Find the Latest Status about विष्टि भद्रा from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, विष्टि भद्रा.
Music club
🌷रक्षा बंधन तथा श्रावणी उपाकर्म का निर्णय 🌷 निर्णय सिंधु इत्यादि निर्णय के शास्त्रीय ग्रंथों के अनुसार तथा विद्वानों की सम्मति के आधार पर इस वर्ष की पंचांगीय परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए अखिल भारतीय प्रयाग पंडित सभा द्वारा यह निर्णय किया गया है कि 30 अगस्त बुधवार को भद्रा के बाद अर्थात् रात 8:58 के बाद रक्षा बंधन (राखी बांधना) उपयुक्त रहेगा ,अर्थात् रात 9 बजे से निशीथ काल 11:30 बजे के पूर्व तक रक्षा बंधन किया जा सकेगा ,जबकि सूर्योदय व्यापिनी पूर्णिमा जो कि स्नान दान के लिए विहित होती है, अतः 31अगस्त बृहस्पतिवार को सुबह श्रावणी उपाकर्म करना चाहिए। प्रातः काल 7:45 बजे तक पूर्णिमा तिथि के रहते श्रावणी उपाकर्म का बृहद् संकल्प हो जाय इसका ध्यान अवश्य रखें,क्रिया का आरंभ शुभ मुहूर्त में हो जाय इसके बाद उस कार्य की निरंतरता चलती रहने में कोई दोष नहीं होता। अतः श्रावणी उपाकर्म का प्रारंभ 31 अगस्त को सुबह 7:45से पूर्व कर लेना चाहिए। ©Music club #rakshabandhan रक्षाबंधन का समय भद्रा नक्षत्र में रखी ना माने उसका बहुत बड़ा प्रभाव पड़ता है।
rakshabandhan रक्षाबंधन का समय भद्रा नक्षत्र में रखी ना माने उसका बहुत बड़ा प्रभाव पड़ता है।
read moreपण्डित राहुल पाण्डेय
*रक्षाबन्धन* ● रक्षाबन्धन 11 अगस्त को रात 8.51 के बाद रात में ही मनाएँ *12 अगस्त को नहीं* (शास्त्र सम्मत निर्णय) ● इस वर्ष 11 अगस्त 2022 गुरुवार को भद्रा होने से रात्रि 08.51 भद्राशुद्धि बाद रक्षाबंधन पर्व मनाया जाएगा । रक्षाबंधन में रात्रि दोष नहीं होता है- *भद्रान्ते प्रदोषे रात्रौ वा कार्यम्।* ● पूर्णिमा 12 अगस्त को पूरे भारत में पूर्णिमा उदयकाल में त्रिमहूर्त से कम है अतः 12 को रक्षाबंधन एवं श्रावणी नहीं करना चाहिए। *उदये त्रिमुहूर्त्तन्यूनत्वे पूर्वेद्यु: प्रदोषादिकाले कर्तव्यम्।* ● याजुषादियों को उपाकर्म (श्रावणी) भी 11 अगस्त को ही कर्तव्य है । उपाकर्म में भद्रा दोष नहीं होता है । रक्षाबंधन में होता है- *भद्रायां द्वे न कर्तव्ये श्रावणी फाल्गुनी तथा।* *भद्रा में दो कार्य नहीं करने चाहियें श्रावणी अर्थात् रक्षाबंधन और होलिका दहन* । भद्रा में श्रावणी करने से राजा की मृत्यु होती है और होली जलाने से नगर में आग संबंधित उपद्रव होते हैं । *अतः रक्षाबंधन पर्व में भद्रा पूर्णतः त्याज्य है । उसका कोई भी परिहार ग्राह्य नहीं है*। रक्षाबंधन की पूर्णिमा में भद्रा मुख पुच्छ आदि ग्रहण करना शास्त्र मर्यादा के विरुद्ध है । *रक्षाबंधन श्रावण पूर्णिमा के दिन ही कर्तव्य है । इस दिन ग्रहण या संक्रांति हो तो भी इसी दिन भद्रा रहित काल में रक्षार्थ रक्षापोटलिका युक्त रक्षासूत्र बांधना और बंधवाना चाहिए ।* *यदि पूरे दिन भद्रा हो तो रात्रि में प्रदोष काल में या भद्रा समाप्ति पर सभी रक्षाबंधन करें । रक्षाबंधन कर्म होलिका के समान सभी वर्णों के लिए कर्तव्य है* । *सूर्यास्त के साथ निशामुख से तीन मुहुर्त अर्थात् स्थूल रुप से छः घटी पर्यन्त अर्थात् सूर्यास्त से अढ़ाई घंटे तक "प्रदोष काल" रहता है ।* अतः अपने अपने क्षेत्र के पंचांगों के अनुसार भद्रा समाप्ति पर ही 11 अगस्त को ही रक्षाबंधन करें । *पण्डित राहुल पाण्डेय* काशीप्रयाग-मध्य ज्योतिष/वास्तु/ग्रहशांति/हस्तरेखा/समस्त जाप/शांति 8932080374 ©पण्डित राहुल पाण्डेय *रक्षाबन्धन* ● रक्षाबन्धन 11 अगस्त को रात 8.51 के बाद रात में ही मनाएँ *12 अगस्त को नहीं* (शास्त्र सम्मत निर्णय) ● इस वर्ष 11 अगस्
*रक्षाबन्धन* ● रक्षाबन्धन 11 अगस्त को रात 8.51 के बाद रात में ही मनाएँ *12 अगस्त को नहीं* (शास्त्र सम्मत निर्णय) ● इस वर्ष 11 अगस् #Hill #पौराणिककथा
read moreSURAJ आफताबी
दिल सुबकेगा ताउम्र तो इसकी तुष्टि कौन करेगा जो कर जाओगे लकीरों की लकीरों से बिछड़न फिर बताओ इस विग्रह प्रेम की पुन: पुष्टि कौन करेगा! मरू जंगल से होंगे सारे प्रेमपत्र इन पर निगाह वृष्टि कौन करेगा जो लूट ले जाओगे सबकी निगाहें हमसे दिलबर फिर बताओ इस परित्यक्त सी रूह पर दृष्टि कौन करेगा! तुमने तो बाँध ली बछल गठरी, मेरी तो मुष्टि भी कौन भरेगा ये जो तुम एक क्षण भर में कल्पों तक अकल्प कर रहे हो मुझे तो ये भी बताते जाओ इस अवस्था में मेरी विष्टि कौन करेगा ! अनुग्रह माँग कर रहा "आफताबी" तेरे रूष्ट चन्द्र वदन से जब राख हो जायेगी ये पंक्तियाँ तो सृष्टि कौन रचेगा अभी बसंत के माकूल उर्वर है कागज पर मेरा तेरा अंकन अब बताओ जब हो गई जमीं ये ऊसर तो फिर शब्द-कृष्टि कौन करेगा! तुष्टि- प्रसन्न पुष्टि- दृढ़, मजबूत विग्रह- टुकड़ा, विभक्त वृष्टि - बारिश बछल- प्रेम, वात्सल्य मुष्टि- मुट्ठी कल्प- युग अकल्प - कमजोर, क्षीण
तुष्टि- प्रसन्न पुष्टि- दृढ़, मजबूत विग्रह- टुकड़ा, विभक्त वृष्टि - बारिश बछल- प्रेम, वात्सल्य मुष्टि- मुट्ठी कल्प- युग अकल्प - कमजोर, क्षीण #Hindi #yqbaba #hindipoetry #yqdidi #yqhindi #surajaaftabi
read moreKP EDUCATION HD
KP TECHNOLOGY HD video editing apps for Android mobile ©KP STUDY HD लेकिन इस बार रक्षाबंधन की तारीख को लेकर लोगों में उलझने हैं कि रक्षाबंधन 30 को मनाया जाए या 31 को तो आइए जानते है रक्षाबंधन की सही तारीख और
लेकिन इस बार रक्षाबंधन की तारीख को लेकर लोगों में उलझने हैं कि रक्षाबंधन 30 को मनाया जाए या 31 को तो आइए जानते है रक्षाबंधन की सही तारीख और #News
read moreVishw Shanti Sanatan Seva Trust
जय श्री कृष्ण ©Vishw Shanti Sanatan Seva Trust इस साल होलिका दहन 17 मार्च को होगा और उसके अगले दिन यानी 18 मार्च को रंगों वाली होली खेली जाएगी. माना जाता है कि अगर आप दरिद्रता से मुक्ति
इस साल होलिका दहन 17 मार्च को होगा और उसके अगले दिन यानी 18 मार्च को रंगों वाली होली खेली जाएगी. माना जाता है कि अगर आप दरिद्रता से मुक्ति #जानकारी
read moreVishw Shanti Sanatan Seva Trust
जय श्री कृष्ण ©Vishw Shanti Sanatan Seva Trust इस साल होलिका दहन 17 मार्च को होगा और उसके अगले दिन यानी 18 मार्च को रंगों वाली होली खेली जाएगी. माना जाता है कि अगर आप दरिद्रता से मुक्ति
इस साल होलिका दहन 17 मार्च को होगा और उसके अगले दिन यानी 18 मार्च को रंगों वाली होली खेली जाएगी. माना जाता है कि अगर आप दरिद्रता से मुक्ति #प्रेरक
read moreVishw Shanti Sanatan Seva Trust
जय श्री कृष्ण ©Vishw Shanti Sanatan Seva Trust इस साल होलिका दहन 17 मार्च को होगा और उसके अगले दिन यानी 18 मार्च को रंगों वाली होली खेली जाएगी. माना जाता है कि अगर आप दरिद्रता से मुक्ति
इस साल होलिका दहन 17 मार्च को होगा और उसके अगले दिन यानी 18 मार्च को रंगों वाली होली खेली जाएगी. माना जाता है कि अगर आप दरिद्रता से मुक्ति #विचार
read moreRajSri(My Sweet cute Baby})
🚩श्री गणेशाय नम:🚩 📜 दैनिक पंचांग 📜 ☀ 13 - Jun - 2019 ☀ पंचांग 🔅 तिथि एकादशी 16:50:45 🔅 नक्षत्र चित्रा 10:55:33
🚩श्री गणेशाय नम:🚩 📜 दैनिक पंचांग 📜 ☀ 13 - Jun - 2019 ☀ पंचांग 🔅 तिथि एकादशी 16:50:45 🔅 नक्षत्र चित्रा 10:55:33 #Shayari
read moreDivyanshu Pathak
जब तक प्रतिहारों में साहसी-पराक्रमी शासक उत्पन्न होते रहे उनका राज्य विस्तार भी हुआ।शुरुआती दौर में मण्डोर के प्रतिहार- नागभट्ट,शिलुक,बाउक शक्तिशाली रहे।उज्जैन और कन्नौज के प्रतिहारों में भी कई प्रतिभासंपन्न योद्धा हुए।समूचे राजस्थान पर अधिकार कर उन्होंने- गुहिल,राठौड़,चौहान तथा भाटियों को सामन्त बनाकर राज्य किया।जैसे ही इनकी केंद्रीय शक्ति कमज़ोर हुई तो सामन्तों ने अपने स्वतंत्र राज्य स्थापित कर लिए।जिस राजस्थान की मिट्टी में उनका उदय हुआ,उसी राजस्थान को वे हमेशा के लिए अपना न रख सके। : डॉ गोपीनाथ शर्मा लिखते हैं कि - जोधपुर के शिलालेखों से यह प्रमाणित होता है कि प्रतिहारों का अधिवासन मारवाड़ में लगभग छठी शताब्दी के द्वित्त
: डॉ गोपीनाथ शर्मा लिखते हैं कि - जोधपुर के शिलालेखों से यह प्रमाणित होता है कि प्रतिहारों का अधिवासन मारवाड़ में लगभग छठी शताब्दी के द्वित्त #yqbaba #yqdidi #yqhindi #पाठकपुराण #राजस्थान_के_इतिहास_की_झलकियाँ_1
read morePRATIK BHALA (pratik writes)
#RIPRohitSardana Read Caption for hindi words ©PRATIK BHALA (pratik writes) Read caption you will definetly increase some knowledge. महाराष्ट्र दिन और गुजरात दिवस की बधाई. शब्दार्थ:- 1. कळसूबाई :- महाराष्ट्र की सबसे
Read caption you will definetly increase some knowledge. महाराष्ट्र दिन और गुजरात दिवस की बधाई. शब्दार्थ:- 1. कळसूबाई :- महाराष्ट्र की सबसे #Life #India #Love #Shayari #marathi #maharashtra #PratikBhala #corona #pratikwrites #MaharashtraDay #RIPRohitSardana
read more