना चाहता हूं , गिले-सिकवे चलो दरकिनार कर लिया जाये , जो कुछ तुझमें - मुझमें बाकी है फिर से उसे जिया जाये ." --- रबिन्द्र राम— % & Pic : pexels.com " फिर से एक बार तुझे समझना चाहता हूं , बात कुछ भी हो एक मर्तबा बात करना चाहता हूं , गिले-सिकवे चलो दरकिनार कर लिया जाये , जो कुछ तुझमें - मुझमें बाकी है फिर से उसे जिया जाये ." --- रबिन्द्र राम
Rabindra Kumar Ram
" एक पल में कहीं तु मिल तो सही , तेरे फासले दरकिनार करना चाहते हैं , अब हसरतें जो भी रही बेख्याली में , हम अब इसे एक नाम देना चाहते हैं ." --- रबिन्द्र राम " एक पल में कहीं तु मिल तो सही , तेरे फासले दरकिनार करना चाहते हैं , अब हसरतें जो भी रही बेख्याली में , हम अब इसे एक नाम देना चाहते हैं ." --- रबिन्द्र राम #पल #फासले #दरकिनार #हसरतें #बेख्याली #नाम
brijeshrage
ये ऊंची दीवार जो कभी सपने थे ऊंचे ही सही कभी अपने थे अब जो दीवार के उस पार हूं मन को उजाले में रख लिया लेकिन उस के परछाई से अंधकार हूं बहुत अच्छे दिन थे उनके कफ़स में अब जो दीवार के इस पार हु तो दरकिनार हूं #सुकून की #कैद में #azad #दरकिनार #कफ़स #yqhindi #yqquotes #yqlove
सुधा भारद्वाज"निराकृति"
नारी दिवस पर मेरी एक रचना समस्त नारीयों को समर्पित 🙏💐💐💐 बुहारती हूं,निखारती हूं। मैं घर को अपने संवारती हूं। खुद में #बिखर कर भी मैं अक्सर। दिल से सबको दुलारती हूं। भावों को पढ़ती हूं तुम्हारे। मैं ना उनको #नकारती हूं। बुहारती हूं,निखारती हूं।.... नज़र अंदाजी भी तुम्हारी। करती #दरकिनार मैं सारी प्रेम को ही आधार बनाकर। मैं तो तुमको #निहारती हूं। बुहारती हूं निखारती हूं.... पीड़ा जब हद से बढ़ जाती। तब ही तुमको #पुकारती हूं। बुहारती हूं, निखारती हूं।.... बालक छिपा ह्दय में मेरे। मैं बालक सी #शरारती हूं। बुहारती हूं, निखारती हूं।... बिटिया मैं भी किसी बाबा की। बिटिया के पर #पसारती हूं। बुहारती हूं, निखारती हूं।... छू लें बढ़ के जो वो चाहें। आकाश विस्तृत मैं चाहती हूं। बुहारती हूं, निखारती हूं।.... हो न दफन किसी बेटी के सपने। राहें उनकी #संवारती हूं। बुहारती हूं, निखारती हूं। मैं घर को अपने संवारती हूं। ©सुधा भारद्वाज"निराकृति" ##नारी_दिवस (#women's_#day
Surabhi Jha
फरमाईश करते रहना चाहिए तब आपकी सुनी जाएगी गुंजाइश करने जाओगे तो दरकिनार कर दिए जाओगे #फरमाईश #गुंजाइश #दरकिनार #yqdidi #life #zindagi #safar_jindgi_ka
rajeshwari Thakur
पाने का इरादा तुम्हें नापाक तो नहीं था आखिर मेरी वफा पे तुमने एतबार क्यूं नहीं किया आखिर ये दिल्लगी तुमने सिर्फ मेरे साथ ही क्यूं किया आखिर मेरे इश्क को तुमने बेपनाह प्यार क्यूं नहीं दिया आखिर मेरे हालातों को तुमने बिना समझे मुझसे दरकिनार क्यूं कर लिया ©rajeshwari Thakur #दरकिनार
Sachin Ratnaparkhe
नज़्म "दर्द से मोहब्बत" मुहब्बत कर ली दर्द से मैने अब क्यों इसे दरकिनार करू? तन्हाई की आदत सी है फिर भी क्यों तुमसे ऐतबार करूं? इश्क़ दिखाना या फिर जताना यह मेरा कोई काम नहीं, फिर भी करता हूं तुमसे मोहब्बत मगर कैसे इज़हार करूँ? लाख खताएँ हुई है मुझसे फिर ये कोई बड़ी बात नहीं, जब प्रायश्चित करता ही नहीं हूं फिर क्यों मै इस बार करूँ? इस अनुरागी मन का क्या कोई चारासाजी नहीं, अगर नहीं है तो क्यों अपनी मेहनतें बेकार करूँ? अब जी ही लेता हूं मै तुम बिन कोई और चारा नहीं, इतनी कश्मकश से भरी ज़िन्दगी से कैसे इंकार करूँ? राह-ए-मोहब्बत-ए-राही में काँटो की भरमार बड़ी, मगर ख्वाहिश-ए-सितमगर ही है कि मै पूरा इसे पार करूँ। दर्द से मोहब्बत #दरकिनार #प्रायश्चित #अनुरागी_मन #चारसाजी #कश्मकश #राह_ए_मोहब्बत_ए_राही #भरमार #ख्वाहिश_ए_सितमगर