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kpokkjjjjjjkhjjjlklhkk glass of 76u ©KP STORY CREATOR इसीलिए इस नववर्ष में कुल 13 मास होंगे. नल नामक नवसंवत्सर के राजा बुध व मंत्री शुक्र होंगे. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार दोनों ग्रह आपस में मैत्
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KP EDUCATION HD कंवरपाल प्रजापति motivational quotes in Hindi KP MOTIVATION HD कंवरपाल प्रजापति ©KP EDUCATION HD 2024 में पड़ने वाली पहली आमवस्या सोमवती आमवस्या पड़ने वाली है सोमवार के दिन पड़ने वाली आमवस्या को सोमवती आमवस्या कहा जाता है इस आमवस्या का धर्म
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KP EDUCATION HD कंवरपाल प्रजापति समाज ओबीसी for ©KP EDUCATION HD साल का ये दिन काफी खास है, क्योंकि इस दिन सूर्य ग्रहण भी लगने वाला है। बता दें कि 14 अक्टूबर 2023 को सर्वपितृ अमावस्या पर लगेगा। ज्योतिष शास
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KP NEWS HD कंवरपाल प्रजापति समाज ओबीसी for 55 ©KP EDUCATION HD अक्टूबर महीना व्रत-त्योहार के लिहाज से बेहद खास रहने वाला है. अक्टूबर में शारदीय नवरात्रि, जीवित्पुत्रिका व्रत, दशहरा, इंदिरा एकादशी, सर्व प
PARBHASH KMUAR
प्यारे भक्तजनों, क्या आपने कभी किसी ऐसी स्त्री के बारे में सुना है, जिसकी रचना स्वयं एक ऋषि मुनि ने की हो और आगे चलकर, वही उनके जीवनसाथी भी बने हों? अगर नहीं, तो आज हम आपको ऐसी ही एक रोचक कहानी से परिचित कराएंगे और बताएँगे, कि आखिर इस कथन के क्या मायने हैं, कि ‘जहां चाह वहां राह’। तो भक्तों, आप में से काफ़ी लोग धर्म ग्रंथो में शामिल रामायण और महाभारत से परिचित होंगे। इन्हीं ग्रंथों में, अगस्त्य मुनि नाम के एक ऋषि का भी परिचय भी मिलता है। ऐसी मान्यता है, कि वह प्रसिद्ध सप्त ऋषियों और प्रसिद्ध 18 सिद्धों में से एक थे, जो कई सालों तक पोथिगई की पहाड़ियों में विराजमान होकर, जीवनयापन करते रहे थे। महाभारत की एक कथा के अनुसार, एक समय अगस्त्य मुनि को अपने पितरों की तृप्ति और शांति के लिए, विवाह करने की प्रबल इच्छा जागृत हुई। मगर जब उन्हें अपने योग्य कोई कन्या प्राप्त नहीं हुई, तो उन्होंने बहुत सारे जीव-जंतुओं के अंश लेकर, स्वयं ही एक कन्या की रचना की। इसके साथ ही, उन्होंने उस कन्या को संतान के रूप में विदर्भराज को सौंप दिया, जो संतान प्राप्ति के लिए काफ़ी इच्छुक थे। यही कन्या, लोपामुद्रा थीं। इस बात का उल्लेख, काफ़ी सारी जगहों पर मिलता है, कि लोपामुद्रा खुबसूरत होने के साथ-साथ, अत्यंत बुद्धिमान भी थीं और उनके सौंदर्य के चर्चे भी हुआ करते थे। इसी कारणवश, जब उन्होंने ऋषि अगस्त्य से शादी करना स्वीकार किया, तब इस बात से लोगों को हैरानी भी हुई, कि ऐसी रूपवती और राजसी कन्या एक ऋषि से शादी के लिए, कैसे अपना ऐश्वर्य और ठाठ छोड़ रही है। मगर वो कहते हैं ना, कि नियत और नियति से सब कुछ परे है और धर्म ग्रंथ तो होते ही हैं, असंभव के आगे का रास्ता बताने के लिए। तो भक्तों, आप भी इस विचार के साथ अपने जीवन मार्ग में आगे बढ़ें, कि असंभव केवल एक मिथ्या है और कुछ नहीं। ©parbhashrajbcnegmailcomm प्यारे भक्तजनों, क्या आपने कभी किसी ऐसी स्त्री के बारे में सुना है, जिसकी रचना स्वयं एक ऋषि मुनि ने की हो और आगे चलकर, वही उनके जीवनसाथी भी
Biikrmjet Sing
जिस सिमरत सभ किलविख नासे पितरी होये उधारो।। अर्थ:- जिसके(परमेश्वरः के), अपने नेत्रों द्वारा ध्यान करने से सारे विकार भागते हैं और पितरों का भी उद्धार होता है।। ©Biikrmjet Sing #पितरों_का_उद्धार_कैसे_हो
Biikrmjet Sing
जिस सिमरत सभ किलविख नासे पितरी होये उद्दारो।।सो हर हर तुम सद ही जापो जा का अंत न पारो।। अर्थ:- गुरु साहिब जी फ़रमान कर रहे हैं जिसके स्मरण मात्र से सारे विकार व कष्ट मन के दूर हो जाते हैं और पितरो का भी उद्धार हो जाता है ऐसे परमेश्वर प्रकाश को तुम नेत्रों से देखो यानी निहारो यानी जापो जिस ब्रह्मण्डी ऊर्जा का कोई ओर छोर नहीं है।। ©Biikrmjet Sing #पितरों_का_उद्धार_कैसे_हो
Anita Prajapati10
*पितृपक्ष पर समर्पण* ------------------------------ प्यार दे कर जो हमें विदा हुए संसार से, आओ उनका स्वागत करें आज से। वो हुए पुरखो में शामिल जो कभी थे साथ में, आज से नमन करेंगे हम मन के द्वार से। पितर चरण में नमन करें, ध्यान धरें दिन रात। कृपा दृष्टि हम पर करें, सिर पर धर दें हाथ। ये कुटुम्ब है आपका, आपका है परिवार। आपके आशिर्वाद से, फले - फूले संसार। भूल -चूक सब क्षमा करें, करें महर भरपूर। सुख सम्पति से घर भरें, कष्ट करें सब दूर। आप हमारे हृदय में, आपकी हम संतान। आपके नाम से हैं जुड़ी, मेरी हर पहचान। *सभी पितरो को सादर नमन🌺* ©Anita Prajapati10 #पितरोंसमर्पण #Dark
Subodh shastri
प्यार देकर जो हमें विदा हुए संसार से, आओ उनका स्वागत करें आज से। वो हुए पुरखों में शामिल जो कभी थे साथ में, आज से नमन् करें हम मन के द्वार से। सभी पितरों को सादर नमन् ©Subodh shastri सभी पितरों को सादर नमन #lovebond
Ravinder Sharma
मृत्यु हुई साल बीते वो वक़्त भी आ गया शुरू हुए श्राद और वो पल वो लम्हा भी उनका याद आ गया पितरों को याद कर आंसू उनकी आंखों में कंकड़ बन कर आ गया कउआ भी आकर अपना हिस्सा ले खा गया जो क्षति हुई थी वक़्त भी उसका एहसास करा गया ठोकर से उठकर चलना सिखा गया।।।।।।। Ravinder Sharma #श्राद्ध #पितरों #पूर्वजों #याद #लम्हा #पल #HopeMessage