Find the Latest Status about summary of poem paper boats by rabindranath tagore from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, summary of poem paper boats by rabindranath tagore.
Ajita Bansal
New Year 2025 नया साल आया है, नई उम्मीदें लेकर, सपनों की दुनिया अब नये रंगों से सजे। हर दिन हो शुभ, हर रात हो रोशन, खुशियों से भरी हो ये नयी शुरुआत। पुरानी यादों को छोड़, चलें आगे हम, नई राहों पर, नए क़दम। सपने हों पूरे, दिलों में हो विश्वास, साल 2025 हो, सफलता से भरा खास। जो बीता, वह सीख है, जो आने वाला है, वो खुशियों का खजाना, जो हमें पाना है। समय की रेत पर लकीरें न छोड़ें, साथ चलें हम, बस यही है शेरों। नववर्ष की शुभकामनाएं, सबको मिले सुख-शांति, हर दिल में हो प्रेम, और जीवन में हो ध्वनि। साल 2025 हो, हम सब के लिए मंगलमय, नई उम्मीदें, नई शुरुआत, हो सभी के लिए सफलाय। ©Ajita Bansal #Newyear2025 poem of the day
#Newyear2025 poem of the day
read moreMohammed Zeeshan Ali
Unsplash Clouds come floating into my life, no longer to carry rain or usher storm, but to add color to my sunset sky. -rabindranath tagore. ©Mohammed Zeeshan Ali #Book #Quote #RABINDRANATHTAGORE #Tagore #indianquotes quotes
#Book #Quote #RABINDRANATHTAGORE #Tagore #indianquotes quotes
read moreSchizology
Poetry Where the mind greets the paper Through the pen ©Schizology Poetry #Mind #pen #paper
Schizology
Part of me I gave part of me to you When we became a couple And you took it when you left Now I'm missing you double ©Schizology Part of me #part #Broken #poem✍🧡🧡💛
Schizology
The end of eternity Suddenly the sky turned dark black The ground shook and rumbled Thunder boomed, lightning cracked Everything seemed to be muffled Boulders fell from atop mountains Avalanches were racing down Volcanos erupted like fountains Earthquakes began all around Oceans stirred and began to rise Waves rose beyond seventy feet The sun explodes, light from the sky Reaching down, burning with heat Forests catch fire and spread wide Smoke fills the air, and nature chokes There is absolutely no place to hide This will not even spare the good folks Time seems to have ended instantly Life in a flash has been totally erased Natural disasters occurred viciously The end of eternity, left only a waste ©Schizology End of eternity #End #poem✍🧡🧡💛 #eternity
pandeyji
बिना मिले ही जीने के सहारे ढूंढ लेती हैं , ये इश्क़ की कश्ती है साहब किनारे ढूंढ लेती है।❤ ©pandeyji #poem love love quotes love shayari quote of love
#poem love love quotes love shayari quote of love
read moreशुभम मिश्र बेलौरा
White सरकार बनी बेचारी है -२ पेपर लीक कराने वाले ठेके सब सरकारी हैं, सरकार बनी बेचारी है-२ Term बदलकर मंत्री जी फिर से सत्ता में आए, कोई अच्छा काम नहीं बस पेपर रद्द कराए। भर्ती के खातिर पहले हम रोते और चिल्लाते, उसे बचाने के खातिर सड़कों पर लाठी खाते। 100 दिन के एजेंडे की दिखती कैसी तैयारी है, पेपर लीक कराने वाले ठेके सब सरकारी हैं, सरकार बनी बेचारी है -२ 56 इंच के सीने वाले कैसे चुप्पी साधे हैं, अपनी कुर्सी बची रहे बाकी सब राधे राधे है। कुछ तो बोलो मुंह को खोलो इटली अब मत जाओ जी, युवा सड़क पर चीख रहा है थोड़ा शर्म तो खाओ जी। देश के चोरी में शामिल दिखती अब चौकीदारी है, पेपर लीक कराने वाले ठेके सब सरकारी हैं, सरकार बनी बेचारी है -२ ©शुभम मिश्र बेलौरा #good_night paper leak
#good_night paper leak
read moreAjita Bansal
White दर्द ने सिखाया खुद से मिलना, राहों में खो जाने से पहले, ख़ुद को जानना ज़रूरी है, तब जाकर कोई सही रास्ता लगे। हर ख्वाब का पीछा करते हुए, सपनों में खो जाते हैं हम, लेकिन जब वो टूटते हैं, तब महसूस होता है, हम कहाँ थे, कहाँ हम। अक्सर दूसरों की नज़र से ही जीते हैं हम, पर सच्ची पहचान तो अंदर से आती है। जो खुद को समझे, वही खुद को पा सकता है, बाकी सब तो बस एक छलावा होता है। अब मेरी आँखों में बस एक सवाल है, क्या मैं सचमुच खुद से प्यार करता हूँ? जब तक ये सवाल हल नहीं होगा, ख़ुद के ही हाल में, ख़ुद से जूझता रहूँगा। ©Ajita Bansal #Sad_Status poem of the day
#Sad_Status poem of the day
read moreSrinivas
The essence of education is not in the paper you hold, but in the skills you master ©Srinivas The essence of education is not in the paper you hold, but in the skills you master
The essence of education is not in the paper you hold, but in the skills you master
read more