Find the Latest Status about नोट निकाला from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, नोट निकाला.
Shivkumar
White हम बहुत आम जगहों से आए थे बहुत आम जगहों पर रहे बहुत आम जगहों पर पढ़े और बेहद आम जगहों पर खाया जब अमीर लोग बड़े नोट निकाला करते थे हमारी जेब में कुछ सिक्के खनकते थे हम सब एक जैसे नहीं थे फिर भी हम शामिल थे रेस में एक ऐसे घोड़े की तरह जिसकी टाँगों पर पूरे खानदान की उम्मीदों का बोझ टिका था और वह बोझ इतना था कि थोड़ा और बढ़ते ही हम चटक सकते थे टूट सकते थे, बिखर सकते थे। हमारे पास खोने को नींदें थीं और बेचने को सपने इसके अलावा कुछ और नहीं जिसे दाव पर लगा सकते। हमने पढ़ीं रात भर किताबें और लड़े सपनों के लिए कितना कुछ और था जो हम कर सकते थे पर मारे गए दूसरों की उम्मीदों पर ख़रा उतरते हुए । ©Shivkumar #mango_tree #mango #Nojoto #nojotohindi हम बहुत #आम जगहों से आए थे बहुत आम जगहों पर रहे बहुत आम जगहों पर पढ़े और बेहद आम जगहों पर खा
Madan Mohan
चाचा चमन लाल सन 1968 में एक सरकारी विभाग में क्लर्क के पद पर भर्ती हुए थे। चाचा जब हमारे साथ एक विभाग में आये तो बड़े हंसमुख और उदार व मज़ाकिया नज़र आए। रामनारायण को चाचा रामू कहते थे ,अरे बेटा रामू चाचा का ख्याल रखले भाई आज तेरी चाची ने फिर चाय नही पिलाई ,चाचा को चाय पिला दे,आशीर्वाद मिलेगा।रामनारायण दफ्तरी को कहता अरे भाई शाहू जी चाचा के लिए चाय ले आओ,तुम हम भी पी लेंगे। शाहू रामनारायण के नज़दीक आकर कहता है साहिब फिर चमन लाल जी आपको चूना लगा रहे हैं।रामनारायण कहता कोई बात नहीं यार बाप के समान हैं जा चाय ले आ ये ले पैसे। चाचा चमनलाल रोज़ एक बाबू पकड़ते औऱ चाय की चुस्कियां भरते,इसके बदले या इस प्रेम में वे मुश्किल से मुश्किल फ़ाइल की नॉटिंग ड्राफ्टिंग व लैटर तैयार करवा कर अफसर तक पहुँचाते । एक दिन सब पूछने लगे कुछ अपने बारे में विशेष बताओ तो चमन लाल जी कहते मुझमेँ कुछ विशेष नहीँ पर हाँ मैं हारमोनियम का टीचर रहा हूँ, आज कोई हारमोनियम नहीँ सीखता ये कला भी भारत से लुप्त होने लगी है ये बड़ा अफशोष की बात है। आप बहुत अच्छी नॉटिंग करते है,ये कैसे सीखी बताइये रामु ने पूछा । अरे रामू नौकरी जाते जाते बची थी इस नॉटिंग के चक्कर मे,वो बड़ा अदभुत वाकया है उसे सुनो,और चमनलाल जी सुनाने लगे ।जिस दिन मैंने ड्यूटी ज्वाइन की ,बड़े बाबू ने कहा फाइलें देख लो पुरानी ,उसी तरह का काम करना होगा। मैने पूरे दिन फ़ाइलें देखी ,कुछ समझ नहीं आया,पूछा भी नहीं। अगले दिन दफ्तर पहुंचा थोड़ी देर बाद बड़े बाबू ने बुलाया और कहा ये लो फ़ाइल कवर और दफ्तरी से टैग ले लो ,एक नोट पूट अप करना है। चमनलाल जी बताने लगे कि वो डरे डरे सहमे से सोच रहे थे कि नोट कैसे पुट अप करें ।लंच टाइम हो गया,खाना भो ढंग से नहीं खाया,डर से भयभीत सीट पर आए बैठे ,फिर वही सोच बड़ी दुविधा थी क्या करे क्या न करें।तीन भी बज गए,अचानक बड़े बाबू ने कहा चमनलाल क्या हुआ नोट पुट अप नही किया जल्दी करो। चमनलाल जी बताते हैं कि डर के मारे आनन फानन में उठकर शौचालय गए,धारीदार कच्छे के नाडे से पुराना सा मुड़ा हुआ दो का नोट निकाला और सीट पर आ कर फ़ाइल कवर में टैग लगाकर फ़ाइल में दो का नोट रख दिया।बंद फ़ाइल दफ्तरी को दी कहा बड़े बाबू के पास रख दो।दफ्तरी ने फ़ाइल रखी बड़े बाबू ने कहा साहिब के पास रख दो कमी हुई तो देखूँगा। अब फ़ाइल साहब के पास थीं आगे सोच लो समझ लो क्या हुआ होगा ,दो दिन बड़े बाबू और अधिकारी डाँटते रहे और सारे विभाग में हंसी हुई।आज तक उस बात के लिए सब हंसते हैं। आज तुम भी मेरी मूर्खता पर हँसलो सभी हंसते रहे और कभी भी वो वाकिया याद आता है तो हंसी दिलाता है। मदन मोहन ©Madan Mohan चाचा चमन लाल सन 1968 में एक सरकारी विभाग में क्लर्क के पद पर भर्ती हुए थे। चाचा जब हमारे साथ एक विभाग में आये तो बड़े हंसमुख और उदार व मज़ाकिय
kt
Be bad in the eyes of those who do not value you, because those people think of you as a slut and use them for their own sake. Being good is not a wrong thing unless someone can take advantage of your goodness 👑👑👑👑 Ek_kalamkaar_k.t ©kt नोट गुड नोट बैड #LostInNature
Brandavan Bairagi "krishna"
बड़ी मोहब्बत से रख्खा था दो हजार का नोट,खबर आई की कुछ ही दिनों में कागज का टुकड़ा होने वाला है। बृन्दावन बैरागी"कृष्णा" ©Brandavan Bairagi "krishna" नोट
Shayar Jeet Dhote
नशा है जनाब अमीरजादों को नोटो की खुशबू का जब चाहे तब गरीबो की बस्तिया उजड़ा कर बड़े बड़े होटल बना लेते है Shayar Jeet Dhote #नोट
Anuj thakur "बेख़बर"
मैं एक शौक था जो कुछ दिन के लिए पाला गया! गिराने के लिए मुझे कई बार संभाला गया!! रहने के लिए उसके दिल में जगह तो बहुत थी मगर! मैं गैर था बस इसलिए बेवजह निकाला गया!! अनुज बेखबर निकाला गया
Pardeep 4 You
Fact#2 जब कभी भी हमारा सूरज ब्लास्ट होगा तो हमे उसका पता चलेगा 8 मिनट के बाद पता था क्या।।। ©Pardeep 4 You नोट इस नोट फैक्ट#2 #seashore
Singh Manpreet
जब तक नहीं थे मेरे पास ये गुलाबी गुलाबी नोट उहें खामिया ही खामिया नजर आती थी यार में. जब से भनक लगी उहें इनके आने की वो पागल हो गये है मेरे पयार में. ©Singh Manpreet गुलाबी नोट
जयश्री_RAM
सुनिए मुझे दस रु के चेन्ज दे दीजिये कोईन्स में,बहुत जरुरी चाहिए।मधुर आवाज की ओर देखा तो सुन्दर सी युवती well dressed पहने नजर आयी।उसके हाथ में दस का नया करारा नोट था।मैंने भी उसकी मांग पूरी कर दी और अपनी दुकान के दूसरे कामों में लग गया।चूंकि नोट नया था तो मैंने अलग रख दिया जिससे नयी गडडी बना सकूं। कुछ दिन बाद वो युवती अपनी दोस्त के साथ आयी और दोनों ने तीन चार सौ तक का सामान लिया परन्तु उनकी पेमेन्ट में दस दस के अनेक नोट थे जिसमें से एक नया भी था।आदतन मैंने संभाल कर रख दिया।उसका आना और नया नोट भी होना कोई विशेष बात नहीं थी।धीरे धीरे पहचान सी हो चुकी थी।मैंने महसूस किया कि वो युवती अपने काम से काम रखकर फालतु बातों में सिर्फ हूं या जी में जबाव दे देती थी। उसका ये विशेष अंदाज ही और लड़कियों से उसे और खूवसूरत बना रहा था। जब आप अपने कामों में व्यस्त होते हो तो फालतु सोचने का भी वक्त नहीं मिलता है,ऐसा ही मेरे साथ भी हुआ कब कुछ महीने गुजरे पता नहीं चला। एक शाम को वो युवती अकेली आयी थी शायद किसी यात्रा से आयी थी।चूंकि ग्राहक अधिक थे तो मैं उसपर अधिक ध्यान नहीं दे पाया।उसने खुद से ही पानी निकाल कर पिया और एक साईड को शान्त होकर बैठ गयी। जब कुछ लोग जा चुके तो वो उठी और अपनी जरूरत का सामान लिया और लगभग 120 रु दिये...जिसमें दो दस के नोट थे दोनों नये थे परन्तु बहुत बुरी तरह फोल्ड थे,औपचारिकता के बाद में अपने कामों में रम गया। घर जाते समय सभी रुपयों को arrenge करते समय वो ही दस के दो नोट जो बुरी तरह फोल्ड थे, जब उनको खोलकर सीधा किया तो उन पर कुछ लिखा था। पहले पर आपने अब तक जबाब नहीं दिया और दूसरे पर आप हर बात से लापरवाह हैं। मेरी धडकन बढ चुकी थी.. फिर मुझे उसके दिये और भी नोटों का ध्यान आया... मैंने सभी को सामने बिछा कर देखना शुरू किया। सभी नोट पर कुछ न कुछ लिखा था... पहले पर hii दूसरे पर hello तीसरे पर suman चौथे पर budhhu पाँचवे पर i छठे पर like सातवें पर you आठवें पर arrey नवें पर ufff दसवें पर i love you ग्यारहवें पर miss you बारहवें पर reply me बाकी के ऊपर वाले नोट..... अब मैं उसके लिये उत्सुक हूँ उसकी राह तक रहा हूँ ....... नये नोट को पाने और उसको सही जबाव देने की धड़कन अन्तरिम खुशी दे रही है..... कुल 140 रु में अन्तहीन खुशियों का हिसाब लाजवाब। राम उनिज मौर्य बनबसा ©RAAM UNIJ MAURYA नोट #love