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Ashraf Fani【असर】
पंछी अगर कभी मैं फिर जन्मु तो पंछी बनना चाहूँगा फूलों पर मंडराउँगा दूर गगन तक जाऊँगा पंखों की ताकत समझूँगा आंधी से टकराउँगा पेड़ो की टहनी पर बैठ गीत खुशी के गाऊँगा दरिया के लहरों को छूकर बूंदों को पी जाऊँगा इस देश से उस देश का सफर मैं करके आऊँगा अगर कभी मैं फिर जन्मु तो पंछी बनना चाहूँगा ©Ashraf Fani【असर】 अगर कभी मैं फिर जन्मु तो पंछी बनना चाहूँगा फूलों पर मंडराउँगा दूर गगन तक जाऊँगा पंखों की ताकत समझूँगा आंधी से टकराउँगा पेड़ो की टहनी पर बैठ ग
Sethi Ji
💐💐💐💐💐💐💐💐💐 💐💐💐 उच्चाईयाँ 💐💐💐 💐💐💐💐💐💐💐💐💐 मुकम्मल कोशिश एक दिन आदत बन जाती है दिल से निकली हुई बात इबादत बन जाती हैं ज़रा संभल कर रखना अपने कदमों को दुनिया में आज कल सच लोगों के लिए शाद्दत बन जाती हैं 🇮🇳 🇮🇳 🇮🇳 🇮🇳 🇮🇳 🇮🇳 🇮🇳 🇮🇳 🇮🇳 🇮🇳 🇮🇳 🇮🇳 🇮🇳 🇮🇳 ©Sethi Ji उच्चाई पर पहुंच कर सब कुछ साफ नज़र आता है आधा सूरज और आधा चाँद नज़र आता हैं ज़रा आसमान को चीर कर देखना अपनी नज़रों
Divya Joshi
Rajendra Prasad Pandey Kavi
S.P.Singh
गीत कितने अरसों में बादल बरसे हैं, यहां तो पक्षी पक्षी बारिश को तरसे है, बदले से मौसम में बदली सी छाया, ये बदरा ठंडक लेकर आया, एक एक बूंद की प्यासी धरती मांग रही हैं पानी, रे बरसो रे बदरा, दे दो उसे जिंदगानी, खगो ने विक्षल शोर मचाया, बदरा बारिश लेकर आया, कोयल ने भी गाया हैं, और गुनगुनाया है, ये बदरा तो एहसास लेकर आया है। ©S.P.Singh उमस भरी गर्मी में,इन बूंदों का एहसास 🌧️🌧️
Nisheeth pandey
शीर्षक - एक बूंद 〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️ बरसती बूंदों में भीगे थे तेरे मेरे वो सुहानी रातें ..... लौटकर न तुम आये न आई फिर वो बरसात की रातें ..... बारिश के बूँदों की टिप टिप में ..... आपकी छुवन की याद आती है उन मुलाक़ातो की .... ठंडी ठंडी सी सर्द बरसात की रातें .... करीब आओ फिर से , कुछ करें खुशनुमा बातें ..... महफ़िलें अपनी भी सज़ जाएगी ..... गर आप करीब आ कर मुंस्कुरा जाएंगे ..... बारिश रुक चुकी है.. बूंदे सो चुके हैं ज़मीं की गोद में.... एक बूंद अभी भी जाने किसकी टकटकी लगाए बैठा है तन्हा, आंगन में तनी तार पर.... बरसती बूंदों में भीगे थे तेरे मेरे वो सुहानी रातें ..... लौटकर न तुम आये न आई फिर वो बरसात की रातें ..... 🤔निशीथ🤔 ©Nisheeth pandey शीर्षक-एक बूंद --- --- बरसती बूंदों में भीगे थे तेरे मेरे वो सुहानी रातें ..... लौटकर न तुम आये न आई फिर वो बरसात की रातें ..... बारिश के बू
Tanha Shayar hu Yash