Find the Latest Status about कैलाशी from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, कैलाशी.
Raj
Raj
Raj
Awara Maan
अनंत अखण्ड अमर अविनाशी । कष्ट हरण है शम्भू कैलाशी ।। अनंत अखण्ड अमर अविनाशी । कष्ट हरण है शम्भू कैलाशी ।।
PawanDubey_a_writer
मैं कैलाशी.. मेरा भोला अविनाशी.. जटाधारी.. नंदी जिनकी सवारी.. मैं कैलाशी.. मेरा शंकर अविनाशी.. महाकाल.. भस्म से करते श्रृंगार.. मैं उज्जैनी.. मेरा रक्षक महाकाल.. गंगाधर.. पावन गंगा जटाधारी.. मैं काशीवासी.. मेरा शंकर काशीविश्वनाथ.. मैं अघोरी.. महादेव भक्त.. संसार है विनाशी.. मेरा भोला अविनाशी.. मैं कैलाशी..मेरा भोला अविनाशी.. शुभ श्रावण सोमवार 🌹 . #monday #hindikavita #nojoto #nojotohindi #shiva #devotional #god #hindiwriter #hindip
Manku Allahabadi
नीलकंठ, हलाहल पी डमरू बजाया करते है त्रिशुलधारी, भभूत ललाट पर लगाया करते है इतने भोले है कैलाशी, भक्तों का हर कष्ट मिटाया करते है लय प्रलय के स्वामी, कभी कभी तांडव भी मचाया करते है ©Manku Allahabadi हर हर महादेव नीलकंठ, हलाहल पी डमरू बजाया करते है त्रिशुलधारी, भभूत ललाट पर लगाया करते है इतने भोले है कैलाशी, भक्तों का हर कष्ट मिटाया करत
Divyanshu Pathak
जय नीलकण्ठ जय महाकाल जय औघड़दानी शिव भोले तुमने ताण्डव जब है किया तब धरा गगन दौनों डोले 😊💕☕☕☕☕☕☕☕☕☕☕💕💕💕😊😊😊☕☕🍁💕💕🙏🙏🙏🙏 : #सुप्रभात #पंछी #पाठक #हरे कृष्ण : तू कैलाशी तू अविनाशी तू ही मस्त मलंगा है
Manku Allahabadi
बहुत भोला है वो पर विकराल भी है वो त्रिनेत्र त्रिशुलधारी महाकाल भी है सर्प श्रृंगार, चांद मुकुट, जटा में निर्मल गंगा, मृत्युंजय आदिदेव नंदी की सवारी,पिशाचों के प्रिय, देवों में देव 'हर हर महादेव' मृगछाल ओढ़े ध्यानमग्न अनंत त्रिलोकी रुद्र बैरागी मस्त मलंग बम अलखनिरंजन काल-भैरव कैलाशी ना मृत्य का भय, ना जीवन का मोह, बस अघोरी सा मन पीकर विश अडिग अमर शिव शंकर नीलकंठ नटराजन ना भूख है, ना प्यास है, बस डमरू बाजे है डम-डम बाबा का नशा है, धुआं-धुआं है और चिलम का दम सृजनकर्ता शीतल महेश सुशांत शंभू संहारकारी निराकार निरंकार जटाधारी ओमकार प्रलयकारी सत्य ही शिव है, शिव ही सुंदर, शिव की शक्ति शिव ही तांडव, शिव ही योगी, शिव ही भक्ति ©Manku Allahabadi शिव की शक्ति, शिव ही भक्ति !! (Shivratri) ............................................. बहुत भोला है वो पर विकराल भी है वो त्रिनेत्र त्रिशुल
MAHENDRA SINGH PRAKHAR
गीत :- त्रिशूलधारी त्रिकालधारी , तुम्हें पूजती दुनिया सारी । तुमसे हार-जीत का नाता , कैसै हो संभव त्रिपुरारी ।। त्रिशूलधारी त्रिकालधारी .... तुम अजर अमर हो सन्यासी , तुम ही वह पर्वत कैलाशी । दुनिया तुमको यह जान रही ,तुम ही बसते हो नित काशी ।। पर भूल गया यह मानव है, तुमसा न यहाँ है उपकारी । त्रिशूलधारी त्रिकालधारी ... मैं निर्गुण एक उपासक हूँ , क्या जानू विधि पूजन का मैं । बस नाम तुम्हारा जिव्हा पर , इतना ही अब आराधक मैं ।। अब शरण लगा लो हे स्वामी,जब तुम ही हो कण-कण धारी । त्रिशूलधारी त्रिकालधारी ..... नैन बिछाये व्याकुल बैठा , आओ संग आज महतारी । दो हाथ हमारे खाली है , सेवा में तेरे भण्डारी ।। अब देर नही तुम नाथ करो , नन्दी की अब करो सवारी । त्रिशूलधारी त्रिकालधारी..... त्रिशूलधारी त्रिकालधारी , तुम्हें पूजती दुनिया सारी । तुमसे हार-जीत का नाता , कैसे हो संभव त्रिपुरारी ।। १५/०७/२०२३ - महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR गीत :- त्रिशूलधारी त्रिकालधारी , तुम्हें पूजती दुनिया सारी । तुमसे हार-जीत का नाता , कैसै हो संभव त्रिपुरारी ।। त्रिशूलधारी त्रिकालधारी ..
Bramhan Ashish Upadhyay
हे आदि अनादि अखण्ड अनन्ता । तोहे पुकारन लगे हैं नर नारी अरु सब संता।१। कौन सो पाप कियो है प्रभू जी। जो इतना दुख सब पाय रहे हैं।२। दीनन की आय सहाय करो भगवन । कभो इत, कभो उत धाय रहे हैं।३। हे शंकर भोले नाथ सुनो। अधीर होत जाय रहे हैं।४। देर बहुत हुई जाय रही है । मोसो न रूठो तुम भगवंता।५। हे आदि अनादि अखण्ड अनन्ता। विद्रोही आन पड़ा है चरण तिहारो । चलो तुम मोरे साथ तुरंता ।६। मेरे सर पर अपने हाथ धरो । नन्दीगण को ले साथ बढ़ो ।७ हे कैलाशी सुनो तोहरे बिन। सबको घेरे जाय व्याकुलता ।8। देवन के तुम देव महाप्रभु । काम लोभ मोह अरु विकार के हंता।९। दुष्ट संघारण को शोक निवारण को । चाहे बनो वीरभद्र तुम चाहे बनो तुम हनुमन्ता।१०। हे आदि अनादि अखण्ड अनन्ता । #NojotoQuote हे आदि अनादि अखण्ड अनन्ता । तोहे पुकारन लगे हैं नर नारी अरु सब संता।१। कौन सो पाप कियो है प्रभू जी। जो इतना दुख सब पाय रहे हैं।२। दीनन की आय