Find the Latest Status about जगजीत सिंह ग़ज़ल लिरिक्स from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, जगजीत सिंह ग़ज़ल लिरिक्स.
पंकज गिरि
सोचा नहीं अच्छा बुरा देखा सुना कुछ भी नहीं, मांगा खुदा से रात दिन तेरे सिवा कुछ भी नहीं, जिस पर हमारी आंख ने आंसू बहाए रात भर, भेजा वही कागज उसे हमने लिखा कुछ भी नहीं , एक शाम की दहलीज पर बैठे रहे वो देर तक, आंखों से की बातें बहुत मुंह से कहा कुछ भी नहीं।। जगजीत सिंह जी🙏
Raj Mani Chaurasia
ႽႩႩkპႠ
मुझसे बिछड़ के...खुश रहते हो!!!! मेरी तरह तुम भी झूठे हो!!!! इक टहनी पर चाँद टिका था.... मैं ये समझा.... तुम बैठे हो!!!! उजले-उजले फूल खिले थे.... बिल्कुल जैसे तुम हँसते हो!!!! मुझको शाम... बता देती है.... तुम कैसे कपड़े पहने हो!!!! तुम तन्हा दुनिया से लडोगे!!!! बच्चों सी... बातें करते हो!!! जगजीत सिंह साहब की गाई ग़ज़ल