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Anjali Singhal
Businessmohit
White आप बिजनेस करते हैं या बिजनेस करना चाहते हैं तो आप हमें फॉलो करें Daily NewBusiness ideas, Businessman story,Business story Business tips and Other Business Topics ©Businessmohit आप बिजनेस करते हैं या बिजनेस करना चाहते हैं तो आप हमें फॉलो करें #mountain #Business #businestips #businessideas #businessmohit #viral #busi
karishma Gujjar motivation quote
कल मैंने सभी लेखकों को प्रोत्साहन बढ़ाने के लिए एक मैल लिखा नोजोटो टीम को उसे आप नीचे Coptaion में पढ़ें और नोजोटो टीम की उस मैल पर प्रक्रिया बहुत ही सराहनीय रही पुरा लेख पढ़ें। ©karishma Gujjar motivation quote नमस्कार नोजोटो टीम में करिश्मा जो की आपके हमारे प्रिय नोजोटो ऐप पर लिखते https://nojoto.page.link/JfSNv हुये मुझे एक साल से ऊपर का समय कब
MAHENDRA SINGH PRAKHAR
दोहा :- अनपढ़ ही वे ठीक थे , पढ़े लिखे बेकार । पड़कर माया जाल में , भूल गये व्यवहार ।।१ मातु-पिता में भय यही , हुआ आज उत्पन्न । खाना सुत का अन्न तो , होना बिल्कुल सन्न ।।२ वृद्ध देख माँ बाप को , कर लो बचपन याद । ऐसे ही कल तुम चले , ऐसे होगे बाद ।।३ तीखे-तीखे बैन से , करो नहीं संवाद । छोड़े होते हाथ तो , होते तुम बरबाद ।।४ बच्चों पर अहसान क्या, आज किए माँ बाप । अपने-अपने कर्म का , करते पश्चाताप ।।५ मातु-पिता के मान में , कैसे ये संवाद । हुई कहीं तो चूक है , जो ऐसी औलाद ।।६ मातु-पिता के प्रेम का , न करना दुरुपयोग । उनके आज प्रताप से , सफल तुम्हारे जोग ।।७ हृदयघात कैसे हुआ , पूछे जाकर कौन । सुत के तीखे बैन से, मातु-पिता है मौन ।।८ खाना सुत का अन्न है , रहना होगा मौन । सब माया से हैं बँधें , पूछे हमको कौन ।।९ टोका-टाकी कम करो , आओ अब तुम होश । वृद्ध और लाचार हम , अधर रखो खामोश ।।१० अधर तुम्हारे देखकर , कब से थे हम मौन । भय से कुछ बोले नही , पूछ न लो तुम कौन ।।११ थर-थर थर-थर काँपते , अधर हमारे आज । कहना चाहूँ आपसे , दिल का अपने राज ।।१२ मातु-पिता के मान का , रखना सदा ख्याल । तुम ही उनकी आस हो , तुम ही उनके लाल ।।१३ २५/०४/२०२४ - महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR दोहा :- अनपढ़ ही वे ठीक थे , पढ़े लिखे बेकार । पड़कर माया जाल में , भूल गये व्यवहार ।।१ मातु-पिता में भय यही , हुआ आज उत्पन्न ।
Shivkumar
White कभी अपने अस्तित्व को खोज करना कभी अपनी खुशियों की खोज करना अगर मुनासिब हैं हसना, आकाश के नीचे बैठ कर तो दूर किन्ही पर्वतों पर तारो की खोज करना ©Shivkumar #mountain #Mountains #Nojoto कभी अपने अस्तित्व को #खोज करना कभी अपनी #खुशियों की खोज करना अगर मुनासिब हैं #हसना , आकाश के नीचे बैठ कर
Rameshkumar Mehra Mehra
उसको छुना गुनाह है तो मेरी.... सजा ए मौत का इंतजाम कर दो..! यारों मेरे दिल की जिद है की...!! आज उसे सीने से लगना है मुझे... ©Rameshkumar Mehra Mehra # उसको छुना गुनाह है तो मेरी,सजा एक मौत का इंतजाम कर दो,यारों मेरे दिल की जिद है की,आज उसे सीने से लगना है मुझे......
Kalpana Uriya
White मंजिल दूर है मगर मैं सफर में हु,मैने ठान ली है अपना सपना को पूरा करेंगे। भगवान ने मुझे इस दुनिया में लाने की वाजा पूरा करूंगी मैं।हर मुस्किलो का सामना करना है हमे । हार को हारना है हमें।मुझे पक्का यकीन हैं इसी राही मैं मेरी जीत होगी एक ना एक दिन और सपना पूरा होगा । कियूकी भगवान भी उसी के साथ देता हैं जो इंसान काबिल बनना चाहता हो। ©Kalpana Uriya जिंदगी के असली सुकून हैं अपने सपनो को पूरा करना।
aaj_ki_peshkash
दिल की बातों को अल्फ़ाज़ में बयां करना मुश्किल है, पर हर एक ख्वाब के पीछे एक अधूरी चाहत होती है। मोहब्बत की राह में, हर दर्द को सहना पड़ता है, फिर भी हर एक रात के बाद, सुबह का इंतज़ार होता है। ©aaj_ki_peshkash #दिल की बातों को #अल्फ़ाज़ में बयां करना #मुश्किल है, पर हर एक #ख्वाब के पीछे एक अधूरी #चाहत होती है। मोहब्बत की #राह में, हर #दर्द को सहना
Devesh Dixit
किताबें करतीं हैं बातें मुझे किसी के सिसकने की, कहीं से आवाज़ आ रही थी। जो कि लगातार मेरे कानों से, आकर अब भी टकरा रही थी। ढूँढा उसको मैंने, पर कहीं न पाया, आवाज़ ने उसकी, कहर बरसाया। ध्यान को केंद्रित भी नहीं कर पाया, इस कदर उसने मुझको भटकाया। ध्यान लगाया आवाज़ पर, तो पाया, हल्की सी दबी साँसों को सुन पाया। कहीं पर लगा था ढेर, किताबों का, जिस पर लगी धूल को मैं देख पाया। निकलने लगा मैं जब वहाँ से, बोली तभी किताब तपाक से। यूँ ही देख कर मुझे जा रहे हो, मुझे बिना सुने ही भाग रहे हो। सुन कर दुविधा में आ गया, रुका मैं इंसानियत के नाते। तब जाकर समझ में आया, कि किताबें करती हैं बातें। ......................................... देवेश दीक्षित ©Devesh Dixit #किताबें_करतीं_हैं_बातें #nojotohindi #nojotohindipoetry किताबें करतीं हैं बातें मुझे किसी के सिसकने की, कहीं से आवाज़ आ रही थी। जो कि लग