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Sonu Yadav
जितना सितम ढाना है ढा ले ओ जिंदगी हम हार ना मानने वाले है । तुम्हे लगता है की हम उनसे मोहब्बत करना छोड़ देगे तो इस गलतफहमी मत रहना क्यों की हम डाट के लड़ने वाले है ।। ©Sonu Yadav #ChainSmoking मासा अल्ला
Sonu Yadav
जाइए हम आप को परसान नही करेंगे आप को जो कहना है कहते रहिए गा जितना लड़ना है लड़ते रहिए गा प्यार मे दूजा कोई फरमान नही करेगे ©Sonu Yadav मासा अल्ला
Sonu Yadav
कहा तक मेरे दिल की आवाज जाति है आप से ज्यादा आप की याद सताती है आप तो सो जाते हो आराम से पर मुझको सारी रात नीद ही नही अति है ©Sonu Yadav मासा अल्ला
Rahul Sharma
कौन हो तुम मेरे मन की वीणा को छेड़ अब क्यों मौन हो तुम कभी तोला कभी मासा सच कहो कौन हो तुम (Read in caption) कौन हो तुम मेरे मन की वीणा को छेड़ अब क्यों मौन हो तुम कभी तोला कभी मासा सच कहो कौन हो तुम उतर जाते हो कभी रूह की गहराइयों में
Shree
सुनो, प्रेम!— % & सुनो, प्रेम! ✍🏼 एक काम करो सारी चिंताएं, परेशानियां, मुश्किलें, दुविधाएं अभी इसी पल में रहने दो, छोड़ जाओ अपनी नई-पुरानी सारी हदें, भूल जाओ
Manshi Kashyap
मेरे जमीं आसमां बन गए थे एक अधूरी सी बात की कहानी बन गए थे कैसे कहूं मैं कितनी पागल थी जो तेरे पीछे पीछे मुड़कर देखा करती थी एहसास हुआ कुछ अजीब सा दिल में दर्द मेहसूस हुआ कुछ करीब सा बोल न पाई मैं तेरी बन रही हूं ख़्वाब क्या हक़ीक़त में भी तुझे जी रही हूं मेरे हाथ में तेरा हाथ हो तेरी खुशियां मेरे साथ हो केहना कुछ नहीं तुम पर तेरी मेरी मुलाकात पर ये भिंगी भींगी बरसात हो_________❤️❤️ #manshik
अशेष_शून्य
"मानव हूं मैं विरह मुझमें भी है पर ये मेरे सृजन के आधार सा" बेरंग मैं भी हूं पर इसलिए ताकि जीवन के सारे रंग उतार सकूं ख़ुद में , तुम में इस आसमां सा...!! -Anjali Rai (शेष अनुशीर्षक में) मैंने उन लम्हों को पुनर्जीवन देना चाहा जिसमें कभी तुम्हारे होने से जीवन था और आज ये प्रयास मुझे जीवन दे रहा पर गर तुम्हें लगने लगे
vishnu thore
मिलनाचा कुठे गं पावसाळा? का हसुनी तू लावते गळाला ? जीव मासा हा ,फडफड नशिबी ठेच खाऊनी बघ झालो हिशोबी बरा आहे, मी आपुला तळाला का हसुनी तू लावते गळाला.... तोल जातो हा नाजूक घडीला सावरावे कसे मी पडझडीला नाव प्रेमाचे गोंडस छळाला का हसुनी तू लावते गळाला... -विष्णू थोरे ©vishnu thore मिलनाचा कुठे गं पावसाळा? का हसुनी तू लावते गळाला ? जीव मासा हा ,फडफड नशिबी ठेच खाऊनी बघ झालो हिशोबी बरा आहे, मी आपुला तळाला का हसुनी तू लाव