Find the Latest Status about दुह from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, दुह.
punita singh
दूर देश की राह को हमें न दिखलाओ इतने निष्ठुर बनकर हमें पराया न बतलाओ हम भी तुम्हारे अपने है हम भी तुम्हारे सपने है हमें मत रौंदो पराये के व्यवहार से दिखते हम हरे भरे हम खोखली हमारी टहनियाँ है एक ही डाल के कुसूस फूले हम भले ही हम दुहिता हो पा दोष क्या इसमें हमारा क्यों कहते हो हमको पराया हम भी तुम्हारे अपने है हम भी तुम्हारे सपने है शीतल द्दाव के दुलार में हमेंभी अंकू बनने दो पुत्रों के समकक्ष हम दुदिता को आने दो हम भी तुम्हारे........... जन्मे जिस घर में बैठे निश्चल जिस गोद मं उसे पराया कहते हो फिर कहाँ मेरा बसेरा है कौन अज्ञात घर मेरा है हम भी तुम्हारे अपने है हम भी तुम्हारे सपने है ५म ..... हम व् दुहिता
दुहिता
read moreSaurabh Banwaskar
दूहिता मनोहरी दुहितेचे अंबक नसता विषण्ण होते चित्त असता होतो मार्ग सुलभ हसता होतो तोष अधिक हास्य फुलवी यत्न विरहित प्रसन्न तिज मुळे होते सदन निर्विकार आहे तिचे अानन निःसंकोच करी तन - मन अर्पण अशीच काया राहो निरंतर मुख प्रसन्न असो अती सुंदर नित्य मिलन अंबुला सहित नित्य वास असो हर्षद #firstquote दुहिता
#firstquote दुहिता
read moredilip khan anpadh
दुहराऊं फिर ********* जो तुम रूठी यूँ बैठी हो क्या तुझे मनाने आऊं फिर? बेबात ही मुझसे टूटी हो क्या सरगम वही सजाऊँ फिर? वो वक़्त जो सपने साथ जिए क्या वो वादे दुहराऊं फिर? या फूल वही मैं फिर भेजूं क्या हंसी तेरी मुरझाई फिर? चल-चल के जो मैं रुक जाता क्या गीत वही सुनाऊँ फिर खत अब भी वो ताजा लगता कहो तो,पढ़ के मैं सुनाऊँ फिर चलो बात हुई है पुरानी अब क्या क्या तुमको बतलाऊँ फिर एक बार कहो वो इश्क़ ही था मैं ताजमहल बनवाऊं फिर। दिलीप कुमार खाँ"अनपढ़" #Dreams दुहराऊं फिर
Shashi Bhushan Mishra
जीवन में जब हो जाता है ठेलम-ठेला, अंत समय में हो जाता इंसान अकेला, रहा भीड़ में सोहरत की पाई बुलंदियाँ, नश्वर है संसार चार दिन का यह मेला, ताक़त और जवानी रहती नहीं हमेशा, जर्जर हुआ शरीर मृत्यु की आई बेला, जिस माया के पीछे भाग रहा हर कोई, छोड़ गया घर-बार चला बनके सौतेला, किया बैर जिसकी ख़ातिर सारी दुनिया से, निकला खाली हाथ साथ ले गया न घेला, जान लिया जिसने ख़ुद को वो गया चैन से, किया जगत से मोह ज़िन्दगी बनी दुहेला, बह जाएगा झूठा अहंकार भी 'गुंजन', आफ़त की बारिश लेकर आएगी रेला, ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' चेन्नई तमिलनाडु ©Shashi Bhushan Mishra #ज़िन्दगी बनी दुहेला#
puja yadav
तु मेरे मोहब्बत कि इतनी इन्तेहा न ले, हम तो खुद को तुझमे ही मिटा सकते है।। जो तु लेटा चिता पर बन सती, हम इतिहास दुहरा सकते हैं ।। ©puja yadav #इतिहास दुहरा सकते हैं ।।
Adesh K Arjun
वहाँ तक दिल मेरा देगा दुहाई, जहाँ तक मेरी सासें चलेंगी !! ©Adesh K Arjun #दुहाई
BANDHETIYA OFFICIAL
इतिहास याद न दिला, इधर देखता हूं कितने सब्ज -बाग - भुलाने को दिलासा 'आजादी' - वो इक जालियांवाला बाग! ©BANDHETIYA OFFICIAL #इतिहास स्वयं को दुहराता है। #JallianwalaBagh
#इतिहास स्वयं को दुहराता है। #JallianwalaBagh #पौराणिककथा
read moreAdarsh k Tanmay
My dream ख़्वाब बीते कल क्यों दुहराते हैं जगा कर नींद से क्यों रुलाते हैं कभी होता ऐसा की नये ख़्वाब बनते नींद में भी मुस्कुराने की वजह बनते खोई है जिन होंठो की हसीं उन होठों पर चार चांद सजाते काश सपनो की दुनिया में हम नया गीत गुनगुनाते ©Adarsh k Tanmay #Dreams ख़्वाब बीते कल क्यों दुहराते हैं
#Dreams ख़्वाब बीते कल क्यों दुहराते हैं
read more