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Varsha Basuki nandan Tiwari
"कुछ तो चाहत रही होगी इन बारिश़ की बूंदों की...... वर्ना कौन गिरता है ज़मीन पर आसमान तक उठने के बाद........ " ©Varsha Basuki nandan Tiwari कुछ तो चाहत रही होगी इन बूंदों की....... #rainfall #Nojoto #VT
दीपा साहू "प्रकृति"
तुम्हारे प्रेम को अश्कों में भिगोना नहीं चाहती तुम्हें पा लेने की लालसा में, तुम्हें खोना नहीं चाहती। तुम तो प्रीत हो हृदय में समाहित। लाल रक्त कणिकाओं संग तुम भी हृदय से मस्तिष्क तक विचरते रहते हो! कभी होंठो पे मुस्कुराहट बनकर, ओस की बूंदों सा कभी ढलकर! कभी बहती नदियों सा कल-कल, हृदय की दीवारों पर चित्र उभरकर इन चित्रों को धोना नहीं चाहती तुम्हें पा लेने की लालसा में, तुम्हें खोना नहीं चाहती। मिलो-न-मिलो प्रीत तुमसे रहेगी, जीवन अंतिम क्षणों तक, तुम्हें रोना नहीं चाहती! तुम्हारे प्रेम को अश्कों में भिगोना नहीं चाहती तुम्हें पा लेने की लालसा में, तुम्हें खोना नहीं चाहती। ©दीपा साहू "प्रकृति" #Hope #Prakriti_ #deepliner #tum #love #intejar #Yaad #Nozoto तुम्हारे प्रेम को अश्कों में भिगोना नहीं चाहती तुम्हें पा लेने की लालसा में
Er Akhter Zawed
छत का सीना छलनी है ओले की बारिश से पानी के इन बूंदों से घबराएं क्यों ©Er Akhter Zawed छत का सीना छलनी है ओले की बारिश से पानी के इन बूंदों से घबराएं क्यों ? چھت کا سینہ چھلنی ہے اولے کی بارش سے پانی کی ان بوندوں سے گھبرائ
Rohan Roy
बूंदों को तालाब बनते देखा है। तालाबों को दरिया बनते देखा है। दरिया को समंदर बनते देखा है। समुद्र में लहरे उठते देखा है। तुम बूंदों की औकात पूछते हो। ये बूंदे ही तो लहरों का जरिया है। मैंने इन लहरों में, जर्रे-जर्रे को मिलते देखा है। ©Rohan Roy बूंदों को तालाब बनते देखा है। तालाबों को दरिया बनते देखा है | #RohanRoy | #dailymotivation | #inspirdaily | #motivation_for_life | #rohanro
AARPANN JAIIN
चाय की बूंदों में छुपा है सुकून, चमचमाती चाय की कहानी है सुनूं। सुबह की पहली किरण के साथ, उठकर बनी चाय की चमकीली बात। चाय की प्याली में छुपी है कहानियाँ अनगिनत, प्यार भरी बातें, दिल की बातें सारी। दोस्तों के साथ बैठकर चाय की मिठास, खुलते हैं राज, बंद होती है उदासी। चाय की बूंदों में बसी चाहत, एक-दूसरे से बातें करना, यही तो है सच्ची राहत। सर्दी में गरम चाय की मिठास, ठंडक में गर्मी, चाय की चमक है खास। चाय की प्याली, दिल की कहानी, बस यही है मेरी चाय की कविता की ज्यादादास्तानी। ©Arpan Jain #teatime #Best #TeaTimeThoughts #Life #Life_experience #Happy #feelings #shyari चाय की बूंदों में छुपा है सुकून, चमचमाती चाय की कहानी है सु
AARPANN JAIIN
कोहरा आँधी में, छुपा हुआ है राज़, दूर तक बसी है, अदृश्य सफर की राहें। आसमान से मिलती, धुंध की बोंध, हर रास्ते में बसी, एक "अर्पण" सा अंधकार। कोहरा आँधीयों में बूंदों का संगम, दृश्य को ढक कर, बनता है मायाजाल का आलम। आसमान की गहराईयों में बसी नीला राज, कोहरे में लिपटी हैं, ख्वाबों की रातें बेहद खास। कोहरे में छुपी है दुनिया, सर्दी की ये मिठास, दूर से आती है, आवाज़ें बूंदों की बरसात। दृश्यों का है अद्वितीय रंगीन ताजगी, जैसे किसी स्वप्न की अनगिनत साजगी। कोहरा छाई है चुपके से रातों में, दूर तक दिखाई नहीं देती ये अंधेरा कितना है। ठंडी हवा में बूंदें लिपटी हैं चादर बनकर, मिट्टी की खोई खुशबू, है कोहरे की मिसाल। ©Arpan Jain #fog #Winter #WinterFog #Love #Life #Life_experience #Beautiful कोहरा आँधी में, छुपा हुआ है राज़, दूर तक बसी है, अदृश्य सफर की राहें। आसमान
BROKENBOY
क़तरा क़तरा कर के,बिखर रहा है दरिया बूंदों से, व्यापार कर रहा है ए रही यहां से, ज़रा रुक कर चल मेरे सामने से,ज़माना गुज़र रहा है ©BROKENBOY #kinaara क़तरा क़तरा कर के,बिखर रहा है दरिया बूंदों से, व्यापार कर रहा है ए रही यहां से, ज़रा रुक कर चल मेरे सामने से,ज़माना गुज़र रहा है
BROKENBOY
क़तरा क़तरा कर के,बिखर रहा है दरिया बूंदों से, व्यापार कर रहा है ए राही यहां से, ज़रा रुक कर चल मेरे सामने से,ज़माना गुज़र रहा है. ©BROKENBOY #kinaara क़तरा क़तरा कर के,बिखर रहा है दरिया बूंदों से, व्यापार कर रहा है ए राही यहां से, ज़रा रुक कर चल मेरे सामने से,ज़माना गुज़र रहा ह
Nisheeth pandey
शीर्षक-भीगता शाम ******************* सुना है फिर मुश्लाधार बारिश हो रहीं है तुम्हारे शहर में ... फिर भींगना मत , तन मन को छूता बारिश में .... मुझे आज भी याद है वो पुराना भींगता शाम ... वो तुम्हारा भींगता बदन लहराता उन्मुक्त मगन मन .... मुझे आज भी याद है वो तुम्हारा बूंदों के साथ खेलना ... वो बारिस के पानी की धार को चीरता तुम्हारे लहराते बाल .... मानो वो पानी नहीं शहद में लथपथ तुम्हारा बदन ... शायद उस वक्त भूल गयी थी दुनिया के हर पहलूँ को ..... और तुम मगन थी बारिश की बूंदों में ... मुझे आज भी याद है वो तुम्हारा शर्माना और वो कातिलाना मुंस्कुराना ... वो आहिस्ता से मेरी हथेली को पकड़ कर मुझे भिगोना ... सच मे कत्ल ही किया था उसवक्त मेरे सारे गमों का , कोई याद न था तुम्हारे सिवा .... मानो मेरा वक्त ठहर सा गया था तुम्हारी निगाहों में , डूब गया था तुम्हारी मादक चंचलता में ... मुझे आज भी याद है मेरा वो भीगता शाम और बस तुम .... .... सुना है फिर मुश्लाधार बारिश हो रहीं है तुम्हारे शहर में ... फिर भींगना मत , तन मन को छूता बारिश में .... @निशीथ ©Nisheeth pandey भीगता शाम ********** सुना है फिर मुश्लाधार बारिश हो रहीं है तुम्हारे शहर में ... फिर भींगना मत , तन मन को छूता बारिश में .... मुझे आज भी
haryana आले
काश!! "इन बारिश की बूंदों की तरह वो याद भी मीट जाए " "जो उन हसीन पलों की याद दिलाती हैं,, ©haryana staff #Feel बारिश की बूंदों का एहसास 😌