Find the Latest Status about कोने गेम्स पार्क maharashtra from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, कोने गेम्स पार्क maharashtra.
Dhaneshdwivediwriter
रिश्तों के बाजार में मेरे तलबगार बहुत हैं भावनाओं की बोली लगाये, ऐसे साहूकार बहुत हैं। यूँ तो रिश्तों से हरा-भरा मुस्कुराता जीवन है मेरा, फिर भी दिल के एक कोने में अन्धकार बहुत है। ...... ©Dhaneshdwivediwriter रिश्तों के बाजार में मेरे तलबगार बहुत हैं भावनाओं की बोली लगाये, ऐसे साहूकार बहुत हैं। यूँ तो रिश्तों से हरा-भरा मुस्कुराता जीवन है मेरा, फि
रिश्तों के बाजार में मेरे तलबगार बहुत हैं भावनाओं की बोली लगाये, ऐसे साहूकार बहुत हैं। यूँ तो रिश्तों से हरा-भरा मुस्कुराता जीवन है मेरा, फि
read moreकाव्यांकुर तो_मयुर सं. लवटे
✨ अमरावती – माझं शहर, माझी ओळख ✨ अमरावतीच्या मातीला गंध आहे शौर्याचा खास, गल्ल्यागल्ल्यांत वाहतो इथं स्वाभिमानाचा श्वास, तुकडोजींचा संदेश घेऊन इथली धरती चालते, गाडगे महाराजांच्या संस्कारांत अमरावती शहर सारं बोलते… देवांनाही भावणारं स्वर्गापेक्षा सुंदर शहर अमरावती आहे, अंबा मातेचा मिळालेला माझ्या अमरावतीला वसा आहे, मेळघाटच्या वाघांनाही भावणारी माझी अमरावती आहे, विदर्भाचा अभिन्न अंग, अशी ही माझी अमरावती आहे... बडनेराच्या स्टेशनवर गाड्या चोवीस तास धावतात, माझ्या अमरावतीच्या आठवणी मनात कायम घुमतात, चिखलदऱ्याच्या डोंगरांत निसर्गाचं गोड गीत गातो, सतपुड्याच्या पायथ्याशी महादेवाचं शिवरात्रीला दर्शन घेतो… सेलूच्या वारीत टाळ, मृदूंगाचा नाद लहरतो, संतांच्या किर्तनात भक्तीचा गुलमोहर बहरतो, रात्रीचा स्ट्रीट व्ह्यू, बाईकवरचा गार वारा, मनातलं अमरावतीवरचं प्रेम जणू काळजाचा तारा… पलाश लाईनच्या गल्ल्यांमध्ये जगण्याची नशा दाटते, स्पर्धा परीक्षेच्या वळणावर मैत्रीचं सोनं दिवसागणिक वाढते, या शहराच्या रस्त्यांवर धुळीला देखील जान आहे, कारण इथला प्रत्येक दगड इतिहासाचा मान आहे… अमरावती फक्त नाव नाही, हा आत्म्याचा गाव आहे, प्रेम, जोश आणि सन्मानाचा इथं निखळ भाव आहे, ही माती आमची, हे सळसळतं रक्त तिच्या रंगात आहे, अमरावतीचा जयजयकार हृदयाच्या प्रत्येक ठोक्यांत आहे... ©मयुर लवटे #citylife #amravatikar #Life #Love #Poetry #maharashtra #marathi
#citylife #amravatikar Life Love #Poetry #maharashtra #marathi
read moreकाव्यांकुर तो_मयुर सं. लवटे
*⚔️ शिवरायांचा छावा... संभाजीराजे शिवाजीराजे भोसले ⚔️* सिंहगर्जना त्याच्या रक्तात आहे भिनलेली, स्वराज्याच्या मातीशी नाळ त्याची जुळलेली... जिथं अन्यायाचं सावट त्याला दिसेल, तिथं शिवरायांचा छावा संभाजी उभा असेल... मावळ्यांच्या रक्ताचा त्याने वसा तो घेतलेला, रणांगणात एकही लढाई न कधी तो हरलेला... दगड-गड्यांतून फुटलेला असा तो ज्वालामुखी, त्याच्याच तलवारीने होईल स्वराज्याचं स्वप्न सुखी... वाऱ्याशी स्पर्धा करणारा घोडा त्याचा, बघताच त्या वाघाला फुटे कुणा न वाचा... मौतही ज्याच्या एका नजरेला थरथर भीते, असा छावा रणांगणात स्वराज्यासाठी हुंकारते... शिवरायांचा वारसा उराशी त्याने कवटाळून, मातृभूमीचं रक्षण हाच त्याचा खरा धर्म मानून... तलवारीच्या एका वारात लागत असे दुश्मनांचा निकाल, त्या छाव्याच्या नजरेत दिसे माझ्या स्वराज्याची ढाल... त्याला फक्त राज्य नको, तर न्याय त्यास हवा, गोरगरिबांचा मरणपणाचा आधार त्यास हवा... ⚔️ छत्रपतींच्या रक्ताचा तो दिवा आहे, स्वराज्याच्या स्वप्नातला खरा छावा आहे! ⚔️ ©मयुर लवटे #ShivajiMaharajJayanti #shivajimaharaj #sambhaji #maharaj #maharashtra #marathi #kavita #Poetry #Life
#ShivajiMaharajJayanti #shivajimaharaj #sambhaji #maharaj #maharashtra #marathi #kavita #Poetry Life
read moreDhaneshdwivediwriter
कान्हा-कान्हा रटते-रटते तुमसे मैं हृदय लगा बैठी दिल के अंधियारे कोने में तेरे नाम का दीप जला बैठी जीवन का तू हिस्सा बन जा मैं तुझमें ही समा जाऊं अब तो हाथ पकड ले मेरा, तू ही बता मैं कहाॅं जाऊं।। .... ©Dhaneshdwivediwriter कान्हा-कान्हा रटते-रटते तुमसे मैं हृदय लगा बैठी दिल के अंधियारे कोने में तेरे नाम का दीप जला बैठी जीवन का तू हिस्सा बन जा मैं तुझमें ही
कान्हा-कान्हा रटते-रटते तुमसे मैं हृदय लगा बैठी दिल के अंधियारे कोने में तेरे नाम का दीप जला बैठी जीवन का तू हिस्सा बन जा मैं तुझमें ही
read moreDiya
White हम क्या ही तरसेंगे प्यार को तुम्हारे , हिम्मत है सच्चा प्यार करने की, तो आओ मुझे सीने से लगा लो, धड़का दे दिल को तुम्हारे। नहीं तो जाकर बैठ जाओ एक कोने में ,तड़पते रहो प्यार को हमारे, हम कोई ऐसे वैसे छेल छबीले नहीं है जो प्यार में पड़ जाए तुम्हारे। ©Diya #Sad_Status हम क्या ही तरसेंगे प्यार को तुम्हारे , #हिम्मत है #सच्चा प्यार करने की, तो आओ मुझे सीने से लगा लो, धड़का दे दिल को तुम्हारे। न
#Sad_Status हम क्या ही तरसेंगे प्यार को तुम्हारे , #हिम्मत है #सच्चा प्यार करने की, तो आओ मुझे सीने से लगा लो, धड़का दे दिल को तुम्हारे। न
read moreTARUN KUMAR VIMAL
White #Windsor_Grand 1-C, Sector-126 Noidaविंडसर ग्रैंड नोएडा के सेक्टर 126 में स्थित है। इमारत में जी+25 मंजिलें हैं,जिसमें 500 कारों की इन-हाउस कार पार्क और 135 मीटर ऊंची प्रतिष्ठित मेगा संरचना है ©TARUN KUMAR VIMAL #Thinking #Windsor_Grand 1-C, Sector-126 Noidaविंडसर ग्रैंड नोएडा के सेक्टर 126 में स्थित है। इमारत में जी+25 मंजिलें हैं,जिसमें 500 कारों क
#Thinking #Windsor_Grand 1-C, Sector-126 Noidaविंडसर ग्रैंड नोएडा के सेक्टर 126 में स्थित है। इमारत में जी+25 मंजिलें हैं,जिसमें 500 कारों क
read moreN S Yadav GoldMine
Unsplash {Bolo Ji Radhey Radhey} माँ-बाप और माता-पिता जब गरीब व अनपढ़ थे, तो बच्चे डॉक्टर, इंजीनियर, भक्त, साहित्य कार, कुल की इज्ज़त बचाना कमाना और बचाकर आगे और आगे की ओर ले जाते थे, माँ- बाप ग्रैजुएट हुए तो बच्चे और महान बने टिक-टाक, गंदे व नंगे भांड व डांसर बने, बड़े-बड़े अपराध कर रहे, ऐ भारत, सुनो घर के बड़े व बुजुर्गों घर के एक कोने में पड़े रहने या रोने के लिए जिंदा तो रहना ही है। जय श्री राधेकृष्ण जी!! ©N S Yadav GoldMine #leafbook {Bolo Ji Radhey Radhey} माँ-बाप और माता-पिता जब गरीब व अनपढ़ थे, तो बच्चे डॉक्टर, इंजीनियर, भक्त, साहित्य कार, कुल की इज्ज़त बचाना
#leafbook {Bolo Ji Radhey Radhey} माँ-बाप और माता-पिता जब गरीब व अनपढ़ थे, तो बच्चे डॉक्टर, इंजीनियर, भक्त, साहित्य कार, कुल की इज्ज़त बचाना
read moretheABHAYSINGH_BIPIN
White मैं बैठे-बैठे सोच रहा था, उनकी तस्वीरें ताक रहा था। मन के कोने में हलचल थी, लबों पर नाम सजा रहा था। बीती यादों का सैलाब उमड़ा, गुज़रा वक्त भी सता रहा था। जिक्र उनका अब जरूरी नहीं, खयालों में डूबता जा रहा था। ©theABHAYSINGH_BIPIN #Sad_Status मैं बैठे-बैठे सोच रहा था, उनकी तस्वीरें ताक रहा था। मन के कोने में हलचल थी, लबों पर नाम सजा रहा था। बीती यादों का सैलाब उमड़ा,
#Sad_Status मैं बैठे-बैठे सोच रहा था, उनकी तस्वीरें ताक रहा था। मन के कोने में हलचल थी, लबों पर नाम सजा रहा था। बीती यादों का सैलाब उमड़ा,
read moreनवनीत ठाकुर
जिधर जाते हैं सब परिंदे, उधर जाना अच्छा होता, अगर ये सरहदों का फासला मिटाना अच्छा होता। फिज़ाओं में बहती है एक सी खुशबू हर तरफ, हर दिल में मोहब्बत का घर बसाना अच्छा होता। न होता ये बंटवारा जमीं और आसमां का, हर कोने में बस इंसां बसाना अच्छा होता। परिंदों की तरह बेखौफ उड़ते रहते हम भी, हर ख्वाब को अपना बनाना अच्छा होता। अगर न होते ये फर्क मज़हब और वतन के, हर साया बस अमन का ठिकाना अच्छा होता। तू भी मेरा, मैं भी तेरा, ये रिश्ता हो बस, हर जश्न में शामिल ज़माना अच्छा होता। ©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर जिधर जाते हैं सब परिंदे, उधर जाना अच्छा होता, अगर ये सरहदों का फासला मिटाना अच्छा होता। फिज़ाओं में बहती है एक सी खुशबू हर तरफ
#नवनीतठाकुर जिधर जाते हैं सब परिंदे, उधर जाना अच्छा होता, अगर ये सरहदों का फासला मिटाना अच्छा होता। फिज़ाओं में बहती है एक सी खुशबू हर तरफ
read moreनवनीत ठाकुर
दिल के गहरे कोने में जो दर्द छुपाए थे, वो कोई था, जो हर राज़ जानने वाला था। राहों में तन्हाई के साये थे, फिर भी उम्मीदें ज़िंदा थीं, हमें यकीन था, कोई तो हमारा था। ग़मों की धुंध में कभी उसने हंसी दी थी, अब वही शख़्स, हमें छोड़कर जा रहा था। ©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर दिल के गहरे कोने में जो दर्द छुपाए थे, वो कोई था, जो हर राज़ जानने वाला था। राहों में तन्हाई के साये थे, फिर भी उम्मीदें ज़िंद
#नवनीतठाकुर दिल के गहरे कोने में जो दर्द छुपाए थे, वो कोई था, जो हर राज़ जानने वाला था। राहों में तन्हाई के साये थे, फिर भी उम्मीदें ज़िंद
read more