Find the Latest Status about नूर ए खुदा from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, नूर ए खुदा.
Murtaza Ali
तू इक़रार कर 'अली' का अधूरा क़लमा खुदा को पसंद नहीं 'अली' का नूर है खुदा का नूर इसमें कोई शक़ नहीं। ✍️✍️मुर्तज़ा #नूर ए खुदा
Hasanand Chhatwani
नूर-ए- खुदा जब तक जिंदगी में नहीं आता इंसान जीता तो है मगर जीने का मज़ा नहीं आता. नूर-ए- खुदा जब तक जिंदगी में नहीं आता इंसान जीता तो है मगर जीने का मज़ा नहीं आता.
Lotus Mali
सलामत रहो, तुम हमेशा यह दुआ है मेरी, मेरे रब से... मिलेगी तुमको, वह नूर-ए-खुदा जो मुझसे भी होगी, ज्यादा हंसी... https://lotusshayari.blogspot.com/ ©Lotus Mali सलामत रहो, तुम हमेशा यह दुआ है मेरी, मेरे रब से... मिलेगी तुमको, वह नूर-ए-खुदा जो मुझसे भी होगी, ज्यादा हंसी... -LotusMali https://lotussha
lalitha sai
ऐ... खुदा.... आज सुकून है मिला मन को.. आज यकीन हुआ... तू है खुदा.... ऐ... खुदा.... मेरे खुदा.... आज इस पल में कहती हूँ... आज यकीन हुआ खुदा.... ऐ... खुदा...... Must Read ha...caption... 👇 🎶🎶🎶🎶🎶🎶🎶🎶 🎤🎤🎤🎤🎤🎤🎤🎤 आहा... क्या गाना है... आज सच में सुकून मिला सुनकर....🤗 Movie/Album: माई नेम इज़ खान (2010) Music By: शंकर, एहसान, लॉय
Writer1
//रहमतों की रात// 🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀 नक्शे - फ़ना नज़र आ रहे होठों पर दुआ आई है।। त्राहि - त्राहि लोग कर रहे होठों पर फरियाद आई है।। इत्लाफ-रात-ए-आज़र्दाह की खुशनुमा सुबह आई है।। दीद-ए-बे ख्वाब थे सुकून भरी नींद की बक्श आई है।। आब - ए -आईना लिए आज रहमतों की रात आई है।। इंतजार ए हकीकत ए ख्वाब हुए बरकत की रात आई है।। अब तलक ज़ब्त-ए-फुगां थे अब जश्न की रात आई है।। महव-ए-दुआ थे नूर-ए-खुदा ए इनायत की रात आई हैं।। नफ़ंस ओ इफ़्फ़त ' रोज़ी' नवाज़िशों की रात आई है।। रक़ीब को लगा गले के पुर-नूर मुरव्वत फ़रहत दरमां रात आई है।। नक्शे - फ़ना: मौत के चिन्ह इत्लाफ-रात-ए-आज़र्दाह: दुखों की रात का नाश दीद-ए-बे ख्वाब: जागती आंखें आब - ए -आईना: दर्पण की चमक इंतजार ए हकीक
Writer1
दीदार-ए-वफा हो गया, थम गई जैसे सांसे वही।। नूर-ए-खुदा देखा महबूब, बिस्मिल्लाह करदी वहीं।। रौशन हैं बहुत तेरी आँखें रुख़ तेरा पुरनूर है ।। रुख़सार पर तेरे माहताब जैसा नूर है ।। ना जमीन तांकि हमने , ना ही आसमां पर नज़र करी।। फूल, शम्स और क़मर, हुस्न-ए-शबाब की अदाकारी।। करती हो बातें तो जैसे फ़ूल झड़ते हैं लबों से । संग-ए-मरमर सा बदन तुझमें अजब सरूर है ।। हुस्न-ए-शबाब का, ए हमनशी इस कदर छाया है नशा। गोया छलक रहा है उस के रूखसार का पियाला शराब का।। आदिल-ए-इश़्क में जैसे ही सजदा हमारा हुआ।। गूंज सुभान-अल्लाह बज़्म-ए-महिफल नज़्र हुआ। दीदार-ए-वफा हो गया, थम गई जैसे सांसे वही।। नूर-ए-खुदा देखा महबूब, बिस्मिल्लाह करदी वहीं।। रौशन हैं बहुत तेरी आँखें रुख़ तेरा पुरनूर है ।।
Sanskruti Patel
बुर्खे मे लिपटकर रहती है ,उसकी आंखे बहोत कुछ कहेती है । करीब से देखा नही अभी तक , मगर हाँ,कुछ सहमी सहमी सी रहती है ।। बात करने का दिल तो बहोत बार हुआ , शुरुआत केसे करु ? येह सवाल हुआ । दोस्ती का ही अर्ज करके हाथ आगे बढ़ाया, थोडा डर के ही सही पलकें जुकाये अपना लिया ।। सलाम वालिकुम से शुरु खुदा हाफिज़ से बात खतम कर देती थी , वो लबो से कम आँखो से ज्यादा कहती थी ।। ईद-ए-मिलाद पे सुरत उसकी देखी थी , नजर ना लगे इसलिए काजल लगाये गुम रही थी।। इश्क़ -ए-नूर का सिलसिला शुरु हो गया था , तसरिफ़ जब से रखी थी उसने सुकू मिल गया था।। मोहरम को निकाह तैह हो गया था , खुदा ने हमारा रिश्ता क़ुबूल कर दिया था ।। # इश्क़-ए-नूर
Deepak "New Fly of Life"
लक्ष्य से जो जाओ भटक!! थक जाए जो हिम्मत कभी!! तो कर लेना याद पिता के बोझ तले झुके मग़र मजबूत काँधे!! माँ की बेबस मग़र नूर भरी आँखे!! जो काफ़ी हैं तुझे फिर से झिंझोड़ने के लिए!! ©Deepak Bisht #नूर-ए-हिम्मत
Vivek
ये जो नज़र है गहरी सी काजल इसका कहता है समुंदर के दिल में भी कोई नूर- ए - समुंदर रहता है...!!! ©Vivek # नूर- ए - समुंदर