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कलम की दुनिया
Village Life कोयल की कू... गुम हो गया कौआ का कांव कांव चिल्लाना बंद हो गया उडते आजाद पक्षियों का चहचहाना बंद हो गया आवारा कुत्तों का रात में चिल्लाना बंद हो गया मेरा गाँव अब विकसीत हो गया गिली-डंडा , पिट्टो ,कंचे खो गये शोर मचाने पर पडने वाले तमाचे खो गये ठंडी की धुप में माताओं के हाथ के कंटे खो गये वो चार सखियों के चुगलियां खो गये सारे गाँव अब विकास की राहों पर निकल गये वो भरी जेठ दुपहरी में आम की चोरी वो पुष में चन्ने की होरी वो फागुआ में बैर पर पडने वाला डंडा वो चईत बईसाख में महुआ के वजह से होने वाला फंडा वो सावन के झूले जो हम सब गये भुले वो पेडों की छांव वो मस्ती से भरा गाँव वो तीज त्योहार वो रंगों से भरी होली सब फिका हो गया मेरा गाँव अब विकसीत हो गया अनपढ अब नहीं कोई विद्वान यहाँ हर कोई दो पहिया अब थक गया चार पहिये के खातिर मेरा निम अब ढह गया शारीरिक विकास अब बहुत हुआ मानसिक विकास अब शुरू हुआ बच्चों की मस्ती से भरी टोली ग्रुप में देखाती अपनी रंगोली बिमारी से दूर स्वास्थ्य से दूर तुलसी का काढा अदरक की चाय न जाने कहाँ गुम हो गया मेरा गाँव अब विकसीत हो गया ©कलम की दुनिया #गांव
PRIYANKA KUMARI
Village Life वे डरते हैं, किस चीज़ से डरते हैं वे ,तमाम धन दौलत, गोला बारूद पुलिस,फौज ,के बावजूद ? वे डरते हैं कि एक दिन निहत्थे और गरीब लोग उनसे डरना बंद कर देंगे । *गोरख पाण्डेय* ✍️ ©PRIYANKA KUMARI #villagelife #गांव
i_m_charlie...
Village Life भले ही लोग गांव से शहर में रहने आ गए हो पर फिर भी दिल तो उनका गांव में ही बसता है, गांव जैसा सुकून शायद शहरो की भीड़-भाड़ और शोर-शराबे से ज्यादा सुखदायक होता है, इसीलिए शायद गांव में बसनेवाले लोगो को शहर ज्यादा पसंद नही आता और शहर में रहने के बाद भी वो गांव को भूल नहीं पाते। ©i_m_charlie... #villagelife गांव की जिंदगी
Baba Singh
Village Life हवा से कह दो खुद को आजमा के दिखाएं, बहुत चिराग बुझाता है एक जला कर दिखाएं| ©Baba Singh #villagelife गांव की हवा
rakesh
कितने लोग गांव को छोड़ कर कमाने आए हैं शहरो में और कहा से हो 💫🤗😌 ©rakesh गांव की मिट्टी बहुत याद आती हैं #LongRoad
pramod malakar
# गांव की ओर चलो # कहां सो गए हो चलो निकलो घर से, गांव की ओर चलो।। आगे बढ़ने को हम हैं तैयार, तुम भी होकर तैयार चलो।। हर घर को साथ जोड़ कर, भारत को तुम संवार चलो। कदम से कदम मिलाकर, लेकर कमल फूल का बयार चलो।। प्रमोद मालाकार है साथ तुम्हारा, लेकर भाजपा का तुम प्रकाश चलो। नरेंद्र मोदी के तुम साथ चलो।। नाराज और बिछड़े को भी, लेकर तुम साथ चलो।। एक हाथ में कमल फूल, दुसरे में तिरंगा थाम चलो। कहां सो गए हो चलो निकलो घर से, गांव की ओर चलो।। ################## प्रमोद मालाकार के सौजन्य से....... ©pramod malakar #गांव की ओर चलो
R K
गुनगुना कर, गीत प्यार के यूं दूर ना जाया कर तेरी मौजूदगी ही, सप्त रागनी सी है ©R K # सप्त रागनी